महाराष्ट्र और गुजरात ने बढ़ाई चिंता, देश में कोरोना से हुई मौत के 60% केस इन दो राज्यों से
देश में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 1007 हो गया है जबकि 31,332 लोग अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित बताए जा रहे हैं.
नई दिल्ली. भारत (India) के छोटे-छोटे राज्य जहां कोरोना (Corona) की जंग जीतने में लगे हैं वहीं महाराष्ट्र (Maharashtra) और गुजरात (Gujarat) जैसे बड़े राज्यों की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है. देश में कोरोना से होने वाली मौतों में से 60 प्रतिशत केस इन्हीं दोनों राज्यों से हैं. गौरतलब है कि देश में कोरोना वायरस से मरने वालों का आंकड़ा 1007 हो गया है जबकि 31,332 लोग अभी तक कोरोना वायरस से संक्रमित बताए जा रहे हैं.
बता दें कि मंगलवार को एक बार फिर अहमदाबाद में कोरोन से 19 लोगों की मौत हो गई. इन नए केस के आने के बाद अहमदाबाद में कोरोना से मरने वालों की संख्या 129 हो गई है. दो दिन पहले ही अहमदाबाद में 19 लोगों के मरने की खबर आई थी. महाराष्ट्र में मंगलवा को 31 लोगों की कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो गई, जिसमें से 25 लोगों की मौत मुंबई में हुई है. महाराष्ट्र और गुजरात में मिलाकर अब तक 583 लोगों की जान जा चुकी है.
बता दें कि कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या ने मंगलवार को नया रिकॉर्ड बनाया है. मंगलवार को कोरोना के 1905 नए मामले सामने आए हैं. इनमें से अधिकांश मामले कुछ चुनिंदा राज्यों से देखने को मिले. मंगलवार को मिले 1905 नए मामलों में 1503 नए केस अकेले महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, दिल्ली और तमिलनाडु से आए. इन राज्यों में कुल नए केसों का 79 प्रतिशत मामला देखने को मिला.
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक महाराष्ट्र में मंगलवार को अकेले 722 नए केस दर्ज किए गए, जबकि गुजरात, दिल्ली और मध्य प्रदेश में 200 से अधिक मामले सामने आए. उत्तर प्रदेश में पहले से स्थिति में काफी सुधार देखने को मिला और यहां पर केवल 67 नए केस सामने आए.
इन राज्यों में पहले से काफी सुधार दिखाई दिया
केरल, कर्नाटक और तेलंगाना में कोरोना की रफ्तार काफी धीमी पड़ती दिखाई पड़ती दिखाई पड़ रही है. पिछले चार दिनों के आंकड़ों की बात करें तो तेलंगाना में सिर्फ 17 नए मामले सामने आए हैं, जबकि यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1007 हो गई थी. कर्नाटक में अब तक 523 मामले कोरोना के आ चुके हैं जबकि पिछले चार दिनों केवल 23 नए मामले ही मिले हैं. इसी तरह केरल में 485 केस सामने आए हैं जबकि पिछले चार दिनों में केवल 28 केस ही देखने को मिले हैं.