डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान ये 5 डील बदलेंगी भारत-अमेरिका के रिश्तों की तस्वीर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump)के स्वागत के लिए गुजरात (Gujarat), आगरा (Agra) और देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) पूरी तरह से तैयार हो चुकी है.
नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (US President Donald Trump) कुछ ही घंटों में दो दिन की यात्रा पर भारत (India) पहुंचने वाले हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति के स्वागत के लिए गुजरात, आगरा और देश की राजधानी दिल्ली पूरी तरह से तैयार हो चुकी है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत आने से पहले कई बार ट्वीट कर कहा कि वह भारत आने को लेकर काफी उत्साहित हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) इस मौके पर 5 ऐसी डील करने जा रहे हैं जो दोनों ताकतवर देशों के रिश्तों को नए सिरे से परिभाषित करेंगे.
भारत और अमेरिका के बीच जिन पांच मुद्दों पर डील होने वाली है, उसमें घरेलू सुरक्षा, बौद्धिक संपदा कानून, असैन्य परमाणु डील के तहत रिएक्टर समझौता, रक्षा सौदा और ट्रेड डील शामिल है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति पहले ही इस बात के संकेत दे चुके हैं कि इस यात्रा के दौरान वह ट्रेड डील पर कोई बात नहीं होगी. हालांकि उन्होंने यह भी साफ किया है कि अमेरिकी चुनाव से पहले भारत के साथ किसी बड़ी डील पर समझौता हो सकता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने पिछले दिनों कहा था कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आपसी संबंध बढ़ाने और H-1 B वीजा के मु्द्दे भी चर्चा की जाएगी. बता दें कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने वीजा नियम कड़े कर दिए हैं. अमेरिका की ओर से वीजा नियम कड़े करने के कारण भरतीय युवाओं को अमेरिका में नौकरी करने जाने के लिए खासी मशक्कत करना पड़ रहा है. बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, पत्नी मेलानिया के साथ सबसे पहले अहमदाबाद जाएंगे. इसके बाद वह आगरा में ताज का दीदार करेंगे. इसके बाद मंगलवार को वह दिल्ली आएंगे और यहां पर द्विपक्षीय मुद्दों पर बात करेंगे.
प्रधानमंत्री मोदी इन मुद्दों पर मजबूती से रखेंगे अपना पक्ष
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान सामरिक मुद्दों के हावी रहने के आसार हैं. इस मौके पर अमेरिका-तालिबान समझौता, चीन की ओर से पाकिस्तान को दी जा रही मदद, अमेरिकी सामान पर इंपोर्ट ड्यूटी घटाने की बात और रक्षा सौदे अहम रहेंगे. अमेरिका जानता है कि भारत हथियारों का बड़ा खरीदार है और रूस इस क्षेत्र में भारत का सबसे अच्छा दोस्त है. अमेरिकी राष्ट्रपति चाहेंगे कि इस दौरे में वह भारत को रक्षा के क्षेत्र में बड़ी मदद करें.