पिता के एंटी नेशनल बताने पर शेहला राशिद बोलीं- वो बीवी को पीटने वाले, नाकाम आदमी

शेहला राशिद ( Shehla Rashid) जेएनयू (JNU) की रिसर्च स्कॉलर हैं. 2015-16 में यूनिवर्सिटी के छात्र संघ की उपाध्यक्ष बनी थीं. इसी साल मार्च में शाह फैसल की पार्टी जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट से जुड़ गई थीं. शाह फैसल पूर्व आईएएस हैं, जिन्होंने नौकरी छोड़कर अपनी पार्टी बनाई है.

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नई दिल्ली. जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) की पूर्व छात्र नेता शेहला राशिद ( Shehla Rashid) एक बार फिर चर्चा में हैं. उनके पिता अब्दुल राशिद शोरा (Abdul R Shohra) ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर अपनी बेटी शेहला राशिद पर एंटी-नेशनल होने के आरोप लगाए हैं. अब्दुल राशिद ने दावा करते हुए लिखा है कि शेहला राशिद देश विरोधी गतिविधियों में शामिल है. उन्हें अपनी बेटी से जान का खतरा है. इसके साथ ही उन्होंने शेहला राशिद को एक विदेशी एनजीओ से फंडिंग की बात भी कही.

वहीं, शेहला राशिद ने एक बयान जारी करते हुए पिता के आरोपों से इनकार किया है. शेहला ने ट्वीट कर लिखा- ‘परिवार में ऐसा नहीं होता, जैसा मेरे पिता ने किया है. मेरे साथ-साथ मेरी मां और बहन पर भी बेबुनियाद आरोप लगाए हैं.’ शेहला आगे लिखती हैं, ‘वह पत्नी को पीटने वाले, एक अपमानजनक और दुष्ट इंसान हैं. हमने आखिरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है. यह स्टंट उसी की प्रतिक्रिया है.’

शेहला ने एक ट्वीट करते हुए कहा- ‘आपमें से बहुत से लोगों ने मेरे जैविक पिता का वो वीडियो देखा होगा, जिसमें वो मेरे और मेरी मम्मी और बहन के खिलाफ अनाप-शनाप आरोप लगा रहे हैं. सीधे शब्दों में कहें तो वह एक वाइफ-बीटर और एक अपमानजनक, नापाक आदमी है.’शेहला राशिद ने 7 महीने में ही किया राजनीति छोड़ने का किया ऐलान, बताई ये वजहशेहला ने घरेलू हिंसा को लेकर लगाए आरोपशेहला ने घरेलू हिंसा को लेकर जो आरोप लगाए हैं.

इन पर अब्दुल राशिद शोरा ने कहा, ‘मैंने कोर्ट के ऑर्डर पर स्टे लिया है, जिसके बाद मुझे घर में रुकने की इजाजत दी गई है. लेकिन, मुझे SHO ने रुकने नहीं दिया जिसके बाद मैंने इसकी शिकायत की है.’क्या है पूरा मामला?दरअसल, शेहला राशिद के पिता अब्दुल राशिद शोरा ने डीजीपी को संबोधित करते हुए अंग्रेजी में 3 पन्नों की चिट्ठी लिखी है. इसमें अब्दुल राशिद ने अपनी बेटी शेहला को ही देश विरोधी बताते हुए कहा कि वह एंटी नेशनल गतिविधियों में शामिल है.

लेफ्ट पार्टी की एक्टिव सदस्य थी शेहला
अब्दुल राशिद ने कहा- ‘मैं एक गैर राजनीतिक व्यक्ति हूं. मैंने शेहला को इन सबसे दूर रहने को भी कहा था, मगर वह नहीं मानी. शेहला ने कश्मीर के पूर्व विधायक और अलगाववादी बोली बोलने वाले इंजीनियर राशिद को JNU में बोलने का मौका क्यों दिया? मेरी बेटी लेफ्ट पार्टी की एक्टिव सदस्य थी और वह मेरठ से चुनाव लड़ने वाली थी. शेहला को कहां से, कैसे और क्यों फंडिंग आती है, इसकी भी जांच की जानी चाहिए. उसे US में बैठे कुछ अलगाववादी फंडिंग करते हैं.’

क्या कहते हैं डीजीपी?
इस मामले में पुलिस की तरफ से प्रतिक्रिया भी आ गई है. कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार ने शेहला के पिता के दावे पर कहा कि उन्होंने सत्यापन के लिए अब्दुल राशिद शोरा के पत्र को श्रीनगर के एसएसपी को भेज दिया है.

कौन हैं शेहला राशिद?
शेहला राशिद जेएनयू की रिसर्च स्कॉलर हैं. 2015-16 में यूनिवर्सिटी के छात्र संघ की उपाध्यक्ष बनी थीं. इसी साल मार्च में शाह फैसल की पार्टी जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट से जुड़ गई थीं. शाह फैसल पूर्व आईएएस हैं, जिन्होंने नौकरी छोड़कर अपनी पार्टी बनाई है.

शेहला राशिद अपने बयानों से लगातार सुर्खियां बटोरती रही हैं. अपने गृह राज्य जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 खत्म किए जाने को लेकर शेहला ने कई विवादित बयान दिए थे. वह कुछ दिनों तक राजनीति में भी रही थीं. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने का शेहला ने विरोध किया था. शेहला ने एनआईटी श्रीनगर से इंजीनियरिंग की तालीम हासिल की है. वह बतौर इंजीनियर नौकरी भी कर चुकी हैं.

 

 

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