आरोपी अल्पेश अशोक देशमुख अमरावती के कोविड ट्रॉमा सेंटर में लैब टेक्नीशियन है. बताया जा रहा है कि लड़की अमरावती के एक सर्विस सेंटर में काम करती है. वहां पर एक कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गया, जिसके बाद ऐहतियात के तौर पर 28 जुलाई को बाकी सभी कर्मचारियों का टेस्ट सरकारी लैब कोविड ट्रॉमा सेंटर में कराया गया. कोरोना टेस्ट के लिए लैब गई लड़की को लैब टेक्नीशियन ने बताया कि कोरोनो वायरस के सटीक परीक्षण परिणामों के लिए प्राइवेट पार्ट से सैंपल लेना बेहद जरूरी है.
टेस्ट कराकर घर लौटी लड़की ने इस घटना की जानकारी अपने भाई को दी. इस पर भाई को शक हुआ और उसने डॉक्टरों से इसकी जांच की जानकारी ली. डॉक्टरों ने बताया कि इस तरह का कोई टेस्ट नहीं किया जा रहा है. इसके बाद इस पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी गई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. महाराष्ट्र की महिला और बाल विकास मंत्री यशोमति ठाकुर ने घटना को गंभीरता से लिया है और दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है.
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