जालंधर. पंजाब में कोरोना वायरस से अब तक 1934 लोग संक्रमित हो चुके और इनमें से 32 की मौत हो गई है। संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों की तरफ से जारी लॉकडाउन के तीसरे फेज का मंगलवार को नौवां दिन है। इसके चलते करीब डेढ़ महीने से ज्यादातर इंडस्ट्री और दूसरे कारोबार बंद हैं। यहां काम करने आए 10 लाख से ज्यादा प्रवासी मजदूर अपने-अपने राज्यों को लौटने की इच्छा जता चुके हैं। इन्हें भेजने के लिए विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। मंगलवार को भी जालंधर से 10 बजे गोरखपुर के लिए एक ट्रेन रवाना हो चुकी है, वहीं 4 और ट्रेनें भेजी जाएंगी। इसी तरह अमृतसर, बठिंडा, लुधियाना और पटियाला से भी श्रमिकों को भेजा जा रहा है। और कहां कैसे हैं हालात…
बठिंडा के तलवंडी साबो में पुलिस ने आप विधायक प्रो. बलजिंदर के भाई का काटा चालान
तलवंडी साबो में पुलिस ने आम आदमी पार्टी की विधायक प्रो. बलजिदर कौर के भाई उदयवीर सिंह की गाड़ी का उस समय चालान काट दिया, जब उसने बाबा दीप सिंह सिविल अस्पताल के नजदीक पुलिस को देखकर हूटर बजा दिया। पुलिस ने बताया कि सिविल अस्पताल के नजदीक हूटर या प्रेशर हॉर्न बजाने की मनाही है, इसके बावजूद विधायक उदयवीर ने हूटर बजाया। उसने सीट बेल्ट भी नहीं लगाई थी और न ही गाड़ी के कागजात थे। टोके जाने पर उदयवीर ने पुलिस के साथ बदतमीजी भी की।
जालंधर में एसी, कूलर वगैरह की दुकानें खुली, भीड़ बढ़ी तो पुलिस ने बंद करवाई
मंगलवार को जालंधर में सुबह 7 बजे के करीब फगवाड़ा गेट स्थित इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकानों का बाजार दुकानदारों ने खोल दिया। दरअसल, रविवार को ही डिप्टी कमिश्नर वरिंदर शर्मा ने एसी, कूलर आदि की दुकानें सुबह 7 बजे से लेकर दोपहर 3 बजे तक खोलने की छूट देने का ऐलान किया था। हालांकि बाद में भीड़ ज्यादा बढ़ने के चलते पुलिस ने बाजार को बंद करवा दिया।
लुधियाना जिले के कस्बा जगराओं में कारोबारियों ने राहत महसूस की, दुकानें खुली
लुधियाना जिले के कस्बा जगराओं में व्यापारियों व दुकानदारों ने एकजुट होकर अपनी मर्जी से सुबह सात बजे से अपनी दुकानें व सारे बाजार खोल दिए, ताकि कारोबार को पटरी पर लाया जा सके। जगराओं के तहसील रोड, कमल चौक, सराफा, अनारकली, नलकियां वाला चौक सहित सभी बाजार खुले थे। सड़कों पर भी वाहनों की भीड़ पहले के मुकाबले देखने को मिली। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को लेकर दुकानदारों ने मास्क पहने थे और अन्य सावधानियों के भी प्रबंध किए थे।
तरनतारन में आइसोलेशन वार्ड से बाहर आकर कोरोना मरीजों ने की नारेबाजी
तरनतारन सिविल अस्पताल में 100 के करीब मरीज आइसोलेशन वार्ड से बाहर निकल आए। इनमें बुजुर्ग महिलाएं और छोटे बच्चे शामिल थे। डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल, एसएमओ डॉ. इंद्रमोहन गुप्ता मौके पर पहुंचे और उच्च अधिकारियों को इसकी सूचना दी। अस्पताल का बाहरी गेट बंद करवा दिया गया। पंजाब पुलिस के कमांडो तैनात कर दिए गए। इन्हें देखकर मरीज कहने लगे या तो उनको गोली मार दी जाए या फिर घरों में जाने दिया जाए। वार्ड में बहुत गर्मी है, पानी भी बोतल बंद नहीं मिल रहा। वह सुबह पांच बजे जाग जाते हैं, लेकिन चाय साढ़े नौ बजे मिलती है। छोटे बच्चे दूध के लिए बिलखते रहते हैं। रोटी लंगर से लाकर खिलाई जा रही हैं। ये इतनी मोटी होती हैं कि बच्चों व बुजुर्गो से नहीं खाई जाती। 40 मिनट तक रोष जता मरीजों ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद चंडीगढ़ में बैठे हैं, उन्हें कोरोना मरीजों की परवाह ही नहीं है।