पीएम आवास योजना- प्रधानमंत्री मोदी बोले- गरीबों को घर देना हमारा लक्ष्य, पिछली सरकार ने रोड़े अटकाए
पीएम आवास योजना ग्रामीण (Pradhan Mantri Awaas Yojana – Gramin) योजना की शुरुआत 20 नवंबर, 2016 को हुई थी. इस योजना के अंतर्गत अब तक 1.26 करोड़ घर पहले ही बनाए जा चुके हैं. इस योजना में 5.30 लाख ऐसे लाभार्थी हैं, जिन्हें आर्थिक सहायता की पहली किस्त प्राप्त हुई जबकि 80 हजार लाभार्थी ऐसे रहे जिन्हें दूसरी किस्त मिली.
पीएम मोदी ने कहा, ‘कुछ दिन पहले देश में कोरोना को हराने के लिए वैक्सीनेशन शुरू हुआ है. आज एक और अच्छा काम हुआ है. आवास योजना से गांवों की तस्वीर बदल रही है. हमारी सरकार का लक्ष्य है कि गरीब के पास घर हो. गरीबों को घर दिया जाए.’
Prime Minister Narendra Modi releases financial assistance of around Rs 2691 crores to 6.1 lakh beneficiaries in Uttar Pradesh, under Pradhan Mantri Awaas Yojana – Gramin (PMAY-G) via video conferencing. pic.twitter.com/1R2uPvwJlE
— ANI (@ANI) January 20, 2021
कार्यक्रम में चित्रकूट की राजकुमारी से पीएम मोदी ने बात की और पूछा कि कच्ची छत के घर में बरसात में पानी आता था, लेकिन अब पक्का घर बन रहा है जो सरकार ने दिया है. वहीं, सहारनपुर की लाभार्थी से पीएम मोदी ने पूछा कि क्या आपको कोई रिश्वत देनी पड़ी, जिसपर लाभार्थी ने कहा कि उनके घर पर ही अधिकारी आए थे और सारा काम हो गया था.
पीएम ने गुरु गोविंद सिंह को भी किया याद
आज दशम गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी का प्रकाश पर्व भी है. गुरु गोविंद सिंह को याद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इस पवित्र अवसर पर मैं देशवासियों को प्रकाश पर्व की हार्दिक बधाई भी देता हूं. मेरा सौभाग्य रहा कि गुरु साहब की कृपा रही है. गुरु साहब मुझ सेवक से निरंतर सेवाएं लेते रहे हैं. सेवा और सत्य के पथ पर चलते हुए बड़ी से बड़ी चुनौती से भी लड़ने की प्रेरणा हमें गुरु गोविंद सिंह जी के जीवन से मिलती है.’
“गरीब के घर का सपना साकार हुआ”
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि बीजेपी सरकार में देश में गरीबों को घर उपलब्ध कराए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि यूपी के लिए सात लाख से ज्यादा आवास स्वीकृत हुए हैं. पीएम आवास योजना ने हर गरीब के सामने घर के सपने को साकार किया है.
क्या है पीएम आवास योजना?
20 नवंबर, 2016 को पीएम आवास योजना ग्रामीण का शुभारंभ किया गया था. इस योजना के अंतर्गत अब तक 1.26 करोड़ घर पहले ही बनाए जा चुके हैं. पीएमएवाई-जी के अंतर्गत मैदानी इलाकों में प्रत्येक लाभार्थी को घर बनाने के लिए 1.20 लाख रुपये, जबकि पहाड़ी क्षेत्रों (पूर्वोत्तर राज्यों/ दुर्गम स्थानों/ जम्मू कश्मीर और लद्दाख केंद्र शासित क्षेत्रों/ आईएपी/ एलडबल्यूई जिलों) के लोगों को 1.30 लाख की आर्थिक सहायता दी जाती है.
इसके अलावा पीएमएवाई-जी के लाभार्थियों को मनरेगा के तहत अकुशल कामगारों को सहायता भी दी जाती है. उन्हें शौचालय निर्माण के लिए स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण के जरिए 12 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है.