भारत ने लद्दाख में चीन सीमा पर बनाई सड़क, खिसियाए ड्रेगन ने दी ये धमकी
बीजिंग (Beijing) ने भारत पर अपनी सीमा के अंदर निर्माण कार्य करने का आरोप लगाते हुए जरूरी कार्रवाई करने की धमकी दी है.
नई दिल्ली. भारत (India) और चीन (China) के बीच पिछले कुछ दिनों से चला आ रहा सीमा विवाद (Border Dispute) बढ़ता ही जा रहा है. दोनों देशों के बीच बढ़े विवाद को देखते हुए चीन और भारतीय सेना (Indian Army) के स्थानीय मिलिट्री कमांडरों के बीच पांगोंग सो (Pangong Tso) में बैठक हुई. बताया जाता है कि दो राउंड की बातचीत में अभी तक इसका कोई हल नहीं निकल सका है और बीजिंग (Beijing) ने भारत पर अपनी सीमा के अंदर निर्माण कार्य करने का आरोप लगाते हुए जरूरी कार्रवाई करने की धमकी दी है. पांगोंग सो वही इलाका है जहां पर दो हफ्ते पहले दोनों देशों की सेनाएं आमने सामने आ गई थीं और दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़प तक हो गई थी.
चीन ने भारत पर आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय सेना लद्दाख के पास चीन की सीमा पर स्थित बाइजिंग और लुजिन दुआन सेक्शन में अवैध रूप से प्रवेश कर गई, जिसके कारण चीन की बॉर्डर पेट्रोलिंग टीम को गश्त करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा. चीन ने आरोप लगाया कि भारत इस तरह के कदम उठाकर अपनी सीमा को और आगे बढ़ाना चाहता है.
चीन से बढ़ते तनाव के बीच एक ओर जहां सेना और विदेश मंत्रालय ने चुप्पी साधी हुई है वहीं दिल्ली के अफसरों ने इसे कोरोना से लड़ाई के मद्देनजर अति संवेदनशील स्थिति बताया है. द इंडियन एक्सप्रेस से मिली जानकारी के मुताबिक भारत अपनी सीमा में आने वाली गलवान नदी के इलाके में निर्माण कार्य कर रहा है जिस पर चीन को आपत्ति है. चीन लगातार इस निर्माण का विरोध कर रहा है और हालात अब ये हो गए हैं कि बढ़ते तनाव को देखते हुए सीमा पर दोनों देशों ने अपने सैनिकों की संख्या बढ़ा दी है.
गौरतलब है कि भारत में इस समय श्योक और गलवान नदी पर निर्माण कार्य किया जा रहा है वो पांगोंग सो झील से 200 किलोमीटर पूर्व में स्थित है. बताया जाता है कि चीन ने डब्रुक-श्योक-दौलत बेग ओल्डी रोड को लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (चीन से लगी आधिकारिक सीमा) की तरफ निर्माण करने पर आपत्ति जताई है. चीन ने भारत पर दबाव बनाने के लिए बड़ी संख्या में अपनी सेना की कई टुकड़ियां इस इलाके में तैनात कर दी है. बताया जाता है कि गलवान नदी के पास चीनी सैनिकों ने टेंट लगा दिए हैं और वहां पर बैनर में लिखा है कि यह हमारा इलाका है, यहां से वापस चले जाओ.
गलवान के इलाके को कोई विवाद नहीं
सत्रों के मुताबिक गलवान के इलाके को लेकर भारत और चीन के बीच कभी कोई विवाद नहीं हुआ है. दोनों ही देश इस जगह को LAC मानते हैं और अपनी अपनी सीमा में गश्त करते हैं. इस सीमा में दो सालों से कोई घुसपैठ की घटना भी सामने नहीं आई है. इस बार मुद्दा सिर्फ सड़क निर्माण का है. चीन का कहना है कि भारत निर्माण के लिए चीन की सीमा का इस्तेमाल कर रहा है जबकि भारत का कहना है कि वह अपनी सीमा में रहकर ही निर्माण कार्य कर रहा है.