PM मोदी का आग्रह-‘मेरे सम्मान में 5 मिनट में खड़े होने के बजाए उठाएं एक जरूरतमंद परिवार की जिम्मेदारी’
पीएम मोदी (PM Modi) ने सोशल मीडिया (Social Media) पर चल रही एक मुहिम पर लोगों से कहा है कि ये उन्हें विवादों (controversy) में घसीटने की कोशिश लगती है.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ लड़ाई में पीएम मोदी (PM Modi) के नेतृत्व में भारत लगातार अपनी ओर से बेहतर प्रयास कर रहा है. कई बड़े देशों के मुकाबले भारत इस वैश्विक महामारी (Global Pandemic) से सावधानी से निपटने में सफल रहा है. अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं, रोजमर्रा की चीजों की उपलब्धता साथ ही पीएम मोदी लगातार जरूरतमंद लोगों की मदद और स्वास्थ्य कर्मियों-पुलिस कर्मियों-सफाई कर्मियों के प्रोत्साहन के प्रयास भी कर रहे हैं. कुछ दिन पहले अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Varanasi) के लोगों से बात करते हुए उन्होंने लोगों से 21 दिनों के लिए 9 जरूरतमंद परिवारों की मदद का आग्रह भी किया गया था.
मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए। पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों में घसीटने की कोई खुराफात लगती है।
— Narendra Modi (@narendramodi) April 8, 2020
लेकिन फिलहाल पीएम मोदी (PM Modi) ने एक अनोखी मुहिम का जिक्र करते हुए देशवासियों से कुछ आग्रह किया है. इस मुहिम का जिक्र उन्होंने ट्विटर (Twitter) पर किया. उन्होंने एक मुहिम का जिक्र अपने ट्वीट में किया, जिसमें पीएम मोदी के सम्मान में लोगों से 5 मिनट के लिए खड़े होने को कहा जा रहा है. उन्होंने इसका जिक्र करते हुए कहा कि इसके बजाए उनका आग्रह यह है कि लोग एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी उठाएं. साथ ही उन्होंने ऐसी मुहिम को उन्हें विवादों (controversy) में घसीटने की कोशिश भी बताया.
‘पहली नजर में मुहिम, मोदी को विवादों में घसीटने की खुराफात लगती है’: PM मोदी
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, “मेरे ध्यान में लाया गया है कि कुछ लोग यह मुहिम चला रहे हैं कि 5 मिनट खड़े रहकर मोदी को सम्मानित किया जाए. पहली नजर में तो यह मोदी को विवादों (Controversies) में घसीटने की कोई खुराफात लगती है.”
अगले ट्वीट में पीएम मोदी ने यह भी लिखा, “हो सकता है कि यह किसी की सदिच्छा हो, तो भी मेरा आग्रह है कि यदि सचमुच में आपके मन में इतना प्यार है और मोदी को सम्मानित ही करना है तो एक गरीब परिवार की जिम्मेदारी कम से कम तब तक उठाइए, जब तक कोरोना वायरस (Coronavirus) का संकट है. मेरे लिए इससे बड़ा सम्मान कोई हो ही नहीं सकता.”