भारत से मदद चाहता है कैरेबियाई देश, PM मोदी को पत्र लिखकर मांगा ‘वैक्सीन दान’, भारत आज भूटान और मालदीव तक कोविड-19 वैक्सीन पहुंचाएगा
डोमिनिकन गणराज्य (Dominican Republic) के साथ भारत (India) के नजदीकी संबंध हैं. वहीं, जब कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान (Pakistan) अपने सहयोगी चीन के साथ मिलकर भारत को निशाना बना रहा था, तो इस कैरिबियाई आईलैंड ने भारत का समर्थन किया था.
नई दिल्ली. दुनिया के कई देश वैक्सीन (Covid-19 Vaccine) के मामले में भारत से मदद मांग रहे हैं. इन्हीं देशों में डोमिनिकन रिपब्लिक का भी नाम जुड़ चुका है. वहां के प्रधानमंत्री रूजवेल्ट स्कैरिट (Roosevelt Skerrit) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से वैक्सीन के 70 हजार डोज की मदद मांगी है. खास बात है कि भारत आज भूटान और मालदीव तक अपनी कोविड-19 वैक्सीन पहुंचा रहा है. फिलहाल देश में दो वैक्सीन- ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजैनेका की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को ही आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिली है.
अंग्रेजी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पीएम स्केरिट ने लिखा ‘जैसा कि हम 2021 में प्रवेश कर चुके हैं और कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई जारी है. डोमिनिका की 72 हजार की आबादी को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजैनेका की वैक्सीन की सख्त जरूरत है. इसलिए मैं आपसे विनती करता हूं कि हमारी जनता को सुरक्षित रखने के लिए आप हमें जरूरत के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन की डोज दान कर सहयोग करें.’
उन्होंने लिखा ‘मैं आपका कोविड-19 वैक्सीन पाने की होड़ में हमारे लोगों के सामने मौजूद चुनौती की तरफ आपका ध्यान आकर्षित करना चाहूंगा. अपने आधे से ज्यादा डोज को दुनिया के विकासशील देशों को देने की ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजैनेका की शपथ के बावजूद बड़ी संख्या में डोमिनिकन लोगों को लंबे समय तक वैक्सीन नहीं मिल सकेगी.’ पीएम ने लिखा ‘हम एक छोटे द्वीप और विकासशील राष्ट्र हैं और वैक्सीन की बड़ी मांगों वाले बड़े राष्ट्रों के साथ होड़ करने में सक्षम नहीं हैं’
डोमिनिकन गणराज्य देता रहा है भारत का साथ
डोमिनिकन गणराज्य के साथ भारत के नजदीकी संबंध हैं. वहीं, जब कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान अपने सहयोगी चीन के साथ भारत को निशाना बना रहा था, तो इस कैरिबियाई आईलैंड ने भारत का समर्थन किया था. खास बात है कि दुनिया के कई देशों की मदद करने का पहले ही पीएम मोदी ऐलान कर चुके हैं. उन्होंने ट्वीट किया था कि भारत वैश्विक समुदाय की स्वास्थय के क्षेत्र में मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है. वहीं, विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रसाद ने कहा था कि विश्व की फार्मेसी भारत महामारी की चुनौती का सामना करने के लिए वैक्सीन पहुंचाएगा.