नई दिल्ली. उत्तर पूर्वी दिल्ली (North East Delhi) में पिछले दो दिनों में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर भड़की हिंसा में अब तक 18 लोगों की जान जा चुकी है. कई इलाकों में भड़की हिंसा में अब तक 56 पुलिसकर्मियों समेत करीब 200 लोग घायल बताए जा रहे हैं. इसी बीच खबर है कि दिल्ली में दंगे भड़काने के मकसद से सोशल मीडिया पर कई फर्जी वीडियो फैलाये जा रहे हैं. हालात ये हो चुके हैं कि इन फर्जी वीडियो को देखने के बाद लोग उन्हें सच मान रहे हैं और उसे शेयर भी कर रहे हैं.
ऐसा ही एक वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर खूब शेयर होता दिखा. इस वीडियो को दिल्ली के अशोक विहार इलाके का बताते हुए दावा किया गया कि यहां एक मस्जिद पर हमला किया गया. हालांकि दिल्ली पुलिस ने इस वीडियो को पूरी तरह झूठ करार देते हुए कहा कि अशोक विहार के इलाके में ऐसी कोई भी घटना सामने नहीं आई है. दिल्ली पुलिस ने नॉर्थ वेस्ट इलाके के डीसीपी ने कहा, कृपया झूठी जानकारी सोशल मीडिया पर देने से बचें.
कई जगह अफ़वाहें फैलाने का काम भी हो रहा है. जब तक कोई घटना आप अपनी आँखों से होते न देखें तब न तो ऐसी बातों पर यक़ीन करें और न ही इस तरह के Whatsapp मेसेजेस को किसी को भेजें. ऐसे नाज़ुक समय पर सबसे बड़ा योगदान अफ़वाहें न फैलाना भी है.
— Manish Sisodia (@msisodia) February 25, 2020
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फर्जी खबरों और वीडियो के बारे में चिंता जाहिर की है. सिसोदिया ने ट्वीट कर लोगों से अपील की, ‘कई जगह अफ़वाहें फैलाने का काम भी हो रहा है. जब तक कोई घटना आप अपनी आंखों से होते न देखें तब तक न तो ऐसी बातों पर यक़ीन करें और न ही इस तरह के Whatsapp मैसेज को किसी को भेजें. ऐसे नाज़ुक समय पर सबसे बड़ा योगदान अफ़वाहें न फैलाना भी है’.
देश की बड़ी हस्तियों ने भी शेयर किया है वीडियो
इस समय सबसे बड़ी चिंता का विषय ये है कि सोशल मीडिया पर चल रही फर्जी वीडियो और खबरों को देश की बड़ी हस्तयों ने भी शेयर किया है. पुलिस लगातार लोगों से अपील कर रही है कि इस तरह के फर्जी वीडियो को शेयर करने से बचें और सतर्क रहें. इस नाजुक मौके पर केवल पुलिस की ओर से दी जा रही सूचना पर ही भरोसा करें.