Covid-19: सस्ते और स्वदेशी टेस्ट किट से लड़ाई जीतेगा भारत, चीन पर खत्म होगी निर्भरता

स्वदेशी कोविड-19 टेस्ट किट की कीमत 900 से 1200 रुपए के बीच होगी. अब तक जो किट इस्तेमाल हो रहे हैं, उनकी कीमत करीब 4500 रुपए है.

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नई दिल्ली. भारत समेत पूरी दुनिया इस समय कोरोना वायरस (Coronavirus) से लड़ रही है. इसके लिए लॉकडाउन (Lockdown) जैसे तरीके आजमाए जा रहे हैं. जबकि, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) बार-बार कह रहा है कि जल्दी और ज्यादा से ज्यादा टेस्ट से ही इस महामारी को नियंत्रित किया जा सकता है. भारत में अब तक कोविड-19 (Covid-19) नियंत्रित ही दिख रहा है. लेकिन उसकी इस बात के लिए आलोचना हो रही है कि यहां कोविड-19 के टेस्ट कम हो रहे हैं.

देश-दुनिया में कई स्टार्टअप इस खतरनाक महामारी के टेस्ट के लिए किट बना रहे हैं. भारत मे कई स्वदेशी कंपनियों को कोविड-19 का टेस्ट बनाने में कामयाबी मिली है और इन्हें मान्यता भी मिल चुकी है. कुछ टेस्ट किट को मान्यता मिलने का इंतजार है. अच्छी बात यह है कि स्वदेशी किट सस्ते भी हैं. ये किट 900 से 1200 रुपए के बीच बताए जा रहे हैं. जबकि देश में अभी इस्तेमाल होने वाले किट करीब 4500 रुपए के हैं. यानी, नए टेस्ट की कीमत मौजूदा किट के मुकाबले एक चौथाई होगी. कुछ स्टार्टअप ने नए किट का उत्पादन शुरू भी कर दिया है.

बेंगलुरू की मॉलबायो डायग्नोस्टिक कंपनी के चंद्रशेखर नायर बताते हैं, ‘हम अभी रोज 20 हजार टेस्ट किट की क्षमता से काम कर रहे हैं. लेकिन जल्दी ही हम इसे 50 हजार किट तक पहुंचा देंगे.’

नोएडा स्थित कंपनी डीएनएएक्सपर्ट्स ने दो तरह के टेस्ट किट डेवलप किए हैं. पहली किट रियल टाइम पॉलीमेराइज्ड चेन रिएक्शन (RT-PCR) है. यह अभी इस्तेमाल की जा रही है. यह किट 58 मिनट में रिपोर्ट दे देती है. दूसरी किट की प्रोसेस लंबी है और इसमें करीब दो घंटे लगते हैं. कंपनी ने पहली किट को एक सप्ताह पहले और दूसरी किट मंगलवार को इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के पास जमा की है. अब उसे मान्यता मिलने का इंतजार है.

अभी तक टेस्ट किट के लिए भारत की काफी हद तक चीन पर निर्भरता रही है. वजह, जब कोरोना वायरस ने भारत में दस्तक दी, तब यहां ऐसी किट बनाने की कोई तैयारी नहीं थी. भारत में टेस्ट किट बनने के साथ ही यह निर्भरता खत्म हो जाएगी.

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