खाड़ी देशों से भारतीयों को निकालेगी सरकार, एअर इंडिया और नौसेना को दिए तैयार रहने के निर्देश

कोरोना वायरस (Coronavirus) के भय के बीच खाड़ी देशों (Gulf Countries) में फंसे हजारों भारतीयों (Indians) ने भारत वापस लौटने की इच्छा जताई है, लेकिन हवाई यात्राएं और अन्य सभी प्रकार का यातायात बंद होने के चलते वह वहां फंस गए हैं.

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नई दिल्ली. भारत सरकार (Indian Government) की विमानन कंपनी एअर इंडिया (Air India) और भारतीय नौसेना (Indian Navy) को अपने विमानों और युद्धपोतों को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं. ये निर्देश कोरोना वायरस (Coronavirus) के हो रहे प्रसार के चलते खाड़ी देशों (Gulf Countries) से भारतीयों को वापस लाने के मद्देनजर दिए गए हैं.

सरकार के शीर्ष सूत्रों ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई को बताया कि हम स्थिति का आकलन कर रहे हैं और खाड़ी देशों से भारतीयों की वापसी की योजना कर रहे हैं. हमने एअर इंडिया और भारतीय नौसेना से उन लोगों को निकालने की विस्तृत योजना बनाने के लिए कहा है.

हजारों लोग लौटना चाहते हैं वापस
कोरोना वायरस के भय के बीच खाड़ी देशों में फंसे हजारों भारतीयों ने भारत वापस लौटने की इच्छा जताई है, लेकिन हवाई यात्राएं और अन्य सभी प्रकार का यातायात बंद होने के चलते वह वहां फंस गए हैं. भारत ने कोरोना वायरस के मद्देनजर किए गए लॉकडाउन 3 मई तक सभी तरह का यातायात बंद किया हुआ है.
सरकारी सूत्रों ने भी इस बात पर चिंता जाहिर की है कि कई भारतीय दूतावासों, सोशल मीडिया और ईमेल के जरिए अपने घरों को लौटने की इच्छा जता रहे हैं. सरकार भी इन लोगों को वापस लाने के लिए यथासंभव योजना बना रही है और इसके लिए तैयारियां कर रही है.

1 करोड़ भारतीय खाड़ी देशों में मौजूद
चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस अब पूरी दुनिया में फैल चुका है और जिसके चलते लोगों की जान जा रही है और अर्थव्यवस्था की हालत खराब हो रही है. इन जानलेवा बीमारी की चपेट में तेल और गैस का भंडार माने जाने वाले मध्य पूर्व देश भी आ चुके हैं.

सूत्रों ने बताया कि करीब 1 करोड़ लोग खाड़ी देशों में फंसे हुए हैं और इनमें से अधिकतर लोग बंदरगाह वाले शहरों में रहते हैं और इसलिए भारत सरकार ने भारतीय नौसेना को भी इन लोगों की समुद्र के रास्ते से निकासी सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत योजना बनाने के निर्देश दिए हैं.

1500 लोगों को एक बार में वापस ला सकती है नौसेना
भारतीय नौसेना ने अपनी योजना सरकार को दे दी है जिसमें बताया गया है कि नौसेना एक बार में तीन युद्धपोतों के जरिए खाड़ी देशों से 1500 लोगों को वापस ला सकती है.

विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने भी राज्य और केंद्र प्रशासित राज्यों से इस बारे में योजना बनाने के निर्देश दिए हैं. इसी तरह सभी मिशन्स को उन सभी लोगों की रिपोर्ट बनाने के लिए और उनकी मदद करने के लिए कहा गया है जो कि भारत वापस लौटना चाहते हैं.

लोगों को निकालने के खर्च पर हो रहा विमर्श
सूत्रों के मुताबिक नागरिक उड्डयन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने समूह के मंत्रियों को जानकारी दी है कि भारत के पास करीब 500 विमान हैं और भारतीय विमान भारतीयों को खाड़ी देशों से निकालने के लिए सक्षम है. खाड़ी देशों में फंसे अधिकतर लोग मजदूर हैं. इस बात पर विचार विमर्श जारी है कि इन लोगों को निकालने के लिए होने वाला खर्च वह खुद उठाएंगें या फिर केंद्र सरकार.

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