जम्मू-कश्मीर एनकाउंटर पर बोले उपराज्यपाल मनोज सिन्हा- तथ्यों की कर रहे हैं जांच
Jammu Kashmir: परिजनों ने दावा किया है कि ये एनकाउंटर फर्जी थी, जबकि जम्मू-कश्मीर पुलिस एनकाउंटर का वीडियो जारी करते हुए कहा है कि ये तीनों आतंकी थे.
श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (Jammu Kashmir L-G Manoj Sinha) ने कहा है कि श्रीनगर में दिसंबर में हुए एनकाउंटर के संबंध में तथ्यों का अध्ययन करने के बाद वो सही जवाब देंगे. इस एनकाउंटर में सुरक्षा बलों ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों को मार गिराया था. श्रीनगर के बाहरी इलाके पारिमपोरा में हुए तीन लोगों की मौत के बाद हंगामा मचा है. मुठभेड़ में मारे गए युवकों के परिवार वालों ने शव की मांग की थी. परिजनों ने दावा किया है कि ये एनकाउंटर फर्जी थी, जबकि जम्मू-कश्मीर पुलिस एनकाउंटर का वीडियो जारी करते हुए कहा है कि ये तीनों आतंकी थे.
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि वो तथ्यों का अध्ययन कर रहे हैं. संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘हमारे पास सभी तथ्य आ रहे हैं. मैं व्यक्तिगत रूप से उनका अध्ययन कर रहा हूं. सही समय पर हम आपको सही उत्तर देंगे.’ पत्रकार ने उनसे सवाल किया था कि क्या सरकार इस एनकाउंटर की जांच का आदेश देगी और शवों को उनके परिवारों को सौंपेगी. परिवार शवों को वापस करने और मुठभेड़ की जांच की मांग कर रहे हैं.
कैसे हुआ था एनकाउंटर के दौरान?
आपको बता दें कि 29-30 की दरमियानी रात श्रीनगर के पारिमपोरा इलाके में आर्मी से मिली जानकारी के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ ने एक ऑपरेशन चलाया था. सुरक्षाबलों का कहना था कि ये युवा हमले की प्लानिंग कर रहे थे. इन्हें ऑपरेशन के दौरान सरेंडर करने के लिए भी कहा गया था. लेकिन ये नहीं माने. हालांकि तीनों का आंतकियों की लिस्ट में नाम नहीं था. लेकिन सुरक्षाबलों का कहना है कि ये तीनों आतंकियों के लिए काम कर रहे थे. मुठभेड़ में एजाज मकबूल गनई, जुबैर अहमद लोन और अतहर मुश्ताक वानी मारे गए थे.