राष्ट्र के नाम संबोधन LIVE / मोदी ने कहा- आज रात 12 बजे से देशभर में लॉकडाउन होगा, घर से बाहर निकलना क्या होता है, यह 21 दिन के लिए भूल जाइए
पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra modi) ने 19 मार्च को भी देश को संबोधित किया था. देश में कोरोना वायरस संक्रमित (Coronavirus) लोगों की संख्या 519 हो गई है. पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की थी देश में मंगलवार सुबह तक कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 512 हो गई, जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है
- इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए 22 मार्च को जनता कर्फ्यू की अपील की थी
- देश में मंगलवार सुबह तक कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 512 हो गई, जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी है
नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए मोदी सरकार पूरी कोशिश कर रही है. इसके तहत कई अहम कदम भी उठाए जा रहे हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) कोरोना महामारी पर देश को आज दूसरी बार संबोधित कर रहे हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान ऐलान किया कि आज रात 12 बजे से पूरे देश में लॉकडाउन किया जा रहा है. देश में यह लॉकडाउन 21 दिन के लिए होगा. यह जनता कर्फ्यू से आगे का कदम है. यह कदम हर हिंदुस्तानी को बचाने के लिए लिया जा रहा है.
पीएम मोदी ने कहा कि आज इस 21 दिन अगर आप नहीं संभलें तो देश 21 साल पीछे चला जाएगा. बाहर निकलना क्या होता है, यह 21 दिन के लिए भूल जाइये. घर पर ही रहें।
पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि हर भारतीय ने जनता कर्फ्यू को सफल बनाया है. हर भारतीय ने पूरी जिम्मेदारी के साथ जन कर्फ्यू में योगदान दिया है. आप सभी प्रशंसा के पात्र हैं.
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने का एकमात्र उपाय है सोशल डिस्टेंसिंग. इसके अलावा कोई और उपाय नहीं है. कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग सिर्फ बीमारों के लिए है. यह सही नहीं है. यह सभी नागरिकों के लिए है, प्रधानमंत्री के लिए भी है.
मंगलवार सुबह पीएम मोदी (Narendra modi live) ने ट्वीट में कहा था, ‘वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण बातें देशवासियों के साथ साझा करूंगा.’ उन्होंने कहा था, ‘आज 24 मार्च रात 8 बजे देश को संबोधित करूंगा.’
यह एक तरह से कर्फ्यू ही है, हर राज्य, जिला, गली-मोहल्ला लॉकडाउन किया जा रहा
प्रधानमंत्री ने कहा- अगर लापरवाही जारी रही तो भारत को इसकी बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ सकती है। यह कीमत कितनी चुकानी पड़ेगी, अंदाजा लगाना मुश्किल है। देश में दो दिनों से कई भागों में लॉकडाउन कर दिया गया है। राज्य सरकार के इन प्रयासों को गंभीरता से लेना चाहिए। हेल्थ सेक्टर के अनुभवों को ध्यान में रखते हुए देश महत्वपूर्ण निर्णय करने जा रहा है। आज रात 12 बजे से पूरे देश में पूरा लॉकडाउन होने जा रहा है। हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हर नागरिक को बचाने के लिए, आपके परिवार और आपको बचाने के लिए आज रात 12 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है। राज्य, केंद्र शासित प्रदेश, हर जिला, गांव, कस्बा, गली-मोहल्ला लॉकडाउन किया जा रहा है। यह एक तरह से कर्फ्यू ही है। जनता कर्फ्यू से जरा ज्यादा सख्त है। कोरोना महामारी के खिलाफ निर्णायक लड़ाई के लिए यह कदम बहुत आवश्यक है।
21 दिन नहीं संभले तो देश और परिवार 21 साल पीछे चले जाएंगे : मोदी
मोदी ने कहा- निश्चित तौर पर लॉकडाउन की आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी। लेकिन, एक-एक भारतीय के जीवन, आपके परिवार को बचाना इस समय मेरी, भारत सरकार की, राज्य सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इसलिए मेरी आपसे प्रार्थना है। हाथ जोड़कर प्रार्थना करता हूं कि आप इस समय देश में जहां भी हैं, वहीं रहें। अभी के हालात को देखते हुए देश में लॉकडाउन 21 दिन का होगा। तीन सप्ताह का। पिछली बार बात की थी, तब मैंने कहा था कि मैं आपसे कुछ सप्ताह मांगने आया हूं। आने वाले 21 दिन हर नागरिक, हर परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। कोरोनावायरस का संक्रमण चक्र तोड़ने के लिए 21 दिन का समय बहुत अहम है। अगर 21 दिन नहीं संभले तो देश और आपका परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा। कई परिवार हमेशा के लिए तबाह हो जाएंगे। यह बात एक प्रधानमंत्री के तौर पर नहीं, आपके परिवार के सदस्य के नाते कह रहा हूं। बाहर निकलना क्या होता है, यह 21 दिन के लिए भूल जाइए। घर में रहें और यही काम करें।
कोरोना से मुकाबले के लिए इकलौता विकल्प है सोशल डिस्टेंसिंग
