असम में बोले PM मोदी- विदेश में बैठी ताकतें रच रहीं भारतीय चाय को बदनाम करने की साजिश
PM Narendra Modi Assam Visit: पीएम मोदी ने कहा, 'मैं असम की धरती से षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि ये जितने मर्जी षड्यंत्र कर लें देश इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा.'
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम की धरती से उन विदेशी ताकतों को चेतावनी दी जो चाय के साथ भारत के रिश्तों पर बुरी नजर डालने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘आज देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की चाय को भी नहीं छोड़ रहे. कुछ दस्तावेज सामने आए हैं जिनसे खुलासा होता है कि विदेश में बैठी कुछ ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करने की फिराक में हैं.’
#WATCH | People who are conspiring to defame India have stooped so low that they're not sparing even Indian tea… Some documents have come up revealing that some foreign powers are planning to attack India's identity associated with tea. Will you accept this attack?: PM in Assam pic.twitter.com/6BCOBIn1ET
— ANI (@ANI) February 7, 2021
पीएम मोदी ने भारत के खिलाफ साजिश करने वालों को चेतावनी भरे लहजे में कहा, ‘मैं असम की धरती से षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि ये जितने मर्जी षड्यंत्र कर लें देश इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा. भारत की चाय पर किए जा रहे हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि वो हमारे चाय बागान में काम करने वाले लोगों के परिश्रम का मुकाबला कर सकें.’
मैं असम की धरती से षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि ये जितने मर्जी षड्यंत्र कर लें देश इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा। भारत की चाय पर किए जा रहे हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि वो हमारे चाय बागान में काम करने वाले लोगों के परिश्रम का मुकाबला कर सकें: प्रधानमंत्री https://t.co/tzxNvO37zv
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 7, 2021
इसके साथ ही पीएम मोदी ने प्रदेश की जनता से वादा किया कि असम में एक मेडिकल कॉलेज की शुरुआत स्थानीय भाषा में की जाएगी. उन्होंने कहा, ‘मेरा सपना है कि हर राज्य में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज मातृभाषा में पढ़ाना शुरू करें. जब असम में नई सरकार बनेगी मैं असम के लोगों की तरफ से वादा करता हूं कि असम में हम एक मेडिकल कॉलेज स्थानीय भाषा में शुरू करेंगे.’