कोरोना वायरस: देश के 13 राज्य और 75 जिले लॉकडाउन, सिर्फ जरूरी सेवाएं रहेंगी चालू

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), पंजाब (Punjab), कर्नाटक (Karnataka), तमिलनाडु (Tamilnadu), केरल (Kerala) और महाराष्ट्र (Maharashtra) समेत 13 राज्‍यों में लॉकडाउन है.

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नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण से रविवार को बिहार में पहली मौत सहित तीन लोगों की जान चली गई. इस वायरस से देश में अबतक सात लोगों की मौत हो चुकी है जबकि कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 360 हो गई है.

ये राज्य रहेंगे लॉकडाउन

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सभी यात्री ट्रेनों, अंतरराज्यीय बस सेवाओं और मेट्रो को 31 मार्च तक के लिए स्थगित कर दिया. वहीं केंद्र द्वारा घोषित भारत भर के 80 जिलों में लॉकडाउन के अलावा, 13 राज्य सरकारों ने भी अपने राज्यों को लॉकडाउन कर दिया है. इन राज्यों में महाराष्ट्र (Maharashtra), केरल (Kerala), हरियाणा (Haryana), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), उत्तराखंड (Uttarakhand), पश्चिम बंगाल (West Bengal), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh), तेलंगाना (Telanaga), पंजाब (Punjab), दिल्ली (Delhi), नागालैंड (Nagaland), झारखंड (Jharkhand) और राजस्थान (Rajasthan) शामिल हैं. इनमें से उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), पश्चिम बंगाल (West Bengal) 27 मार्च तक तो वहीं अन्य राज्य 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन कर दिए गए हैं.

ये सेवाएं रहेंगी जारी
लॉकडाउन के दौरान अनिवार्य सेवाएं जारी रहेंगी. इस लॉकडाउन से दवा की दुकान, राशन की दुकान, डेयरी, पेट्रोल पंप को शामिल नहीं किया गया है. वहीं बैंक, पोस्ट ऑफिस, एटीएम और मीडिया कार्यालय भी लॉकडाउन से बाहर रहेंगे. इस लॉकडाउन में निजी कार्यालय, गैर-जरूरी सामानों की दुकानें और परिवहन सेवाएं पूरी तरह से बंद रहेंगीय लॉकडाउन में सीआरपीसी की धारा 144 लागू रहेगी. दिल्ली के सभी बॉर्डर सोमवार सुबह 6 बजे से सील कर दिए जाएंगे और घरेलू उड़ानों पर रोक लगा दी जाएगी. दिल्ली मेट्रो भी 31 मार्च तक बंद रहेगी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रविवार को ‘‘जनता कर्फ्यू’’ लगाने का आह्वान किए जाने के बाद करोड़ों लोग अपने घरों में ही रहे.

रेलवे की सभी ट्रेनें रद्द
वहीं रेलवे ने घोषणा की कि वह सभी यात्री ट्रेनों को 22 मार्च की मध्यरात्रि से 31 मार्च के लिए स्थगित कर रहा है और इस अवधि में केवल मालगाड़ी चलेगी. रेलवे के मुताबिक उपनगरीय रेल सेवा भी स्थगित रहेंगी हालांकि जो यात्री रेलगाड़ियां 22 मार्च को तड़के चार बजे अपने गंतव्य के लिए रवाना हुई रेलगाड़ियां अपनी यात्रा पूरी करेंगी. रेलवे प्रवक्ता ने कहा कि यात्री इस अवधि से 21 जून तक टिकट रद्द कराने पर पूरे पैसे वापसी का दावा कर सकते हैं. रेलवे ने यह अभूतपूर्व कदम तब उठाया जब तीन घटनाओं (12 कोरोना वायरस संक्रमित)में घर में पृथक रहने का निर्देश के बावजूद लोग यात्रा करते हुए पाए गए जिससे संक्रमण पूरे देश में फैलने का खतरा पैदा हो गया था.

केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश, पंजाब, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र के 75 जिलों को पूरी तरह से लॉकडाउन करने का फैसला किया है. हालांकि राज्‍य सरकारों ने भी बढ़कर समर्थन किया है. जिसके कारण 80 जिले लॉकडाउन हो गए. दिल्ली पुलिस ने पूरी दिल्ली में 31 मार्च तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है और कहा है कि प्रदर्शन और लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध है. दिल्ली सरकार ने जनता कर्फ्यू के बाद भी लोगों को घरों में रहने की अपील की. पश्चिम बंगाल सरकार ने अधिसूचना में कहा कि कोलकाता और राज्य के कई इलाकों में सोमवार शाम पांच बजे से 27 मार्च तक बंदी रहेगी.

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक महाराष्ट्र में सबसे अधिक 63 कोरोना वायरस संक्रमितों की पुष्टि हुई है, जिसके बाद केरल का स्थान है जहां 52 मामले सामने आए है. दिल्ली में 27 मामलों की पुष्टि हुई है.

राज्यों से सामने आए इतने मामले
उत्तर प्रदेश में 25, तेलंगाना में 21, राजस्थान में 24 और हरियाणा में 17 मामले सामने आये हैं. कर्नाटक में 20, पंजाब और लद्दाख में 13-13, गुजरात में 14 , तमिलनाडु में छह और चंडीगढ़ में पांच मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. मध्य प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और पश्चिम बंगाल में चार-चार मामले सामने आए हैं. अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में तीन-तीन मामले सामले आए हैं जबकि ओडिशा और हिमाचल प्रदेश में भी दो-दो मरीज सामने आए हैं. पुडुचेरी और छत्तीसगढ़ में एक-एक मामला आया है.

भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के निदेशक ने कहा कि जांच को बढ़ाया जा रहा है लेकिन कोरोना वायरस की जांच अंधाधुंध नहीं की जाएगी. रणनीति के तहत केवल उन्ही लोगों का परीक्षण किया जाएगा जिनमें लक्षण होंगे. अधिकारियों ने बताया कि 10 लाख कर्मियों वाले अर्धसैनिक बलों ने भी तत्काल प्रभाव से जवानों की आवाजाही स्थगित कर दी है और कहा कि वे पांच अप्रैल तक वहीं रहें जहां पर है.

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