COVID-19: भोपाल के कोरोना हॉटस्पॉट में एडवांस में कब्रों की खुदाई से सनसनी, 1 माह में 38 शव दफन

COVID-19: भोपाल के जहांगीराबाद स्थित कब्रिस्तान में पहले से कब्र खोदने को लेकर बढ़ी चिंताएं. कोरोना वायरस से मरने वालों के लिए अलग से खोदी जा रही कब्र.

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भोपाल. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के सबसे बड़े COVID-19 हॉटस्पॉट जहांगीराबाद में एडवांस में कब्रों की खुदाई कराने से सनसनी फैल गई है. यहां एक साथ 12 कब्र एडवांस में खोदी गई है. कोरोना संदिग्ध मृतकों के लिए अलग से कब्र बनाई जा रही है. इस मामले को लेकर जब सवाल उठे तो कब्रिस्तान कमेटी की तरफ से कहा गया कि रमजान (Ramzan) और लॉकडाउन (Lockdown) की वजह से लेबर नहीं मिल रहे हैं. ऐसे में किसी शव के आने के बाद उसे सुपुर्द-ए-खाक करने में दिक्कत ना हो, इसके लिए पहले से इंतजाम किए गए हैं. आपको बता दें कि इस कब्रिस्तान में हमीदिया के साथ दूसरे कोरोना अस्पताल से कब्रिस्तान सीधे डेड बॉडी आती है.

1 महीने में 38 शव सुपुर्द-ए-खाक

जहांगीराबाद इलाके में अभी तक कोरोना वायरस के 250 मरीज सामने आ चुके हैं. यह आंकड़ा बड़ी तेजी से बढ़ रहा है. यहां पर करीब 9 लोगों की मौत भी हो चुकी है. मौत के इन आंकड़ों के बीच कब्रिस्तान में कब्र की खुदाई से लोगों की चिंता बढ़ गई है. जद्दा कब्रिस्तान में 2 दिन पहले जेसीबी की मदद से 12 कब्रों की खुदाई कराई गई. कब्रिस्तान कमेटी के अध्यक्ष रेहान ने बताया कि 1 महीने में 38 शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया है. यहां पर हमीदिया के अलावा कोरोना अस्पताल से सीधे डेड बॉडी आती है. इन डेड बॉडीज को ज्यादा समय तक रखा नहीं जा सकता, इसलिए पहले से कब्र खोदी गई है. उन्होंने बताया कि कब्रिस्तान के एक हिस्से में संदिग्ध शवों को दफनाया जाता है.

लेबर नहीं मिल रहे, इसलिए एडवांस में काम

भोपाल के कोरोना हॉटस्पॉट में बड़ी संख्या में कब्रों की खुदाई के पीछे, लॉकडाउन को भी एक वजह बताया जा रहा है. कब्रों की खुदाई को लेकर उठे सवालों पर जद्दा कब्रिस्तान कमेटी का कहना है कि कब्र खुदवाना हमारी मजबूरी है. क्योंकि रात के वक्त लेबर नहीं मिलती है. यहां नगर निगम के कर्मचारी भी नहीं है. ऐसे में पहले से कब्रिस्तान में व्यवस्था की गई है.

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