उत्तर कोरिया के तानाशाह को था DNA चोरी का डर, ट्रंप का पेन लेने से किया इनकार
उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग उन (Kim Jong Un) हमेशा इस बात डरते दिखे हैं कि उनका DNA सैंपल किसी दुश्मन मुल्क या किसी खुफिया एजेंसी के पास न चला जाए. इसे टालने के लिए उन्होंने एक बार न्यूक्लियर डील (nuclear deal) पर साइन करते हुए अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप (American president Donald Trump) का पेन लेने तक से आनाकानी की थी.
हार्ट सर्जरी (heart surgery) के बाद उत्तर कोरिया (North Korea) के तानाशाह किम जोंग (Kim Jong Un) की हालत नाजुक बनी हुई है. माना जा रहा है कि 12 अप्रैल के आसपास हुई उनकी सर्जरी असफल रही. इस बीच किम की मौत के कयास भी लगने लगे हैं. वैसे नॉर्थ कोरिया के इस शासक में मौत से डर सनक की हद तक दिखता रहा. उन्हें डर था कि उनका DNA सैंपल हैक हो जाएगा और दूसरे देश इसका फायदा उठाएंगे.
अमेरिकी पेन लेने से थे झिझके
किम जोंग उन का ये डर साल 2018 में अंतरराष्ट्रीय मीडिया के सामने तब खुलकर आया, जब परमाणु हथियारों को खत्म करने को लेकर अमेरिका के साथ हो रही अपनी डील के दौरान किम अचानक रुक गए. दरअसल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ हो रही इस डील के दौरान ट्रंप ने दस्तखत के लिए किम की तरफ अपना पेन बढ़ाया. तभी किम के सुरक्षा गार्ड्स ने लपककर पेन ले लिया और उसे सफेद दस्ताने पहनकर साफ करते दिखे. इसी बीच किम की बहन किम यो जोंग (Kim Yo Jong) ने दस्तखत के लिए भाई को अपना पेन दे दिया. पेन लेन-देन की ये प्रक्रिया तब इंटरनेशनल मीडिया में खूब चर्चा में आई थी.
Anyone else spot this? There were two "Donald Trump" signing pens, NK official came in and shined up the one for Kim, then at the last minute Kim Yo Jong pulled out her own per to use instead of the one provided. Kim used that and back it went in her blazer. (Pool video) pic.twitter.com/dZWEK22IdF
— Martyn Williams (@martyn_williams) June 12, 2018
सिगरेट की ठूंठ तक फेंक दी जाती
तभी सामने आया कि किम अपने साथ न केवल सिक्योरिटी गार्ड, बल्कि अपनी सिगरेट और पेन तक लेकर चलते हैं. सिगरेट पीने के खासे शौकीन किम के सिगरेट पीने के बाद सिगरेट बट कहीं भी नहीं फेंकी जाती, बल्कि संभालकर नष्ट कर दी जाती है ताकि किम के DNA सैंपल किसी गलत हाथ में न चले जाए. कई मौकों पर किम की बहन किम यो जोंग उनकी सिगेरट बट संभालती दिखीं.
इतना गहरा था डर
बिजनेस इनसाइडर की एक खबर के मुताबिक नॉर्थ कोरिया के इस शासक के टॉयलेट भी जाने पर साथ में सैनिकों की एक टुकड़ी जाती है और इस्तेमाल के बाद टॉयलेट एहतियात से साफ होता है ताकि कोई विदेशी एजेंसी उनके DNA के जरिए उनकी सेहत के बारे में जानकारियां न हासिल कर लें. बेहद मोटापे का शिकार किम को स्मोकिंग की भी लत रही. फिलहाल अपुष्ट खबरों के अनुसार उनकी हार्ट सर्जरी की भी यही वजह रही. इससे पहले भी एक बार किम को ह्रदय-संबंधी शिकायत हो चुकी है.
वैसे कोरिया के इस शासक के डर के साथ ये बात भी उठती है कि DNA क्या है और इसके नमूने आखिर किन-किन चीजों से लिए जा सकते हैं.
DNA यानी deoxyribonucleic acid एक अणु है, जिसमें जेनेटिक जानकारियां होती हैं. ये एक खास तरह का कोड होता है, जो एक से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर होता है. एक ट्विस्ट की हुई सीढ़ी की तरह दिखने वाली इस संरचना के जरिए किसी भी व्यक्ति की न केवल सेहत से जुड़ी बल्कि और भी कई तरह की जानकारियां हासिल की जा सकती हैं.
ये बनते हैं सुराग
बहुत सालों तक किसी क्रिमिनल तक पहुंचने के लिए उसके फिंगरप्रिंट सहारा होते थे., अब इसकी जगह DNA ले चुका है. यहां तक कि ग्लव्स पहनकर जुर्म करने वाले के भी सुराग DNA के जरिए मिल सकते हैं. ये कई चीजों में हो सकता है. जैसे लार, खून, वीर्य, स्किन का छोटा सा टुकड़ा, पसीना और यहां तक कि कान की मैल के जरिए भी DNA का पता लगाया जा सकता है.
इनमें मिल सकता है DNA
- हैट, टोपी या मास्क से इसका पता लग सकता है क्योंकि इसमें बाल या फिर पसीना होता है. यहां तक कि बालों की रूसी (dandruff) भी इसका सुराग दे देती है.
- चेहरा पोंछने के लिए इस्तेमाल होने वाला टिश्यू भी डीएनकी की जानकारी देता है.
- खाने के बाद दांतों की सफाई के लिए टूथपिक, टूथब्रश या सिगरेट की ठूंठ (बट) से भी DNA का पता लग जाता है.
- इस्तेमाल किए हुए कंडोम DNA की जानकारी दे सकते हैं.
- बिस्तर पर बिछी चादरें भी DNA की जानकारी जुटाने में मदद करती हैं क्योंकि इनमें पसीना, खून या फिर वीर्य हो सकता है.
- नाखून का ऐसा टुकड़ा, जिसमें स्किन का भी कुछ अंश हो, ये भी DNA की जानकारी दे सकता है.
बरती जाती है सावधानी
DNA की जानकारी लेने के लिए इकट्ठा सैंपल को काफी सावधानी से टेस्ट किया जाता है. ये इतना संवेदनशील होता है कि लैब टेस्ट के दौरान जांचकर्ता की छींक या खांसी से भी जानकारी उलट-पुलट हो सकती है. DNA का नमूना लेते हुए खयाल रखना होता है कि इसे कभी भी प्लास्टिक बैग में न लिया जाए क्योंकि प्लास्टिक में बंद होने पर नमी जमा हो जाती है जो सैंपल पर फर्क डालती है.
वैसे उत्तर कोरिया के शासक का DNA ‘हैक’ होने का डर कितना जायज है इसका अंदाजा ‘द अटलांटिक’ की एक रिपोर्ट से लग सकता है. इसके मुताबिक यूएस सरकार चुपके-चुपके दुनिया के तमाम बड़े राजनेताओं का DNA सैंपल इकट्ठा करती रही है ताकि उनसे अहम जानकारियां हासिल की जा सके. हालांकि इस खबर की पुष्टि नहीं हो सकी.