राजस्थान में राज्य सभा चुनाव के बहाने अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच करो या मरो की लड़ाई

Rajya Sabha Election: कांग्रेस ने अपने विधायकों को किसी टूट से बचाने के लिए जयपुर के फाइव स्टार होटल में ठहराया है.

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नई दिल्ली. राज्यसभा के चुनाव 19 जून को है. राजस्थान में भी दो सीटों पर वोटिंग होगी. इन दोनों सीटों पर सत्ताधारी कांग्रेस की जीत लगभग तय लग रही है. लेकिन क्रांग्रेस में पार्टी में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. एक बार फिर से अशोक गहलोत (Ashok Gehlot )और सचिन पायलट (Sachin Pilot) आमने-सामने आ गए हैं. इस बीच गहलोत ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वो राजस्थान में उनकी सरकार गिराना चाहते हैं.

कांग्रेस ने अपने विधायकों को किसी टूट से बचाने के लिए जयपुर के फाइव स्टार होटल में ठहराया है. गहलोत ने केंद्र से केसी वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला को भी जयपुर बुलाया हुआ है. ये सब आरोप लगा रहे हैं कि बीजेपी कोरोना पर ध्यान न देकर सरकार को गिराने के चक्कर में है.

इस बीच अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच भी सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. सबसे पहले, एक विधायक, रमेश मीणा, जो सचिन पायलट के करीबी माने जाते थे उन्होंने अपनी पार्टी की रिसॉर्ट राजनीति से खुद को दूर कर लिया है. गहलोत के विरोधी एमएल भरत सिंह ने विधायकों को रिजॉर्ट पर ठहराए जाने पर भी सवाल उठाए हैं.

कांग्रेस ने राहुल गांधी के करीबी सहयोगी और संगठन प्रभारी केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है. पायलट ने कहा कि कोई कितना ही भ्रम फैलाए और बयानबाजी करे लेकिन 19 तारीख को मतगणना होगी तो हमारे दो उम्मीदवारों को उम्मीद से अधिक वोट मिलेंगे. पायलट ने कहा कि जब सोनिया गांधी ने दोनों प्रत्याशियों का फैसला किया तो हमने प्रण लिया कि इस फैसले की पालना होगी और हमारे दोनों प्रत्याशियों को जिताएंगे.

शनिवार दोपहर अचानक डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली के लिए रवाना हुए. आला कमान से बुलावे के बाद सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है. इस बीच खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रमेश मीणा ने राजस्थान कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वे सीएम अशोक गहलोत  से नाराज चल रहे हैं. नतीजा है कि मीणा अब तक एक बार भी होटल नहीं आया, न होटल में की जा रही किसी बैठक में हिस्सा लिया.

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