किसान संघर्ष समन्वय समिति का बड़ा बयान; सरकार MSP की गारंटी दे, बाकी बातचीत में देखेंगे
Farmers Protest: अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा, 'हम एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं. हम इसके तहत अपनी उपज की खरीद की गारंटी चाहते हैं. एमएसपी गारंटी विधेयक लाने पर किसान लाभान्वित होंगे.'
We want assurance on the MSP. We want a guarantee of the purchase of our produce under it. Farmers will be benefitted if you bring MSP Guarantee Bill: Sardar VM Singh, All India Kisan Sangharsh Coordination Committee#FarmLaws pic.twitter.com/cJXmaXd9qD
— ANI (@ANI) December 12, 2020
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता सरदार वीएम सिंह ने न्यूज 18 से खास बातचीत में कहा, ‘बाकी संगठन सरकार से बात करें ना करें हम बातचीत के लिए तैयार हैं. उनका डेडलॉक है हमारा नहीं. सरकार हमसे बात करे. हमारी मुख्य मांग एमएसपी की गारंटी है. बाकी बातचीत में देखेंगे.’
बड़े दुख की बात है कि केंद्र सरकार किसानों के संघर्ष को बदनाम करने की कोशिश कर रही है। जो भी केंद्र सरकार के साथ सहमत नहीं है उसे सरकार देशद्रोही कहती है। मैं केंद्र को कहना चाहता हूं कि जो किसान बैठे हैं इनका किसी धर्म के साथ संबंध नहीं है, ये अन्नदाता हैं: सुखबीर सिंह बादल, SAD pic.twitter.com/yeBKGRqedG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2020
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता सरदार वीएम सिंह ने कहा, ‘हम एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं. हम इसके तहत अपनी उपज की खरीद की गारंटी चाहते हैं. एमएसपी गारंटी विधेयक लाने पर किसान लाभान्वित होंगे.’ उत्तर प्रदेश के किसान नेता डूंगर सिंह ने कहा कि हम आलू, गन्ना, अनाज, सब्जी और दूध समेत सभी उपज पर एमएसपी चाहते हैं. हम लिखित रूप ये यह गारंटी नहीं चाहते हैं. लेकिन हम एमएसपी के लिए एक कानून चाहते हैं.
पलवल और जयपुर रोड को जयपुर से आए संगठन आज बंद करेंगे।अंबानी और अडानी के माल पर हम धरना देंगे। जिओ सिम और जिओ फोन का बहिष्कार किया गया है। हरियाणा के टोल फ्री करवाए जाएंगे: दिल्ली बुराड़ी निरंकारी ग्राउंड से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अखिल भारतीय महासभा प्रेम सिंह गहलावत #FarmersProtests pic.twitter.com/uKDjnM4P8S
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2020
हरियाणा में टोल प्लाजा के पास जमा हुए किसान, यात्रियों से नहीं वसूलने दिया शुल्क
केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करते हुए किसानों ने शनिवार को हरियाणा में कुछ टोल प्लाजा पर कब्जा कर लिया और अधिकारियों को यात्रियों से शुल्क की वसूली नहीं करने दी. आंदोलनकारी किसानों ने कहा था कि नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग के लिए दबाव बनाने के खातिर वे टोल प्लाजा पर एकत्रित होंगे. भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के 100 से अधिक किसान मल्कीत सिंह और मनीष चौधरी के नेतृत्व में अंबाला-हिसार राजमार्ग पर टोल प्लाजा पर इकट्ठे हुए.
मैनें किसानों भाइयों को विश्वास दिलाया कि उनका (PM) कोई भी कदम किसानों के हित के खिलाफ नहीं जाएगा। किसानों के किसी भी चिंतन के लिए खुले मन से हमारी सरकार और मंत्री तैयार हैं। मोदी जी ने आजतक जितने फैसले लिए हैं गरीबों के हित और किसानों के हित के लिए, लिए हैं: भाजपा MP महेश शर्मा pic.twitter.com/CNcy6skH9I
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2020
भाकियू कार्यकर्ता नारे लगा रहे थे और कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे थे. टोल प्लाजा के कर्मचारियों ने वाहनों को बिना शुल्क अदा किए जाने दिया. कानून व्यवस्था को कायम रखने के लिए टोल प्लाजा पर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात किए गए थे. किसानों ने करनाल के बस्तारा और पियोंट टोल प्लाजा पर भी यात्रियों से शुल्क की वसूली नहीं करने दी. पंजाब में एक अक्टूबर से किसान विभिन्न टोल प्लाजा पर धरने पर बैठे हैं और यहां भी यात्रियों से शुल्क नहीं वसूला जा रहा.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए शंभू बाॅर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। अंबाला के एसपी ने बताया, "हमारे पास इंटेलिजेंस इनपुट थे कि आज संगठित होकर इनकी (किसानों) कूच करने की योजना है जिसके मद्देनज़र इंतजाम किए गए हैं।" #FarmersProtests pic.twitter.com/dbzP3Kxaps
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 12, 2020
पंजाब में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल 25 टोल प्लाजा हैं और यहां किसानों के प्रदर्शन के चलते यात्रियों से शुल्क की वसूली नहीं होने के कारण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को प्रतिदिन तीन करोड़ रूपये का घाटा उठाना पड़ रहा है. कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हजारों किसान दिल्ली से लगने वाली सीमाओं पर डटे हुए हैं.
