ट्रांसपोर्ट के सारे साधन बंद / ट्रेनें, बसों के बाद कल आधी रात से घरेलू उड़ानें भी बंद; रोक कब तक रहेगी यह सरकार ने बताया ही नहीं

देश में हर महीने औसतन 1.3 करोड़ और सालाना 14 करोड़ यात्री घरेलू उड़ानों में सफर करते 31 मार्च तक 12500 यानी सभी यात्री ट्रेनें बंद, इनसे रोजाना 2.3 करोड़ लोग सफर करते हैं

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नई दिल्ली. कोरोनावायरस के कारण बुधवार रात 12 बजे के बाद पूरे देश में कोई भी आदमी कहीं भी ट्रैवल नहीं कर सकेगा। 19 राज्यों में पूरी तरह और 5 राज्यों में आंशिक लॉकडाउन है। पंजाब और पुड्डूचेरी में कर्फ्यू है। यानी इन राज्यों की सीमाएं सील हैं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट पूरी तरह बंद है। लोग कहीं आ-जा नहीं सकते। इस बीच केंद्र ने आदेश जारी किया है कि मंगलवार रात 12 बजे से सभी घरेलू उड़ानें बंद कर दी जाएंगी। किसी भी यात्री को अपनी मंजिल तक पहुंचना है तो वह मंगलवार रात 11.59 बजे तक वहां पहुंच जाए। इसके बाद कोई उड़ान नहीं होगी।

केंद्र ने कहा कि जिस भी यात्री को अपने गंतव्य तक जाना है, वह मंगलवार रात 11.59 तक वहां पहुंच जाए। इसके बाद उड़ानें नहीं चलेंगी। देश में हर महीने औसतन 1.3 करोड़ और सालाना 14 करोड़ यात्री घरेलू उड़ानों में सफर करते हैं। इन प्रतिबंधों का मतलब यह है कि बुधवार से देश में ट्रांसपोर्ट पूरी तरह ठप हो जाएगा।

देश में क्या-क्या बंद?

1. विमान सेवा

केंद्र ने 29 मार्च तक सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगा रखी है। केंद्र ने सोमवार को सभी घरेलू उड़ानें बंद करने का फैसला लिया है। केंद्र ने कहा कि मंगलवार रात 12 बजे के बाद सभी घरेलू उड़ानें रद्द कर दी जाएंगी। हालांकि, केंद्र ने यह नहीं बताया कि यह रोक कब तक रहेगी।
2. ट्रेनें

31 मार्च तक रेलवे ने 12500 यानी सभी यात्री ट्रेनें बंद करने का फैसला लिया है। 9 दिन तक मालगाड़ियों को छोड़कर कोई भी ट्रेन नहीं चलेगी। इस फैसले का मतलब यह है कि रोजाना इन ट्रेनों से सफर करने वाले 2.3 करोड़ लोग अब कहीं आ-जा नहीं सकेंगे।
3. मेट्रो सर्विसेस-इंटर स्टेट बसें

कैबिनेट सेक्रेटरी ने रविवार को सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को निर्देश दिए कि मेट्रो सर्विसेस और इंटर स्टेट बसों को भी 31 मार्च तक रोक दिया जाए। इसमें दिल्ली मेट्रो भी शामिल है, जिससे करीब दो करोड़ लोग रोजाना सफर करते हैं।

425 राज्यों में लॉकडाउन और कर्फ्यू यानी शहरों की सीमाएं भी सील

देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लॉकडाउन कर दिया गया है। इन्हीं में पंजाब, महाराष्ट्र और पुड्डुचेरी भी शामिल हैं, जहां 31 मार्च तक कर्फ्यू का ऐलान किया गया है। इन राज्यों की और इनके जिलों की सीमाएं सील हैं, यानी कोई व्यक्ति एक शहर से दूसरे शहर नहीं जा सकता। सभी राज्यों में लॉकडाउन की अवधि 31 मार्च तक है।

ऐसा क्यों

करीब 25 राज्यों में लॉकडाउन और 2 राज्यों में कर्फ्यू के बावजूद लोग गंभीर नहीं दिखाई दे रहे हैं। सड़कों पर भीड़ बनी हुई है और कुछ जगहों पर बसों की छत पर भी लोग देखे गए। मजबूरन जनता कर्फ्यू के अगले ही दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपील करनी पड़ी कि लोग लॉकडाउन को गंभीरता से लें। इसके कुछ ही घंटे बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सभी राज्यों में अधिकारी लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाएं। नियम तोड़ने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो।

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