मध्य प्रदेश की सियासत: कमलनाथ का मास्टर स्ट्रोक, क्या ऐसे बचेगी सरकार?

एमपी के सीएम कमलनाथ ने अपने विश्वस्त सज्जन सिंह वर्मा को नाराज विधायकों को मनाने का जिम्मा सौंपा है. यानी अब सरकार बचाने की जिम्मेदावी वर्मा के कंधों पर है.

भोपाल. एमपी के सीएम कमलनाथ ने अपने विश्वस्त सज्जन सिंह वर्मा को नाराज विधायकों को मनाने का जिम्मा सौंपा है. यानी अब सरकार बचाने की जिम्मेदारी सज्जन सिंह वर्मा के कंधों पर है. नाराज विधायकों को मनाने के लिए किसी भी वक्त बेंगलुरू रवाना हो सकते हैं. उनके साथ दो और मंत्रियों के वहां जाने की खबर मिल रही है. ये नेता स्पेशल प्लेन से जाएंगे. वहींमध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में चल रही कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो चुकी है. इस बैठक में 94 विधायकों को शामिल होने की बात सामने आ रही है. बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि कांग्रेस से नाराज चल रहे असंतुष्ट विधायकों को मनाने का प्रयास किया जाएगा. माना जा रहा है कि इस बैठक में राजनीतिक विकल्पों पर भी विचार हुआ है. वैसे कांग्रेस के रणनीतिकार सरकार को बचाने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं.

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार विधायकों के इस्तीफे मंजूर नहीं हुए हैं. लेकिन राजनीति में हर संभावनाओं पर चर्चा होती है. सीएम आवास पर मंगलवार शाम को यह बैठक हुई. कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि विधायकों को धोखा देकर राज्यसभा चुनावों की बात कहकर ले जाया गया.

कांग्रेस विधायकों को धोखा देकर ले जाया गया
कांग्रेस नेत्री शोभा ओझा ने बैठक के बाद कमलनाथ सरकार पर किसी भी तरह के खतरे से इनकार किया है. कांग्रेस नेता ने विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने की बात भी कही. कांग्रेस नेताओं का दावा है कि कांग्रेस के वो विधायक जो यहां मौजूद नहीं हैं, वो कांग्रेस के पक्ष में रहेंगे. उनका यह भी कहना है कि कांग्रेस के इन विधायकों को धोखा देकर वहां ले जाया गया है. ओझा ने आरोप लगाया कि उन्हें राज्यसभा चुनाव की बात कहकर वहां ले जाया गया. वो तमाम विधायक सीएम कमलनाथ के टच में हैं.  कांग्रेस विधायक लक्ष्मण सिंह ने बैठक के बाद कहा कि हमारे पास पर्याप्त संख्या बल है. सरकार को कोई खतरा नहीं है.

 

कांग्रेस लड़ाई के लिए है तैयार
कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने एएनआई से कहा कि कांग्रेस फिर से लड़ाई करने के लिए तैयार है, अगर इसकी जरुरत पड़ी तो. सिंह ने कहा कि हमारे पास 94 विधायक हैं और कांग्रेस की नैतिकता को कोई भी नीचे नहीं कर सकता है. वहीं, कांग्रेस नेता प्रियव्रत सिंह का कहना है कि कांग्रेस के विधायकों ने सीएम कमलनाथ सरकार के प्रति विश्वास जताया है.

सिंधिया मुर्दाबाद के लगे नारे
जानकारी मिल रही है कि कांग्रेस विधायक दल की बैठक के दौरान सीएम हाउस के बाहर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ जमकर नारेबाजी की

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