रिसर्चः कोरोना वायरस 2 अगस्त को भारत से 100% खत्म हो जाएगा?
सिंगापुर की एक रिसर्च में भारत सहित दुनिया के तमाम देशों से कोरोना वायरस का संक्रमण खत्म होने की तारीखें बताई गई हैं. लेकिन इन तारीखों पर कितना भरोसा किया जाना चाहिए? इसके साथ ही ये भी जानें कि क्यों इसी रिसर्च के आधार पर मीडिया में आ रही खबरों में अलग अलग तारीखों का ज़िक्र हो रहा है.
दुनिया के कई हिस्सों को चपेट में लेने के बाद जबसे कोरोना वायरस (Corona Virus) का कहर भारत (India) में टूटा है, तबसे सभी के मन में सवाल यही है कि यह सब खत्म कब होगा. अच्छी खबर यह है कि इस सवाल का जवाब एक रिसर्च (Research) के हवाले से मिला है कि 2 अगस्त तक भारत कोविड 19 (Covid 19) से 100% मुक्त हो जाएगा. लेकिन, इस दावे पर कितना भरोसा किया जा सकता है, यह जानना ज़रूरी है.
सिंगापुर (Singapore) की एक यूनिवर्सिटी में हुई रिसर्च के हवाले से मीडिया में खबरें आईं कि भारत और दुनिया से महामारी किस तारीख को खत्म (Virus Free) होगी. नवभारत टाइम्स ने 31 जुलाई, वेदर चैनल ने 4 जून, इंडिया टीवी ने 25 जुलाई और तिब्बतन रिव्यू ने 21 मई की तारीख तक भारत से कोविड 19 के खत्म होने की भविष्यवाणी (Covid 19 Predictions) संबंधी खबरें छापीं. ये तारीखें अलग क्यों रहीं जबकि हर खबर का स्रोत एक ही रिसर्च है? इस आंकलन को समझे जाने की ज़रूरत है.
किस तारीख को खत्म होगा वायरस?
भारत में कोरोना वायरस से मुक्त होने की तीन तारीखें रिसर्च में बताई गई हैं. सिंगापुर यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी एंड डिज़ाइन (SUTD) की डेटा ड्रिवन इनोवेशन लैब (DDI) ने यह रिसर्च जारी करते हुए भविष्यवाणी की है. इस अनुमानित भविष्यवाणी के मुताबिक भारत से वायरस 24 मई को 97%, 4 जून तक 99% और 2 अगस्त के आसपास 100% खत्म हो सकता है.
डीडीआई ने इस तरह के ग्राफ के आधार पर कोविड 19 के खात्मे की तारीख बताई.
क्या है इन तारीखों का आधार?
डीडीआई के पोर्टल पर गणितीय आधार पर निकाली गई इन तारीखों के बारे में पूरा ब्योरा मौजूद है. साफ कहा गया है कि ये गणनाएं केवल रिसर्च एवं शैक्षणिक उद्देश्य के लिए हैं. इन अनुमानों को तैयार करने के लिए गणित के लॉजिस्टिक मॉडल के साथ ही एसआईआर पद्धति यानी संवेदनशील, संक्रमित और ठीक हुए लोगों के आंकड़ों की गणना के आधार पर भविष्यवाणी की गई है.
कितनी भरोसेमंद है भविष्यवाणी?
भविष्याणी के अनुमानों के बारे में डिस्क्लेमर देते हुए कहा गया है कि रिसर्च उद्देश्य के लिए प्रस्तुत इस डेटा में गलतियां हो सकती हैं. विभिन्न देशों में उलझी हुई, लगातार बदलती हुई और विषम स्थितियों के कारण इस रिसर्च का मॉडल और डेटा गलत हो सकता है. पाठकों को अनुमानों को सतर्कता से समझना चाहिए. इसके साथ ही, आंकड़ों के आधार पर इन अनुमानों को लगातार अपडेट किया जा रहा है. इस लेख में देश के वायरस मुक्त होने संबंधी तारीखें बताई गई हैं, वो आज यानी बुधवार के अपडेट के मुताबिक हैं.
असावधान होना ठीक नहीं
इस रिसर्च के आधार पर इस तरह की तारीखों से आप ज़्यादा उम्मीद पाल लें और इन तारीखों को सच समझकर वायरस संक्रमण को लेकर असावधानी बरतें, यह ठीक नहीं है. विशेषज्ञ भी हिदायत देते हैं कि आप सतर्क रहें.
शेष दुनिया में कब खत्म होगा वायरस?
इस रिसर्च के आधार पर प्रस्तुत किए गए आंकड़ों के आधार पर कहा गया है कि दुनिया को कोरोना वायरस से मुक्त होने के लिए 1 दिसंबर तक इंतज़ार करना पड़ेगा. अपडेटेड आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका अमेरिका 9 सितंबर, इटली 31 अगस्त, जर्मनी 6 जून, फ्रांस 9 अगस्त, स्पेन 2 अगस्त, जापान 2 जुलाई और ईरान 28 सितंबर तक वायरस से पूरी तरह मुक्त हो सकते हैं.
वैश्विक महामारी के जीवन चक्र, मोड़ों और खात्मे की तारीखों संबंधी मॉडल बेस्ड और डेटा आधारित इस अनुमान को अगर ठीक से लिया जाए तो चिंता और अति आत्मविश्वास जैसी स्थितियों पर काबू पाकर हम आने वाले दौर के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सकते हैं.
क्या है कोविड 19 का जीवन चक्र?
इस स्टडी के प्रमुख लुओ ने महामारी के जिस जीवन चक्र की बात की है, उसका मतलब उस पैटर्न से है, जो हर महामारी के मामले में देखा जाता है. यानी यह अलग अलग चरणों में सामने आती है जैसे शुरूआती संक्रमण, फिर संक्रमण में तेज़ी, नये मोड़, फिर गिरावट का दौर और फिर धीरे धीरे इसका खात्मा. इस पैटर्न को घंटी के आकार के कर्व में दर्शाते हुए गणनाओं के आधार पर रिसर्च में अनुमान प्रस्तुत किए गए.