मैंगलौर. देश भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को फैलने से रोकने के चलते 21 दिनों का लॉकडाउन लागू किया गया है. लेकिन इसके चलते हर तरफ कोहराम मचा है. खास कर मरीजों को अस्पताल पहुंचने में दिक्कत आ रही है. कर्नाटक (Karnataka) में पुलिस ने एक एम्बुलेंस को अस्पताल जाने से रोक दिया. ऐसे में इलाज न होने के चलते एक महिला की मौत हो गई. ये लॉकडाउन के चलते राज्य में किसी मरीज की दूसरी मौत है.
पुलिस की मनमानी!
इस घटना का पूरा वीडियो न्यूज़ 18 के पास मौजूद है. ये घटना कासरगौड़ सीमा के पास की है. 70 साल की एक महिला एम्बुलेंस में सवार हो कर हॉस्पिटल जा रही थी. लेकिन पुलिस ने एम्बुलेंस को बॉर्डर पार करने से रोक दिया. बाद में गंभीर में हालत में हॉस्पिटल जा रही इस महिला की मौत हो गई. पुलिस ने एम्बुलेंस को आगे बढ़ने के लिए नहीं दिया लेकिन इसी दौरान उसी पुलिस वाले ने एलपीजी सिलेंडर ले जा रहे एक ट्रक को आगे बढ़ने दे दिया.
पहले भी एम्बुलेंस को रोका था
सीएम ने की शिकायत
इस बीच केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पीएम नरेंद्र मोदी को इस सिलसिले में चिट्ठी लिखी है. उन्होंने शिकात की है कि बॉर्डर को सील करके कर्नाटक की सरकार इमरजेंसी सर्विस की आवाजाही रोक रही है.
कोरोना लॉकडाउन: घर के लिए पैदल ही निकल पड़ा शख्स, 200 किलोमीटर चलने के बाद हुई मौत
आगरा. कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण को रोकने के लिए इन दिनों देश भर में 21 दिनों का लॉकडाउन लागू है. हालांकि इन सबके बीच एक दिल देहलाने वाली खबर उत्तर प्रदेश से आई है. यहां 38 साल के एक शख्स की 200 किलोमीटर पैदल चलने के बाद मौत हो गई. रणवीर नाम का ये शख्स दिल्ली के एक रेस्टोरेंट में काम करता था. रेस्टोरेंट बंद होने के चलते रणबीर ने पैदल ही अपना गांव जाने का फैसला किया, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई.
भूख से हुई मौत!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रणवीर दिल्ली से अपने गांव के लिए पैदल चला था. आगरा में सुबह पहुंचने के बाद उसने सीने में दर्द की शिकायत की. शनिवार सुबह 6.30 बजे सिकंदरा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे ही उसकी मौत हो गई. उनके रिश्तेदार मौत की वजह भूख-प्यास बता रहे हैं, जबकि सिकंदरा थानाध्यक्ष कुलदीप सिंह का कहना है कि मौत की वजह हार्ट अटैक है. हालांकि पोस्टमॉर्म रिपोर्ट का अभी इंतज़ार है.
पैदल चलने को मजबूर
घरवालों को दी गई जानकारी
बताया जाता है कि सिकंदरा क्षेत्र में कैलाश मोड़ पर पहुंचते ही रणवीर को बेचैनी होने लगी. ऐसे में वो सड़क किनारे बैठ गया. इस बीच उसके दोनों साथी तब तक आगे निकल चुके थे. रणवीर ने एक दुकानदार से सीने में दर्द होने की बात कही. दुकानदार ने घर से चाय और बिस्किट लाकर खिलाए. इसके बाद तबीयत और बिगड़ गई. थोड़ी देर बाद ही में ही रणवीर की मौत हो गई. बाद में पुलिस की मदद से घरवालों को खबर की गई.