इंदौर (indore). शहर के परदेशीपुरा थाने में पदस्थ एक जांबाज़ पुलिस कर्मी अबरार खान (abrar khan) की ड्यूटी के दौरान मौत हो गयी. उनकी तबियत लगातार बिगड़ रही थी. घर भेजे जाने के बावजूद वो कोरोना के बिगड़ते हालात में इंदौर को संभालने के लिए बार-बार ड्यूटी पर लौट आए और उसी दौरान उनकी मौत हो गयी. अबरार खान को अस्थमा और ब्लड प्रेशर था. उनकी मौत की सूचना मिलते ही आईजी विवेक शर्मा (IG Vivek sharma) फौरन परदेशीपुरा थाने पहुंचे और स्टाफ का हेल्थ चेकअप कराने का निर्देश दिया. इस बात की भी जांच करायी जा रही है कि खान को कहीं कोरोना तो नहीं हो गया था.
इंदौर के परदेशीपुरा थाना में पदस्थ आरक्षक अबरार खान की आज ड्यूटी के दौरान मौत हो गयी. तबियत बिगड़ने पर उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. अबरार खान की दो दिन पहले भी तबियत बिगड़ी थी. उस दौरान उन्हें छुट्टी दे दी गयी थी. लेकिन एक दिन के रेस्ट के बाद वो फिर ड्यूटी पर लौट आए. देर रात फिर से उनकी तबियत खराब हो गई थी. लेकिन काम का ऐसा जुनून उन्हें था कि खान दवाई लेकर आज सुबह फिर ड्यूटी पर लौट आए और मालवा मिल इलाके में ड्यूटी पर तैनात हो गए.
तीसरी बार हार गयी जि़ंदगी
यहां अबरार खान की फिर से तबियत बिगड़ी. साथ के जवान उन्हें लेकर फौरन पास के अस्पताल भागे. लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. ज़िंदगी ने दो मौके दिए लेकिन इस जांबाज जवान की मुस्तैदी के आगे वो हार गयी. डॉक्टरों ने अबरार खान को मृत घोषित कर दिया. उनकी मौत की खबर मिलते ही आईजी विवेक शर्मा मॉर्च्यूरी पहुंचे और फिर खान के परिवार से मिले. उसके बाद आईजी शर्मा परदेशीपुरा थाने गए और पूरे स्टाफ से बात की. सबसे यही कहा कि स्वास्थ्य का ध्यान रखें.
कुछ सवाल खड़े हो गए
पुलिस के वरिष्ठ अफसरों ने पूर्व में ही थाना प्रभारियों को इस बात की हिदायत दी थी कि यदि थाने पर कोई भी पुलिस कर्मी अस्वस्थ्य है तो उसे तत्काल छुट्टी देकर घर पर रहने की सलाह दें. बावजूद इसके अबरार खान ड्यूटी पर तैनात थे. उन्हें थाने पर न रहते हुए मैदान में तैनात किया गया था. पुलिस अधिकारियों को इस बात की भनक कैसे नहीं लगी कि वह बीमार हैं. खान अस्थमा जैसी बीमारी से ग्रस्त थे और कोरोना अस्थमा के मरीजों के लिए घातक साबित होता है.
परिवार को मदद
आईजी विवेक शर्मा के मुताबिक़ परदेशीपुरा थाने में पदस्थ पुलिसकर्मी अबरार खान की मौत की जानकारी मिली. उनके परिवार को सरकारी मदद का आश्वासन दिया है. साथ ही मेडिकल परीक्षण कर इस बात की भी तस्दीक करवाई जा रही है कि वह कही कोरोना संक्रमित तो नहीं थे. इसके साथ ही थाने के बाकी स्टाफ का भी टेस्ट कराया जा रहा है. सभी पुलिस वालों से कहा गया है कि वो सेहत का ध्यान रखे. स्वस्थ होने पर ही ड्यूटी पर आएं.