द हिंदू पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक मरीजों को एलुरू जिले के सरकारी अस्पताल पहुंचाया गया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने अल्ला काली कृष्णा ने गांव का दौरा कर स्थिति के बार में जानकारी हासिल की है. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि गांव में एक मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है. डॉक्टरों की एक टीम गांव में पहुंच चुकी है. डॉक्टर स्थिति पर नजर रख रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक तकरीबन डेढ़ महीने के दौरान करीब 700 लोग इस बीमारी की जकड़ में आ चुके हैं. गौरतलब है कि इससे पहले भी बीते दिसंबर महीने में एलुरु में एक रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप हुआ था.
एक महीने पहले WHO, AIIMS, NIN, NIV, NCDC, IICT एक्सपर्ट डॉक्टरों और रिसर्चर की टीम ने एलुरू से सैंपल इकट्ठा किए थे. उन्हें मरीजों के खूर में निकिल की मात्रा मिली थी. लेकिन डॉक्टर ये नहीं बता पाए कि आखिर कैसे ये रासायनिक पदार्थ मरीजों के शरीर में पहुंचा.