नई दिल्ली. भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की महिला डॉक्टर्स (Female Doctors) के लिए मंगलवार का दिन ऐतिहासिक रहा. आईटीबीपी ने पहली बार अपनी महिला डॉक्टर्स को लद्दाख में फॉरवर्ड लोकेशंस (Forward Locations) पर तैनात किया है. गौरतलब है कि सीमा पर तनाव (Border Dispute) को देखते हुए आईटीबीपी ने अपने नियमों में बदलाव किया है. इससे पहले तक महिला डॉक्टर्स की नियुक्ति फॉरवर्ड फ्रंट पर नहीं की जाती थीं. अब सीमाओं पर सैनिकों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी महिला डॉक्टरों के भी हाथ में होगी. इस नियुक्ति को बड़ा बदलाव माना जा रहा है.
पुरुष डॉक्टरों को ही भेजे जाने की दी गई थी जानकारी
महिला डॉक्टरों को फॉरवर्ड फ्रंट पर कुछ हफ्ते पहले भेजा गया है. उनके साथ अन्य स्टाफ को भी भेजा गया है. इससे पहले अधिकारियों ने बताया था कि वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अभी तक सिर्फ पुरुष डॉक्टरों को ही भेजा जाता रहा है. दिलचस्प रूप से इन महिला डॉक्टरों की नियुक्तियां कई रणनीतिक से महत्वपूर्ण जगहों पर की गई हैं जहां इन पर सैनिकों के स्वास्थ्य की बड़ी जिम्मेदारी होगी.
मेडिकल बेस की हेड हैं कात्यायनी शर्मा
डॉक्टरों की इस टीम को कात्यायनी शर्मा हेड कर रही हैं. और वो ही इस बात की जिम्मेदार होंगी कि सिर्फ पूरी तरह फिट सैनिकों को ही फॉरवर्ड फ्रंट पर भेजा जाए. गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच सीमा विवाद अगस्त के आखिरी में एक बार फिर गर्मा गया है. सीमा पर चल रही तनातनी को देखते हुए माना जा रहा है कि विवाद लंबा खिंच सकता है. भारतीय सुरक्षा बल भी सर्दियों में टिकने की पूरी तैयारी कर रहे हैं.
भारत ने इस बार सीमा विवाद में बेहद आक्रामक रुख अख्तियार किया है. भारत सरकार की तरफ से चीन को साफ कर दिया गया है कि सीमाओं की संप्रभुता के साथ कोई भी खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. विदेश मंत्री साफ कर चुके हैं कि जब तक सीमा पर शांति नहीं हो जाती चीन के साथ संबंध सामान्य नहीं हो सकते.