कोझीकोड एयरपोर्ट पर हादसा:क्रैश लैंडिंग के बाद एयर इंडिया का प्लेन 35 फीट गहरी खाई में गिरकर दो टुकड़ों में बंटा, दोनों पायलट समेत 17 की मौत; 123 यात्री घायल

वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया की यह फ्लाइट AXB-1344 दुबई से लौट रही थी इसमें कुल 190 लोग सवार थे, इनमें 128 पुरुष, 46 महिलाएं, 10 बच्चे और 6 क्रू मेंबर्स थे

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नई दिल्ली. केरल के कोझीकोड एयरपोर्ट पर शुक्रवार शाम 7.41 बजे दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। दुबई से आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट भारी बारिश के दौरान एयरपोर्ट के रनवे नंबर 10 पर लैंड कर रही थी। पायलट को लैंडिंग करने में दिक्कत आ रही थी। इसके चलते दो बार लैंडिंग टाल भी दी गई। तीसरी बार लैंडिंग की कोशिश के दौरान फ्लाइट फिसल गई और रन-वे से आगे निकल गई। विमान 35 फीट गहरी खाई में गिर गया।

इस हादसे में 17 लोगों की मौत हुई है। इनमें एयरफोर्स के रिटायर्ड विंग कमांडर दीपक वसंत साठे और को-पायलट अखिलेश कुमार भी शामिल हैं, जो विमान उड़ा रहे थे। हादसा खतरनाक था। विमान मलबे में बदल गया और इसके दो टुकड़े हो गए। 123 यात्री घायल हैं। इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि कई की हालत गंभीर है।

हालांकि, एयरपोर्ट अधिकारी और जानकार यह भी कह रहे हैं कि शुक्र है प्लेन में आग नहीं लगी, वरना ज्यादा लोगों की जान जाती। मलप्पुरम कलेक्टर ने बताया कि घटना स्थल पर बचाव अभियान पूरा हो गया है। सभी को मलप्पुरम और कोझीकोड के अस्पतालों में भेज दिया गया है।

सोर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित थे साठे

वंदे भारत मिशन के तहत एयर इंडिया की यह फ्लाइट AXB-1344 दुबई से लौट रही थी। 190 यात्रियों में 128 पुरुष, 46 महिलाएं, 10 बच्चे और 4 क्रू मेंबर्स और 2 पायलट शामिल थे। हादसे में जान गंवाने वाले पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे वायु सेना में टेस्ट पायलट थे। वे एनडीए के पासआउट थे और प्रतिष्ठित सोर्ड ऑफ ऑनर से नवाजे गए थे। उनके भाई ने भी कारगिल की जंग में शहादत दी थी और उनके पिता भी सेना से रिटायर हुए हैं।

हादसा कैसे हुआ?

इस बाेइंग 737 प्लेन की रनवे पर क्रैश लैंडिंग हुई। शहर में तेज बारिश हो रही थी। डीजीसीए के मुताबिक, विजिबिलिटी 2000 मीटर थी। रनवे नंबर 10 पर फिसलते हुए प्लेन आगे की ओर गया और खाई में गिर गया।’ हादसे तस्वीरें डराने वाली हैं। प्लेन का आगे का हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त नजर आ रहा है। शुक्र है कि हादसे के बाद प्लेन में तुरंत आग नहीं लगी, जिसकी वजह उस समय वहां हो रही तेज बारिश थी।

डीजीसीए के मुताबिक, ‘विजिबिलिटी 2000 मीटर थी। रनवे नंबर 10 पर फिसलते हुए प्लेन आगे की ओर गया और खाई में गिर गया।’

क्या पायलट ने विमान को बचाने की कोशिश की थी?

मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि खराब मौसम की वजह से प्लेन ने लैंडिंग से पहले आसमान में चक्कर लगाए। यानी वह एक बार में ही रनवे पर नहीं उतरा। पायलट ने विमान को बचाने की पूरी कोशिश की। केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने बताया कि पायलट ने दूसरी कोशिश में प्लेन को लैंड कराया, लेकिन लैंडिंग कामयाब नहीं रही।

हादसे में जान गंवाने वाले पायलट कैप्टन दीपक वसंत साठे। वे पहले एयरफोर्स में विंग कमांडर थे।

जहां हादसा हुआ, वह एयरपोर्ट कैसा है?

कारीपुर एक टेबल टॉप एयरपोर्ट है। टेबल टॉप यानी ऐसा एयरपोर्ट, जो पहाड़ी इलाके में बना है और जहां रनवे का एक सिरा या दोनों सिरों के बाद ढलान होती है। ऐसे एयरपोर्ट पर खराब मौसम के दौरान हादसे का खतरा बना रहता है। ऐसे एयरपोर्ट पर जब बारिश के दौरान लैंडिंग होती है तो रनवे पर जमा पानी और पहले लैंड हो चुके विमानों के टायर के रबर डिपॉजिट्स की वजह से प्लेन के रनवे से फिसल जाने का खतरा रहता है। इसे एक्वाप्लेनिंग भी कहते हैं।

कारीपुर एक टेबल टॉप एयरपोर्ट है। टेबल टॉप यानी ऐसा एयरपोर्ट, जो पहाड़ी इलाके में बना है और जहां रनवे का एक सिरा या दोनों सिरे ढलान पर होते हैं। -फाइल फोटो

क्या इस तरह के खतरे की बात पहले सामने नहीं आई थी?

पिछले साल डीजीसीए ने कोझीकोड एयरपोर्ट की सेफ्टी से जुड़ी चेतावनी जारी की थी। इसमें कहा था कि यहां रनवे पर बहुत ज्यादा रबर डिपॉजिट रहता है। इससे फ्रिक्शन कम हो जाता है और भारी बारिश होने पर यहां अनसेफ लैंडिंग का खतरा बना रहता है।

सरकार क्या कर रही है?

  • हादसे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल के सीएम पिनाराई विजयन से बात की।
  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनडीआरएफ से तुरंत मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू करने को कहा।
  • सीएम विजयन ने पुलिस और फायर बिग्रेड से तुरंत मौके पर पहुंचने और मेडिकल सपोर्ट देने को कहा।
  • दुबई में भारत के कॉन्स्युलेट जनरल ने हेल्पलाइन नंबर 056 546 3903, 0543090572, 0543090572, 0543090575 जारी किए।
  • कोझीकोड एयरपोर्ट का हेल्पलाइन नंबर 0495-2376901 है।
  • डीजीसीए ने मामले की जांच के आदेश दिए।

10 साल पहले मैंगलोर में ऐसा ही हादसा हुआ था

22 मई 2010 में मैंगलोर एयरपोर्ट पर भी ऐसा ही हादसा हुआ था। इस हादसे में 150 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। तब भी प्लेन एयर इंडिया एक्सप्रेस का था और दुबई से ही लौट रहा था। मैंगलोर भी टेबल टॉप एयरपोर्ट है। इसका मतलब है कि यह एयरपोर्ट एक पहाड़ी के ऊपर है।

हादसे के बाद राहत और बचाव के लिए टीमें पहुंच गई हैं. फायर ब्रिगेड और ऐम्बुलेंस की गाड़ियां घटनास्थल पर मौजूद हैं.

जानकारी के मुताबिक, इस फ्लाइट की उड़ान संख्या IX1344 है. यह प्लेन दुबई से शाम के 4 बजकर 45 मिनट पर उड़ा था. शाम को 7 बजकर 41 मिनट पर लैंडिंग के वक्त प्लेन रनवे से फिसलकर घाटी में जा गिरा. फिलहाल इस हादसे में कितने घायल हुए हैं इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.

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