कोरोनावायरस से लड़ने में भारत की मदद से भावुक हुआ चीन, कहा – डॉ. कोटनिस की दिला दी याद
चीन के राजदूत सुन वेइडॉन्ग (Sun Weidong) ने जोर देकर कहा कि उनका देश कोरोनावायरस (Coronavirus) की रोकथाम के लिए कई स्तर पर काम कर रहा है. उन्होंने भरोसा जताया कि चीन (China) बहुत जल्द कोरोनावायरस से निजात पा लेगा.
नई दिल्ली. चीन के राजदूत सुन वेइडॉन्ग (Sun Weidong) ने कहा कि उनका देश कोरोनावायरस (Coronavirus) के खिलाफ भारत की मदद से काफी भावुक है. उन्होंने कहा कि ये चीन (China) के लिए मुश्किल वक्त है्. ऐसे में मैं भारतीय मित्रों की ओर से की जा रही मदद से काफी भावुक महसूस कर रहा हूं. इस सबने मुझे उस दौर की याद दिला दिला है, जब डॉ. कोटनिस ने बड़ी संख्या में चीनी नागरिकों की जान बचाई थी. उन्होंने चीन के लोगों के मुक्ति आंदोलन में बड़ा सहयोग किया था. बता दें कि भारत के डॉक्टर द्वारकानाथ कोटनिस (Dr. Dwarkanath Kotnis) ने 1940 में जापान (Japan) के साथ युद्ध के दौरान घायल चीनी सैनिकों के इलाज में मदद की थी. इसी दौरान उनकी मौत हो गई थी.
भारत ने चीन को दिलाया हरसंभव मदद का भरोसा
चीन के लोग डॉ. कोटनिस को महान व्यक्ति के तौर पर आज भी याद करते हैं. राजनयिक सुन (Ambassador Sun) ने कहा कि भारत (India) ने कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में चीन की हरसंभव मदद करने के लिए पूरी तरह से तैयार होने का भरोसा दिलाया है. भारत ने इस चुनौती से निपटने के लिए हर सहयोग देने की बात कही है. भारत ने 2003 में सार्स (SARS) के फैलने पर भी चीन की मदद की थी. उस समय भारत से एक प्रतिनिधिमंडल ने मुझसे मुलाकात की थी. इसका नेतृत्व तत्कालीन विदेश मंत्री जॉर्ज फर्नांडीस (George Fernandes) ने किया था. उनके नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने शंघाई का दौरा भी किया था.
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति जिनपिंग को लिखा पत्र
सुन ने कहा कि महामारी के दौर में भारत और चीन के बीच हमेशा संवाद जारी रहता है. उन्होंने बताया कि हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) को एक पत्र भेजा था. इसमें उन्होंने कोरोनावायरस से निपटने में चीन की सरकार की कोशिशों की तारीफ की है. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सुन ने कहा कि उनका देश कोरोनावायरस की रोकथाम के लिए कई स्तर पर काम कर रहा है. उन्होंने भरोसा जताया कि चीन कोरोनावायरस से निजात पाने में सफल होगा. इसके लिए चीन की सरकार ने 8,176 करोड़ रुपये का आवंटन कर दिया गया है. सरकार के पास कोरोनावायरस से होने वाली आर्थिक उठापटक से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं.
चीन ने मदद करने वाले 57 देशों की सूची जारी की
कोरोनावायरस की शुरुआत चीन के वुहान (Wuhan) शहर से दिसंबर, 2019 में हुई थी. अब तक 72,000 से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं. वहीं, अकेले चीन में इससे 1,900 लोगों की मौत हो चुकी है. पिछले सप्ताह चीन ने इससे निपटने के लिए आर्थिक मदद (Financial Help) देने वाले देशों की सूची जारी की थी. इसमें भारत का नाम नहीं था. चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी सूची में 57 देशों का नाम था. इनमें 33 देशों ने मेडिकल मदद की है. वहीं, 17 देशों ने इसकी पेशकश की है. इसके अलावा 7 देशों ने आर्थिक मदद की पेशकश की है. भारतीय राजदूत विक्रम मिसरी (Vikram Misri) ने रविवार को बताया कि चीन को मेडिकल स्टाफ के लिए मास्क, ग्लब्स और सुट्स की जरूरत है. लिहाजा, भारत बीजिंग की मदद के लिए मेडिकल मदद भेज रहा है.