अहमदाबाद. सरदार पटेल (Sardar Patel) की प्रतिमा स्टैचू ऑफ यूनिटी (Statue of Unity) की टिकट बिक्री से जमा पैसों के गबन का मामला सामने आया है. स्टैचू ऑफ यूनिटी के टिकट का पैसा जमा करने वाली एजेंसी के कुछ कर्मचारियों पर आरोप है कि उन्होंने नवंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच 5.24 करोड़ रुपये बैंक (Bank) में जमा ही नहीं किए. मामले सामने आने के बाद गुजरात पुलिस (Gujarat police) ने एफआईआर दर्जकर जांच शुरू कर दी है.
पुलिस उपाधीक्षक वाणी दूधत ने जानकारी दी है कि स्टैचू ऑफ यूनिटी के नाम से एक बैंक में दो खाते हैं. बैंक ने नर्मदा जिले के केवडिया में बनी सरदार पटेल की सबसे ऊंची मूर्ति को देखने आने वालों से मिलने वाली टिकट की राशि को बैंक में जमा कराने के लिए एक एजेंसी की सेवाएं ली थी. जांच में पता चला है कि एजेंसी के कर्मचारियों ने नवंबर 2018 से मार्च 2020 के बीच बैंक में करीब 5,24,77,375 रुपये की राशि बैंक में जमा ही नहीं की.
मामले की जानकारी मिलने के बाद बैंक के प्रबंधक ने सोमवार रात केवडिया पुलिस थाने में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने एजेंसी के कुछ कर्मचारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि, अभीतक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गई है. हालांकि बैंक ने स्टैचू ऑफ यूनिटी के खाते में गायब हुई रकम जमा करा दी है. बैंक प्रबंधन से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि यह बैंक और एजेंसी के बीच का मामला है.
पुलिस उपाधीक्षक वाणी दूधत ने बताया कि अगर स्टैचू ऑफ यूनिटी के अधिकारियों ने जब ऑडिट कराया तो जमा पर्ची में मिली राशि और खाते में जमा राशि में अतंर पाया गया. इस संबंध में तुरंत बैंक को जानकारी दी गई. इसके बाद जब बैंक की तरफ से जांच की गई तो पता चला कि संबंधित एजेंसी ने राशि जमा ही नहीं की.