PM मोदी दो दिन के दौरे पर ढाका पहुंचे, तोहफे में कोरोना वैक्सीन के 12 लाख डोज भी ले गए, 16 महीने बाद आज से 2 दिन के विदेश दौरे पर मोदी; कोरोना से पहले 2017 में सबसे ज्यादा 181 दिन लगातार देश में रहे थे
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से दो दिन के बांग्लादेश दौरे पर हैं। कोरोना के कारण 497 दिन यानी 16 महीने 11 दिन बाद यह उनका पहला विदेश दौरा है। जब से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तब से कभी भी उनकी दो विदेश यात्राओं में इतना लंबा अंतराल नहीं रहा। बीते पूरे साल उन्होंने कोई विदेश दौरा नहीं किया। मार्च 2020 में उन्हें बांग्लादेश जाना था, लेकिन वह दौरा कोरोना के कारण रद्द हो गया था। अब वही बांग्लादेश दौरा शुरू हो गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के दौरे पर बांग्लादेश पहुंच गए हैं। वे शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे रवाना हुए। PM मोदी का स्पेशल विमान ढाका के हजरत शाह जलाल इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुबह करीब 10:15 बजे पहुंचा। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मोदी की अगवानी की। मोदी को एयरपोर्ट पर ही राष्ट्रीय गान बजाकर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वे कोरोना वैक्सीन के 12 लाख डोज तोहफे के तौर पर लेकर बांग्लादेश पहुंचे हैं। यहां वे पड़ोसी देश के 50वें स्वतंत्रता दिवस पर होने वाले स्वर्ण जयंती समारोह में शामिल होंगे।
बांग्लादेश के मुक्ति योद्धाओं को देंगे श्रद्धांजलि
ढाका एयरपोर्ट से प्रधानमंत्री का काफिला सीधे बांग्लादेश के राष्ट्रीय शहीद स्मारक पहुंचेगा। PM मोदी बांग्लादेश की आजादी के लिए शहीद हुए मुक्ति योद्धाओं को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे और उनकी याद में एक पौधा लगाएंगे। दोनों देशों के प्रधानमंत्री बंगबंधु इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर आएंगे। यहां दोनों देशों के प्रधानमंत्री मिलकर बंगबंधु-बापू म्यूजियम का उद्घाटन करेंगे। वहीं पर शेख हसीना ने मोदी के सम्मान में डिनर का आयोजन किया है। शहीद स्मारक से निकलकर प्रधानमंत्री पैन पेसिफिक सोनारगांव होटल जाएंगे, जहां उनके ठहरने का इंतजाम है।
काली मंदिर में पूजा के बाद हसीना के गांव जाएंगे
27 मार्च की सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तेजगांव केंटोनमेंट से ढाका से 300 किलोमीटर की दूरी पर सतखिरा के श्यामानगर के ईश्वरीपुर गांव स्थित श्री श्री जसोरेश्वरी काली मंदिर के दर्शन के लिए पहुंचेंगे। करीब 10 बजे काली मंदिर में पूजा अर्चना करने के बाद प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से बंगबंधु मुजीबुर रहमान की जन्म स्थली तुंगिपारा पहुंचेंगे। यह बांग्लादेश की प्रधानमंत्री हसीना का पैतृक गांव है। यहां एक बार फिर शेख हसीना उनकी अगवानी करेंगी। यहां बने स्मारक में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है। मोदी यहां एक पौधा भी लगाएंगे।
मतुआ समुदाय के सबसे बड़े तीर्थ स्थल जाएंगे
दोनों प्रधानमंत्री बंगबंधु स्मारक जाएंगे। वहां से एक बार फिर पीएम हेलीकॉप्टर से गोपालगंज के ओराकंडी जाएंगे। यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओराकंडी में मतुआ समुदाय के सबसे बड़े तीर्थ स्थल ठाकुरबाड़ी में दर्शन करेंगे। वे यहां करीब 300 मतुआ धर्म प्रचारको को संबोधित करेंगे। इन कार्यक्रमों की समाप्ति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हेलीकॉप्टर से वापस ढाका अपने होटल लौट आएंगे।
कोरोना के चलते साल 2020 में यात्रा रद्द की गई थी
बीते साल कोरोना संक्रमण के शुरुआत के बाद पीएम की जो विदेश यात्रा मार्च 2020 में रद्द की गई थी वो बांग्लादेश की ही थी। पीएम मोदी को शेख मुजीबुर रहमान जन्मशती कार्यक्रम में शरीक होने के लिए पहले 17 मार्च 2020 को बांग्लादेश की यात्रा करनी थी। हालांकि, कोविड-19 महामारी के बीच अपनी विदेश यात्राओं का सिलसिला शुरू करने के लिए उन्होंने पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश को ही चुना।
प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी ने किस साल कितने विदेश दौरे किए? अब तक वो कितने देशों की यात्रा कर चुके हैं? और कितने दिन वो विदेश में बिता चुके हैं? इन सब पर बात करेंगे, लेकिन पहले बांग्लादेश दौरे की बात कर लेते हैं।
