नई दिल्ली. देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के मरीजों का रिकवरी रेट 66.34% हो गया है. यानी हर 100 मरीजों में 66 लोग ठीक हो रहे हैं. अब तक देश में इस वायरस से 38 हजार 969 लोगों की मौत हो चुकी है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के ओएसडी राजेश भूषण (OSD Rajesh Bhushan) ने कोविड-19 (Covid-19) की वर्तमान स्थिति को लेकर हुए संवाददाता सम्मेलन में बताया कि भारत में अब तक 2 करोड़ टेस्ट किए जा चुके हैं. 24 घंटे में 6.6 लाख टेस्ट किये गए हैं. ठीक हो चुके लोगों की संख्या एक्टिव मामलों की दोगुनी है. भूषण ने बताया कि देश में प्रति 10 लाख लोगों में 15119 जांचें हुई हैं कुछ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में ये काफी ज्यादा है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने बताया कि भारत में 7 दिन का पॉजिटिविटी रेट 8.89 प्रतिशत है, 28 राज्यों में 10 प्रतिशत से कम सकारात्मकता दर है, लेकिन हम दैनिक सकारात्मकता दर पर भी नजर रखते हैं. भूषण ने बताया कि देश में 12,30,509 लोग ठीक हुए हैं. उन्होंने बताया कि देश में पहले लॉकडाउन के बाद मृत्यु दर पहली बार बेहद कम हुई है अब ये 2.10 प्रतिशत है. जून में यह 3.36 प्रतिशत थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने बताया कि देश में 50 प्रतिशत मौतें 60 या उससे ज्यादा उम्र वालों की हुई, वहीं 37 प्रतिशत 45 से 60 उम्र के लोगों की हुई. 11 प्रतिशत मौतें 26 से 44 की आयु वर्ग वालों की हुई है. मरने वाले लोगों में 68 प्रतिशत पुरुष हैं जबकि 32 प्रतिशत महिलाएं हैं.
देश में बन रहे वेंटिलेटर
देश में वेंटिलेटर को लेकर राजेश भूषण ने बताया कि देश में 2019 में भारतीय वेंटिलेटर मार्केट में 8510 सालाना वेंटिलेटर बनने थे जिनकी लागत 444.74 करोड़ होती थी. इसमें 75 प्रतिशत मार्केट शेयर बाहर से आई वस्तुओं का था. उन्होंने कहा कि देश में बने बेसिक आईसीयू वेंटिलेटर की कीमत 1 लाख से 4 लाख रुपये के बीच की है. भूषण ने बताया कि जो हमें 6000 वेंटिलेटर मिलने हैं उसमें मेक इन इंडिया वेंटिलेटर वॉल्यूम के हिसाब से 96 प्रतिशत जबकि 90 प्रतिशत वैल्यू के हिसाब से हैं. उन्होंने बताया कि बताया कि हर राज्य के अस्पताल के लिए 36 वॉट्सऐप ग्रुप बनाए हैं जिससे वह वेंटिलेटर को लेकर फीडबैक दे सकें और जानकारी साझा कर सकें.
देश में 2 वैक्सीन उम्मीदवार दूसरे चरण में
संवाददाता सम्मेलन में आईसीएमआर के निदेश डॉ. बलराम भार्गव ने बताया कोविड वैक्सीन के ट्रायल कर रही भारत बायोटेक (Bharat BioTech) और जायडस कैडिला (Zydus Cadila) दूसरे चरण में पहुंच गई हैं. उन्होंने कहा कि दुनिया में 141 वैक्सीन पर काम चल रहा है जिसमें से 26 वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के चरण में हैं. प्रोफेसर भार्गव ने कहा हमें वैक्सीन चाहिए और ये काफी अर्जेंट है, वैक्सीन बनाने में समय लगता है. तीन वैक्सीन ट्रायल के विभिन्न चरण में हैं. भारत बायोटेक और जायडस दूसरे चरण में हैं. टेस्टिंग को लेकर प्रोफेसर भार्गव ने बताया 11 कंपनियों ने कोविड19 रैपिट एंटीजेन टेस्ट के लिए संपर्क किया है, अब तक 3 को अनुमति दी गई है.
एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि देश में हो रही जांचों में 25-30 प्रतिशत एंटीजेन टेस्ट किए हैं. बिना लक्षण वाले मरीज जो एंटीजन टेस्ट में संक्रमित नहीं पाए गए हैं वह आरटीपीआर में भी नेगेटिव पाए जा रहे हैं. ये दर काफी ज्यादा है. इसके अलावा देश में 0.27 परसेंट मरीजों को वेंटिलेटर की जरूरत पड़ी है.