बॉर्डर पर तनाव के बीच एयरफोर्स चीफ ने कहा- राफेल ने मचाई चीनी कैंप में खलबली

एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने कहा पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में विवाद बढ़ने के बाद चीन (China) ने सीमा पर जे-20 लड़ाकू विमान तैनात कर दिया था, लेकिन जब हमने इस क्षेत्र में राफेल (Rafale) की तैनाती की तो वो पीछे हटने को मजबूर हो गए.

0 999,091

नई दिल्ली. चीन से पिछले कई महीनों से सीमा पर चल रहे तनाव के बीच एयरफोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया (RKS Bhadauria) ने कहा है कि राफेल (Rafale) की तैनाती से चीनी कैंप में खलबली मच गई है. वायुसेना चीफ ने कहा पूर्वी लद्दाख (East Ladakh) में भारतीय सेना के साथ हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों देशों में विवाद इतना बढ़ गया कि चीन (China) ने सीमा पर जे-20 लड़ाकू विमान तैनात कर दिया था, लेकिन जब हमने इस क्षेत्र में राफेल की तैनाती की तो वो पीछे हटने को मजबूर हो गए.

वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ने कहा कि सीमा पर तनाव कम करने करने के लिए सैन्‍य कमांडर स्‍तर की बैठक चल रही है. भारत हमेशा से सीमा पर शांति चाहता है लेकिन चीन अपनी सेना को पीछे हटाने को तैयार ही नहीं है. सीमा पर जितनी फोर्स की जरूरत है, हमने तैनात कर दी है. हमारी तरफ से बातचीत पर बहुत ध्यान दिया जा रहा है. अगर पीछे हटने की प्रक्रिया शुरू होती है तो यह अच्छा होगा, लेकिन अगर कोई नई स्थिति पैदा होती है तो हम उसके लिए पूरी तरह तैयार हैं.

सीमा पर चीन और पाकिस्तान से बढ़ते हवाई खतरे के बीच राफेल के बाद भारतीय वायुसेना की मारक क्षमता बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए सरकार ने देश में ही बने 83 तेजस लड़ाकू विमानों की खरीद को मंजूरी दे दी है. ऐसा कहा जा रहा है कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में तेजस की खरीद का यह फैसला मील का पत्थर साबित हो सकता है. इतना ही नहीं तेजस चीन और पाकिस्तान के जेएफ-17 लडाकू विमानों के मुकाबले कहीं ज्यादा बेहतर है.

बेंगलुरू में ‘एयरो इंडिया 2021’ की हुई शुरुआत
बता दें कि एशिया का सबसे बड़ा एयर शो ‘एयरो इंडिया 2021’ की शुरुआत बेंगलुरू में हो चुकी है. इस एयर शो में लोग घर बैठे शामिल हो सकते हैं. कोरोना की वजह से पहली बार वर्चुअल एंट्री की व्‍यवस्‍था की गई है. यानी एयर शो के साथ-साथ वहां लगने वाली सारी एक्जिबिशन भी घर बैठे देख सकते हैं. 13वें एयरो इंडिया शो में देश-विदेश की 600 कंपनियां शामिल हो रही हैं. इसमें 14 देशों की 78 कंपनियां शामिल होंगी. इस वर्ष 203 कंपनियां वर्चुअल रूप में

Leave A Reply

Your email address will not be published.