COVID-19: रिचर्सर्स ने तैयार की टेक्सटाइल कोटिंग, PPE किट और मास्क पर नहीं टिक पाएगा वायरस
अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (American Chemical Society) के रिसर्च में दावा किया गया है कि टेक्सटाइल कोटिंग से प्रोटेक्टिव गियर्स को और बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी. ये कोटिंग पूरी तरह से वॉशवेल भी है. यानी धोने के बाद भी ये कोटिंग खराब नहीं होगी.
नई दिल्ली. भारत समेत दुनिया के तमाम देश इन दिनों कोरोना वायरस (Coronavirus) से जंग लड़ रहे हैं. इस वायरस से संक्रमित लोगों के इलाज में जुटे हेल्थ वर्कर्स की सुरक्षा हमेशा से एक बड़ी चुनौती रही है. ये फ्रंट लाइन पर काम करने वाले वो लोग हैं, जिनका सीधे कोरोना के मरीज़ों से संपर्क होता है. ऐसे में डॉक्टर, नर्स और अन्य हेल्थ स्टाफ के लिए प्रोटेक्टिव गियर्स की कमी को लेकर कई बार चिंता जताई गई है.
इस बीच कुछ रिसर्चर्स ने एक ऐसी टेक्सटाइल कोटिंग तैयार की है, जो वायरस को मास्क, गाउन और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विप्मेंट यानी PPE किट की सतह पर आने से रोक सकती है.
अमेरिकन केमिकल सोसाइटी (American Chemical Society) के अप्लाइड मटेरियल्स एंड इंटरफेस के जनरल में ये रिसर्च स्टडी प्रकाशित हुई है. रिसर्च में दावा किया गया है कि टेक्सटाइल कोटिंग से प्रोटेक्टिव गियर्स को और बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी. ये कोटिंग पूरी तरह से वॉशवेल भी है. यानी धोने के बाद भी ये कोटिंग खराब नहीं होगी.
PPE किट इस वक्त भारत ही नहीं पूरी दुनिया में डिमांड में है. जब भारत में कोरोना ने दस्तक दी, तो देश में पर्याप्त PPE किट नहीं थे. ये हमारे देश में नहीं बनते थे. ऐसे में चीन समेत दूसरे यूरोपीय देशों से करीब 52 हजार PPE किट मंगवाए, क्योंकि चीन और दूसरे देश PPE किट बनाते थे और भारत को उनपर निर्भर रहना पड़ता था.
हालांकि, अब ये किट भारत में ही तैयार की जा रही है. आज भारत विश्व में PPE किट बनाने वाला दूसरा सबसे बडा देश बन चुका है. सरकार के मुताबिक, रोजाना 3 लाख PPE किट बन रहे हैं. (PTI इनपुट)