कोविड 19: BSF ने लगाया ‘लॉकडाउन’, 21 अप्रैल तक कहीं नहीं आ और जा पाएंगे जवान

सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) की रोकथाम के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर उठाया कदम.

0 1,000,202

नई दिल्ली. सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण (Coronavirus) की रोकथाम के लिए एहतियाती उपाय के तौर पर उसने अपने जवानों के आवागमन पर 21 अप्रैल तक रोक लगा दी है. बीएसएफ के प्रवक्ता ने यहां बल के मुख्यालय पर कहा, ‘बीएसएफ की सभी इकाइयों को निर्देश जारी किया गया है कि उन कर्मियों का अवकाश 21 अप्रैल तक बढ़ा दिया जाए जो छुट्टी पर हैं और अप्रैल, 2020 में ड्यूटी पर लौटने वाले हैं.’

‘जहां हैं, वहीं रहें’

बीएसएफ के प्रवक्ता ने कहा, ‘संवादहीनता से बचने के लिये, ऐसे कर्मियों को इस बारे में टेलीफोन के माध्यम से सूचना दी जा रही है.’ उन्होंने बताया कि ऐसे ही निर्देश उन केन्द्रों को भी दिए गए हैं जहां प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहे हैं और निकट भविष्य में समाप्त होने वाले हैं. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘21 अप्रैल से पहले कोई आवागमन नहीं करना है. जहां हैं, वहीं रहें.’’

इससे पहले सोमवार को समाचार एजेंसी भाषा ने खबर दी थी कि कोरोना वायरस संक्रमण के मद्देनजर सभी केन्द्रीय सशस्त्र बलों (सीएपीएफ) ने अपने जवानों और कर्मियों के समस्त गैर-जरूरी आवागमन को स्थगित कर दिया है और छुट्टी पर चल रहे कर्मियों ने अपना अवकाश 10 दिन के लिए बढ़ाकर 15 अप्रैल तक कर लिया है.

नए सिरे से जारी किए गए आदेश
अधिकारियों ने सोमवार को इस आशय की जानकारी देते हुए बताया था कि इससे पहले मध्य मार्च में आदेश जारी कर सीएपीएफ के जवानों और अधिकारियों से कहा गया था कि ‘‘वे जहां हैं, 15 अप्रैल तक वहीं बने रहें.’’ एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘नए सिरे से आदेश जारी किए गए हैं और सभी गैर-जरूरी और नियमित आवागमन, तबादलों और तैनाती को स्थगित कर दिया गया है. इन बलों में अब 15 अप्रैल तक ऐसा कोई आवागमन नहीं होगा.’

देश में अब तक 124 मौतें
वहीं स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 508 नए मामले सामने आए हैं और 13 लोगों की मौतें हुई है. भारत के पॉजिटिव मामले बढ़कर 4,789 हो गए हैं. इसमें से 4312 एक्टिव मामले हैं जबकि 353 लोग ठीक हो चुके हैं. अभी तक मरने वालों की कुल संख्या 124 पहुंच गई है.

Leave A Reply

Your email address will not be published.