भोपाल. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के करीबी माने जाने वाले 16 विधायकों के मोबाइल फोन बंद करके बेंगलुरु रवाना होने के साथ मुश्किल में फंसे मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamalnath) ने नाराज़ चल रहे गुणा के पूर्व सांसद को ‘मैत्री’ संदेश भेजा है.
कमलनाथ ने News18 से बताचीत में कहा कि सिंधिया के प्रदेश अध्यक्ष बनने या राज्यसभा भेजे जाने से किसी को कोई समस्या नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘इससे कोई समस्या नहीं होगी और सिंधिया को अगर पहले ही कोई जिम्मेदारी दे दी जाती है तब भी कोई समस्या नहीं.’ उन्होंने बेंगलुरु गए सिंधिया समर्थक विधायकों को भी मनाने की कोशिश की और कहा कि वह उन्हें कैबिनेट में समायोजित करने के लिए तैयार हैं.
राज्य में बेहद कम बहुमत वाली सरकार चला रहे कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ अपने आवास पर सोमवार रात करीब 10 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई. इससे ठीक पहले उन्होंने दिल्ली आकर सोनिया गांधी को राज्य के सियासी हालात और आगामी राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवारों की जानकारी दी थी.
इस कैबिनेट बैठक में 22 मंत्रियों ने भाग लिया, जिनमें से सभी ने अपने इस्तीफे दे दिए. कमलनाथ के इस कदम को बागी विधायकों को मंत्री बनाए जाने के ऑफर की तरह देखा जा रहा है.
अब कमलनाथ के इस ‘मैत्री’ संदेश का ज्योतिरादित्य सिंधिया क्या जवाब देते हैं, यह आज साफ होने की उम्मीद है, जब सिंधिया अपने पिता और पूर्व कांग्रेस दिग्गज माधवराव सिंधिया की जयंती के मौके पर ग्वालियर पहुंचेंगे.
उधर भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अगर पार्टी में आते हैं तो उनका खुले दिल से स्वागत है. उन्होंने कहा कि सिंधिया बड़े नेता हैं.