प्रधानमंत्री अपने दौरे के दौरान बांग्लादेश के 50वें स्वतंत्रता दिवस और शेख मुजीब-उर-रहमान की जन्मशती समारोह में हिस्सा लेंगे। वो 1971 के युद्ध में मारे गए लोगों की याद में बनाए गए राष्ट्रीय शहीद स्मारक पर भी जाएंगे। इसके अलावा उनका सतखीरा और ओरकांडी में मंदिरों का दौरा करने का भी कार्यक्रम है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के साथ मिलकर मोदी ढाका में बंगबंधु-बापू एग्जीबिशन का उद्घाटन भी करेंगे। इस प्रदर्शनी में दोनों महान नेताओं से जुड़ी कई चीजों को प्रदर्शित किया जाएगा।
कोरोना से पहले मोदी की हर साल 10 से ज्यादा विदेश यात्राएं
मोदी को प्रधानमंत्री बने 6 साल 10 महीने हो चुके हैं। उन्होंने 26 मई 2014 को पहली बार और 30 मई 2019 को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। प्रधानमंत्री कार्यालय की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, 2014 से नवंबर 2019 तक वो 59 बार विदेश दौरे पर गए।
कोरोना से पहले 2019 में ही उन्होंने 11 विदेश दौरे किए। इस दौरान 35 दिन विदेश में रहे। 2020 ऐसा पहला साल बीता जब उन्होंने एक भी विदेश यात्रा नहीं की। अपने अब तक के 59 दौरों में उन्होंने 106 देशों (इनमें 2 या उससे ज्यादा दौरे भी शामिल हैं) की यात्रा की है। इस दौरान वो सबसे ज्यादा छह बार अमेरिका के दौरे पर गए। इस दौरान वो कुल 229 दिन विदेश में रहे हैं।
कोरोना से पहले सबसे बड़ा ब्रेक 2017 में 5 राज्यों में चुनाव के दौरान लिया
कोरोना आने से पहले सिर्फ चार मौके ऐसे आए जब प्रधानमंत्री मोदी ने लगातार तीन महीने से ज्यादा समय तक कोई विदेश दौरा नहीं किया। इनमें सबसे लंबा गैप नवंबर 2016 से मई 2017 के बीच रहा। इसका एक कारण ये भी था कि, उस समय उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव भी थे। इन 5 राज्यों में मोदी ने नवंबर 2016 से लेकर मार्च 2017 के बीच 38 दौरे किए थे। इसमें से सबसे ज्यादा 27 दौरे अकेले उत्तर प्रदेश में किए थे। चुनाव में भाजपा ने यहां की 403 सीटों में से 325 सीटें जीती थीं। भाजपा 5 में से 4 राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब रही थी। अकेले पंजाब में उसे सरकार गंवानी पड़ी थी।
आखिरी बार नवंबर 2019 में विदेश दौरा किया था
प्रधानमंत्री मोदी का आखिरी विदेश दौरा 13 से 15 नवंबर 2019 में ब्राजील का था। उस समय मोदी BRICS में शामिल होने गए थे। दूसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद सिर्फ छह महीने में ही उन्होंने 10 विदेश दौरे किए। इस दौरान वो 13 देशों की यात्रा पर गए।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति के साथ विपक्षी नेताओं से भी मिलेंगे मोदी
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रंगला ने बुधवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के दो दिन के इस दौरे के दौरान आपदा प्रबंधन, व्यापार और समुद्र विज्ञान समेत कई क्षेत्रों में समझौते होंगे। प्रधानमंत्री शेख मुजीब-उर-रहमान की समाधि पर भी जाएंगे। मोदी मुजीब-उर-रहमान की समाधि पर जाने वाले पहले भारतीय गणमान्य अतिथि होंगे। इस दौरान मोदी बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद से मुलाकात करेंगे। उनकी बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ डेलिगेशन-लेवल पर बातचीत होगी। इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी बांग्लादेश के विपक्षी नेताओं, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, अलग-अलग संप्रदायों के नेताओं और बांग्लादेश के यूथ आइकन्स से भी मिलेंगे।
मई में पुर्तगाल और जून में ब्रिटेन जा सकते हैं मोदी
मई में भारत और यूरोपियन यूनियन के नेता मुलाकात कर सकते हैं। इसमें शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री मोदी पुर्तगाल जा सकते हैं। इसके बाद जून में प्रधानमंत्री ब्रिटेन जाएंगे। यहां वे G7 समिट में हिस्सा लेंगे। कॉर्नवाल में होने वाली समिट के लिए मोदी को ब्रिटेन ने न्योता भेजा था। G7 में ब्रिटेन, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, अमेरिका और यूरोपियन यूनियन शामिल हैं।