#WATCH Haryana: Vehicles move through Shambhu Toll Plaza in Ambala after farmers closed the toll today, making it toll-free, as a part of their protest against #FarmLaws. pic.twitter.com/rdCM8BnQWO
— ANI (@ANI) December 12, 2020
कृषि कानून रद्द करवाने की मांग पर अड़े किसानों ने आज आंदोलन तेज कर दिया है। ऐलान के मुताबिक किसानों ने पंजाब और हरियाणा में टोल फ्री कर दिए हैं। टोल कर्मचारियों को लोगों से टैक्स नहीं वसूलने दिया जा रहा। किसानों ने ज्यादातर टोल प्लाजा पर कब्जा कर रखा है। उधर, जालंधर में किसानों का समर्थन कर रही सिख तालमेल कमेटी ने रिलायंस ज्वेल्स का शोरूम बंद करवा दिया।
दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम कल
किसान आज दिल्ली-जयपुर हाईवे जाम करने वाले थे, लेकिन ये कल के लिए टल गया है। किसानों के प्रदर्शन में सोशल एक्टिविस्ट योगेंद्र यादव सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान और हरियाणा के किसान आज कोटपुतली और बहरोड़ में इकट्ठे हो रहे हैं। कल दिल्ली की तरफ बढ़ेंगे।
पंजाब: किसानों ने पंजाब में भी टोल प्लाजा फ्री कर दिए हैं। हालांकि, वहां किसान पहले से आंदोलन कर रहे हैं। इसलिए कई टोल प्लाजा पर 1 अक्टूबर से ही फीस नहीं ली जा रही। पंजाब में नेशनल हाईवे पर 25 टोल हैं। टोल बंद होने से सरकार को हर दिन 3 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है।
दिल्ली: किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने बॉर्डर पर और टोल प्लाजा पर सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस का कहना है कि दिल्ली-गुडगांव बॉर्डर पर कोई प्रदर्शन नहीं हो रहा। ट्रैफिक मूवमेंट भी नॉर्मल है।
उत्तर प्रदेश: आगरा के टोल प्लाजा पर स्थिति सामान्य है। आगरा के एएसपी (वेस्ट) सत्यजीत गुप्ता के मुताबिक 5 प्रमुख टोल प्लाजा में से किसी के भी बंद होने की जानकारी नहीं है।
दिल्ली-हरियाणा के 5 टोल पर 3500 पुलिसकर्मी तैनात
किसानों के टोल फ्री करने की चेतावनी को देखते हुए फरीदाबाद पुलिस ने दिल्ली-हरियाणा के रास्तों में आने वाले 5 टोल प्लाजा पर 3500 पुलिसकर्मी तैनात किए हैं। बदरपुर, गुरुग्राम-फरीदाबाद, कुंडली-गाजियाबाद-पलवल, पाली क्रशर जोन और धौज टोल प्लाजा पर प्रदर्शनकारियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। पुलिस का कहना है कि सभी का सम्मान करते हैं, लेकिन कानून व्यवस्था बिगड़ी तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अकाली दल ने कहा- प्रधानमंत्री किसानों की सुनें
किसानों के मुद्दे पर NDA से अलग हुए शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि केंद्र सरकार किसानों की सुनने की बजाय उनकी आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। जिनके लिए कानून बनाए हैं, वे ही इन्हें नहीं चाहते तो केंद्र क्यों अत्याचार कर रहा है? मैं प्रधानमंत्री से अपील करता हूं कि वे किसानों की सुनें।
‘आंदोलन में देश विरोधी घुसे हैं तो इंटेलीजेंस उन्हें पकड़े’
किसान आंदोलन में देश विरोधी लोगों के घुसने के आरोपों पर भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि इंटेलीजेंस को उन्हें पकड़ना चाहिए। अगर बैन ऑर्गेनाइजेशंस के लोग हमारे बीच घूम रहे हैं तो उन्हें जेल में डालना चाहिए। हमें ऐसा कोई नहीं मिला, अगर दिखेगा तो बाहर निकाल देंगे।
(भाषा इनपुट के साथ)