मिडिल बर्थ खाली, कोरोना वायरस वाली जगह पर स्टॉपेज बंद! लॉकडाउन खुलने पर ये होगा रेलवे का प्लान
भारत (India) में अब तक 4281 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जबकि 111 लोगों की मौत हो चुकी है. भारत में कोरोना से मरने वालों में सबसे ज्यादा बुजुर्ग बताए जा रहे हैं.
नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) की चेन तोड़ने के लिए देश में लगाए गए 21 दिन के लॉकडाउन (Clockdown) को अब दो हफ्ते हो चुके हैं. हर किसी को उम्मीद है कि 14 अप्रैल के बाद से देश में लॉकडाउन खोल दिया जाएगा. लेकिन जिस तरह से अभी कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है, उससे इसके खुलने की उम्मीद थोड़ी कम ही नजर आ रही है. सरकार भी इसी प्रयास में है कि जब भी लॉकडाउन खुले उस वक्त स्थिति और न बिगड़े. सरकार की ओर से लॉकडाउन खोलने को लेकर एक ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है, जिसमें शहरों को उसके कोरोना के स्टेज को देखते हुए सुविधाओं में ढील दी जाएगी. इसके मुताबिक कुछ शर्तों के साथ जिलों के अंदर आवाजाही की इजाजत दी जाएगी.
एक सप्ताह के अंदर अगर हालात सामान्य होते हैं तो कुछ राज्यों के लिए विमान सेवाओं को भी खोला जा सकता है. अभी तक की खबर के मुताबिक अगर लॉकडाउन के बाद रेल सेवाओं को शुरू किया गया तो काफी सतर्कता बरती जाएगी. ट्रेन में मिडिकल बर्थ को बुक नहीं किया जाएगा. इसी के साथ ट्रेन उन शहरों में नहीं रोकी जाएंगी, जहां पर एक भी केस होगा. ज्यादातर शहरों में स्कूल-कॉलेजों, पार्क, सिनेमाघरों और निजी प्रतिष्ठानों को बंद रहने दिया जाएगा.
लॉकडाउन की वजह से देश में आर्थिक रूप में काफी बड़ा नुकसान हुआ है. केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए युद्ध स्तर पर योजनाओं पर काम करना भी शुरू कर दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि अब समय आ गया है हम मेक इन इंडिया को बढ़ावा दे और दूसरे देशों की निर्भरता को कम करें.
भारत (India) में अब तक 4281 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं जबकि 111 लोगों की मौत हो चुकी है.
स्टेज-4: सफर के दौरा ट्रेन में नहीं होगी मिडिल बर्थ, थर्मल स्कैनिंग होगी
लॉकडाउन खुलने के बाद जब परिवहन सेवाओं को खोला जाएगा तो सभी यात्रियों की थर्मल स्कैनिंग की जाएगी. रेल, बस और विमान में सफर करने वाले यात्रियों को सरकार की सभी गाइडलाइन का प्रयोग करना होगा. खबर है कि ट्रेन में अगले कुछ महीनों तक मिडिल बर्थ नहीं होगी.टीटीई इन्फ्रारेड थर्मामीटर से जांच करेगा. ट्रेन में यात्रियों को मास्क और सैनिटाइजर पाउच देने का भी सुझाव है. विमान से सफर करने वाले यात्रियों को बोर्डिंग पास के अलग लाइन का इस्तेमाल करना होगा. यात्रियों को एयरपोर्ट में ज्यादा देर तक रुकने की इजाजत नहीं दी जाएगी.
स्टेज-3: 65 से ऊपर के लाेग घर से नहीं निकलेंगे
लॉकडाउन खुलने के बाद भी 65 साल से ऊपर के बुजुर्गों को सफर की अनुमति नहीं दी जाएगी. ट्रेन में अनारक्षित टिकट नहीं मिलेगा. बस में सफर करने के दौरान में सीट से एक तिहाई कम टिकट उपलब्ध कराए जाएंगे. जिस राज्य में एक भी कोरोना के मरीज नहीं हैं वहां पर कंपनियों को खोला जाएगा लेकिन उसी जिले के कर्मचारियों को आने की इजाजत दी जाएगी.
सभी धर्मस्थल, शिक्षण संस्थान आदि बंद ही रहेंगे.
स्टेज-2: स्कूल-काॅलेज बंद ही रहेंगे
अगर देश में कोरोना वायरस का स्टेज नहीं बढ़ा और हालात सामान्य ही रहे तो देखा जाएगा कि सफर के दौरान स्टेज 3 और स्टेज 4 का शहर इसके बीच में न आए. लोगों को उन्हें शहरों और राज्यों में जाने की इजाजत होगी जहां स्थिति नियंत्रण में होगी. इसके लिए जरूरी है कि वहां पर 28 दिन से कोई केस न आया हो.
स्टेज-1: कुछ शर्तों के साथ खुलेंगे स्कूल-काॅलेज
देश में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या जैसे ही कम होगी उसके बाद रेल और सड़क मार्ग से एक से दूसरे शहर में जाने की इजाजत होगी. स्टेज 1 शहरों के लोगों को स्टेज 3 और स्टेज 4 के शहरों में जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. स्कूल खुलेंगे पर एक कमरे में 50 से अधिक बच्चे नहीं होंगे. धार्मिक स्थल में खोल दिए जाएंगे.