प्रधानमंत्री ने कहा- आप ये देख रहे हैं कि दुनिया के समर्थ से समर्थ देश को भी इस महामारी ने बेबस कर दिया है। ऐसा नहीं है कि देश प्रयास नहीं कर रहे हैं या उनके पास संसाधनों की कमी है। लेकिन, कोरोनावायरस इतनी तेजी से फैल रहा है कि तमाम तैयारियां और प्रयासों के बावजूद यह फैल रहा है। इन सभी देशों के दो महीनों के अध्ययन से जो निष्कर्ष निकल रहा है और जो विशेषज्ञ कह रहे हैं, वह यह है कि कोरोना से प्रभावी मुकाबले के लिए एकमात्र विकल्प है सोशल डिस्टेंसिंग।
संक्रमण के चक्र को तोड़ना होगा
मोदी ने कहा- सोशल डिस्टेंसिंग यानी एक-दूसरे से दूर रहना। कोरोना से बचने का इसके अलावा कोई तरीका नहीं है। इसे फैलने से रोकना है तो उसके संक्रमण के चक्र को तोड़ना ही होगा। कुछ लोग इस गलतफहमी में हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग केवल मरीज के लिए आवश्यक है, यह सोच सही नहीं है। सोशल डिस्टेंसिंग हर नागरिक और हर परिवार के लिए है। प्रधानमंत्री के लिए भी है। कुछ लोगों की लापरवाही और गलत सोच आपको, आपके बच्चों, माता-पिता, आपके परिवार, आपके दोस्तों और पूरे देश को बहुत बड़ी मुश्किल में झोंक देगी।
कोरोना यानी को- कोई, रो- रोड पर, ना- ना निकले
प्रधानमंत्री ने कहा- देशभर में लॉकडाउन ने आपके घर के दरवाजे पर लक्ष्मण रेखा खींच दी है। आपको याद रहे कि घर से बाहर पड़ने वाला सिर्फ एक कदम कोरोना जैसी गंभीर महामारी को आपके घर में ले आ सकता है। याद रखना है कि कई बार कोरोना से संक्रमित व्यक्ति शुरुआत में बिल्कुल स्वस्थ लगता है। वह संक्रमित है, इसका पता ही नहीं चलता है। इसलिए ऐहतियात बरतिए, अपने घरों में रहिए। जो लोग घर में हैं, वह सोशल मीडिया पर नए-नए तरीके से इस बात को बता रहे हैं। एक बैनर जो मुझे भी पसंद आया, मैं आपको भी दिखा रहा हूं। कोरोना यानी को- कोई, रो- रोड पर, ना- ना निकले।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज फिर देश को संबोधित कर रहे हैं। यह उनका 5 दिन में दूसरी बार और 6 साल में छठा राष्ट्र के नाम संबोधन है। इस दौरान वे महामारी बन चुके कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें देशवासियों के साथ साझा करेंगे। देश में कोरोनावायरस संक्रमितों की संख्या 512 हो गई, जबकि 9 लोगों की मौत हो चुकी हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 101 मामलों की पुष्टि हुई। दूसरे नंबर पर केरल (95) है। वहीं, मंगलवार को मणिपुर में संक्रमण का पहला मामला सामने आया। मोदी बुधवार को शाम 5 बजे से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उनके संसदीय क्षेत्र वाराणसी में लोगों को संबोधित करेंगे।
Addressing the nation on battling the COVID-19 menace. #IndiaFightsCorona https://t.co/jKyFMOQO5a
— Narendra Modi (@narendramodi) March 24, 2020
इससे पहले मोदी ने 19 मार्च को देश को संबोधित किया था। तब उन्होंने देश में कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए सरकार की कोशिशों के साथ लोगों का सहयोग हासिल करने के लिए जनता कर्फ्यू की अपील की। उन्होंने कहा था- 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करें, कुछ हफ्ते भीड़ में जाने से बचें।
19 मार्च को भी किया था संबोधित
इससे पहले पीएम मोदी ने कोरोना वायरस संक्रमण पर बातचीत के लिए 19 मार्च को देश को संबोधित किया था. इसमें उन्होंने 22 मार्च को ‘जनता कर्फ्यू’ लागू करने और लोगों से घर-घर दूध, अखबार, राशन पहुंचाने वालों, पुलिसकर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों और मीडियाकर्मियों के प्रति आभार जताने की अपील की थी. उन्होंने ऐसे लोगों का आभार जताने के लिए 22 मार्च की शाम 5 बजे घर की खिड़की, बालकनी या गेट पर आकर ताली, घंटा-थाली बजाने की अपील की थी. जिसका लोगों ने पालन किया था.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को लोगों से लॉकडाउन का गंभीरता से पालन करने की अपील करते हुए राज्य सरकारों से नियमों और कानूनों का पालन कराना सुनिश्चित करने को भी कहा था.
देश में अब तक 519 मामले
बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 519 मामले सामने आए हैं. इनमें से 39 लोग ठीक हो चुके हैं. इसके साथ ही 9 लोगों की मौत इससे हो चुकी है. वहीं देश में कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 548 जिलों को लॉकडाउन कर दिया गया है.
‘सरकार प्रतिबद्ध है’
जनता में संघर्ष की भावना को बनाए रखने को जरूरी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में निराशावाद, नकारात्मकता और अफवाहों से निपटना महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि लोगों को आश्वस्त किए जाने की जरूरत है कि सरकार कोविड-19 से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है.