आर्मी चीफ का लेह दौरा:जनरल नरवणे ने कहा- एलएसी पर कई जगह तैनाती की गई, हालात तनावपूर्ण हैं, पर हमारे जवान भी तैयार हैं
चीन ने बीते 6 दिन में दो बार लद्दाख के पैंगॉन्ग इलाके में घुसपैठ की कोशिश की थी भारतीय सेना ने चीन की कोशिशें नाकाम कर दीं, विवादित इलाके में दबदबा बनाया
ल द्दाख में चीन से ताजा तनाव के बीच आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने लगातार दूसरे दिन लेह का दौरा किया। उन्होंने कहा है कि लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) पर हालात थोड़े नाजुक और गंभीर हैं। हमने कुछ जगहों पर ऐहतियातन जवान तैनात किए हैं, ताकि अपनी सीमाओं की सुरक्षा कर सकें। हमारे जवानों का मनोबल ऊंचा है, वे हर चुनौती से निपटने के लिए तैयार हैं।
#WATCH: Army Chief says to ANI, "They (the jawans) are highly motivated. Their morale is high and they are fully prepared to deal with any situation that may arise. Our officers and men are the finest in the world and will make not only the Army but also the nation proud." pic.twitter.com/EFMZ3j77VO
— ANI (@ANI) September 4, 2020
हमारे जवान दुनिया में सबसे बेहतर’
आर्मी चीफ ने कहा, “मैंने कई इलाकों का दौरा किया। अफसरों से बात कर तैयारियों का जायजा भी लिया। मैं फिर कहूंगा कि हमारे अफसर और जवान दुनिया में सबसे बेहतर हैं। वे न सिर्फ आर्मी का बल्कि देश गौरव भी बढ़ाएंगे। जवानों की सेहत अच्छी है और उनका मनोबल भी ऊंचा है। मुझे विश्वास है कि वो सीमाओं की रक्षा करने के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं।”
‘बातचीत से विवाद सुलझाने का भरोसा’
जनरल नरवणे ने बताया कि पिछले 2-3 महीनों से हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं, लेकिन हम चीन के साथ मिलिट्री और डिप्लोमेटिक लेवल पर लगातार बातचीत कर रहे हैं। यह प्रोसेस आगे भी जारी रहेगा। हमें भरोसा है कि बातचीत से विवाद सुलझा लेंगे। यह तय करेंगे कि एलएसी पर यथास्थिति बनी रहे।
चीन ने 29-30 अगस्त की रात पैंगॉन्ग इलाके में कब्जे की कोशिश की थी
पैंगॉन्ग झील के दक्षिण छोर पर स्थित एक पहाड़ी पर चीन ने कब्जे की कोशिश की थी, लेकिन भारतीय जवानों ने नाकाम कर दी। उसके बाद 31 अगस्त को चीन ने उकसावे की कार्रवाई की और 1 सितंबर को फिर से घुसपैठ की कोशिश की, लेकिन चीन हर बार नाकाम रहा। इस बीच भारतीय सेना ने विवादित इलाके में कब्जा करते हुए अपना दबदबा बना लिया।