कोरोना वायरस: तमिलनाडु में सामने आए 50 नए मामले, 45 लोग निजामुद्दीन मरकज में हुए थे शरीक
जानकारी के मुताबिक आज जो 50 लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) से संक्रमित पाए गए हैं उनमें से 45 लोगों ने दिल्ली (Delhi) के निजामुद्दीन (Nizamuddin) में तबलीगी जमात (Tabligi Jamaat) के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
नई दिल्ली. तमिलनाडु (Tamilnadu) में मंगलवार कोरोना वायरस (Coronavirus) के 50 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 124 हो गई है. जानकारी के मुताबिक आज जो 50 लोग संक्रमित पाए गए हैं उनमें से 45 लोगों ने दिल्ली (Delhi) के निजामुद्दीन (Nizamuddin) में तबलीगी जमात (Tabligi Jamaat) के कार्यक्रम में हिस्सा लिया था.
1500 में से 1130 लोग लौटे थे
गौरतलब है कि सोमवार को मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी (K Palanisamy) ने कहा था कि तमिलनाडु से हाल ही में एक आयोजन में भाग लेने दिल्ली गए लोगों में से भी कुछ लोग संक्रमित हुए हैं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु से करीब 1,500 लोगों का समूह दिल्ली गया था.
‘तबलीगी जमात’ ने हाल ही में दिल्ली में एक आयोजन किया था.
सरकार ने कहा, ‘‘सभी मरीजों की हालत स्थिर है और वे अस्पताल में पृथक हैं.’’ इस बीच, 31 मार्च, 2020 को जिन डॉक्टरों, नर्सों और स्वास्थ्यकर्मियों को सेवानिवृत्त होना था, मुख्यमंत्री ने उन सभी को संविदा के तहत दो महीने का सेवा विस्तार दिया है.सरकार ने बताया कि सक्रिय निगरानी के तहत 2,000 कर्मचारियों ने 12 जिलों में 1,08,677 घरों में जाकर 3,96,147 लोगों की बुखार और अन्य लक्षणों के लिए जांच की है.
दिल्ली के निज़ामुद्दीन मरकज़ (Nizamuddin Markaz) मामले में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है. एफआईआर मौलाना साद और अन्य के खिलाफ लिखी गई है. अब इस मामले की दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी. आज सुबह सीएम अरविंद केजरीवाल और सोमवार रात दिल्ली के हैल्थ मिनिस्टर सतेन्द्र जैन ने एलजी को एक खत लिखा था. खत में मरकज़ की इंतज़ामियां के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की सिफारिश की थी. गौरतलब रहे कि मरकज़ में भारतीयों सहित कुछ विदेशी रुके हुए थे. यह लोग तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) के एक जलसे में हिस्सा लेने आए हुए थे.
मरकज का आरोप, 17 गाड़ियों के लिए एसडीएम से मांगा था कर्फ्यू पास
तबलीगी जमात से जुड़े उलेमाओं का दावा है कि जमात दुनिया के हर एक मुल्क में फैली हुई है. जमात से दुनियाभर में करीब 15 करोड़ लोग जुड़े हुए हैं. उलेमाओं का दावा है कि जमात कोई सरकारी मदद नहीं लेती है. जमात की अपनी कोई बेवसाइट, अखबार या चैनल नहीं है. भारत में जमात का हैड ऑफिस दिल्ली में हज़रत निजामुउद्दीन दरगाह के पास मरकज के नाम से है. जमात की एक खास बात ये है कि ये अपना एक अमीर (अध्यक्ष) चुनते हैं और उसी के अनुसार सारे कार्यक्रम होते हैं.
तबलीगी जमात का मकसद
IPC की धारा 269 यानी किसी के जीवन को संकट में डालना और आईपीसी 270 यानी कोई ऐसा गैर जरूरी काम करना जिससे जीवन में संकट आए. जबकि आईपीसी की धारा 271 यानी सरकार के बनाए नियम की अवहेलना करना है. वहीं धारा 120 बी यानी आपराधिक साजिश के साथ सरकारी नियमों की घोर अवहेलना करना है. इसके अलावा U/s 3 महामारी एक्ट 1897 के तहत केस दर्ज किया गया है.