कपड़ों पर सर्वाइव करता है कोरोना वायरस? बाज़ार से लौटें तो बरतें ये सावधानियां
क्या कपड़ों के ज़रिए कोरोना वायरस का संक्रमण फैल सकता है? अगर हां तो इसके कितने चांस हैं? जानिए कि बेहद ज़रूरी चीज़ों की खरीदारी के बाद घर लौटने पर कपड़ों और सामान से जुड़ी किस तरह की सावधानियां आपके लिए महत्वपूर्ण हैं.
कोविड 19 (Covid 19) के चलते लॉकडाउन (Lockdown) के हालात में ज़्यादातर लोग देश में अपने घरों में ही रह रहे हैं, लेकिन फिर भी दूध, सब्ज़ी या राशन जैसी ज़रूरी चीज़ों (Essential Commodity) की खरीदारी के लिए कम से कम एक बार घर के किसी सदस्य को बाहर तो जाना ही पड़ रहा है. ऐसे में, कोरोना वायरस (Corona Virus) से बचने के तमाम उपायों की चर्चा के बीच यह भी सवाल खड़ा होता है कि क्या खरीदारी (Shopping) से लौटकर आपको कपड़े भी बदलने चाहिए और कपड़ों को धो लेना चाहिए?
इस सवाल के जवाब के बारे में चर्चा से पहले, यह समझना अहम है कि कोविड 19 संक्रमण (Infection) क्या कपड़ों के ज़रिए फैल सकता है? हवा हवाई नहीं, बल्कि विशेषज्ञों के हवाले से इसे समझने के साथ ही बाज़ार (Markets) से लौटकर आपको अपने कपड़ों के सिलसिले में किस तरह की सावधानियां बरतना चाहिए, ये भी समझते हैं.
क्या कपड़ों पर रहता है कोरोना वायरस?
अमेरिका के रोग नियंत्रण केंद्र के हवाले से हफपोस्ट ने अपने लेख में लिखा है कि कोरोना वायरस चूंकि सांस के रोग से जुड़ा है इसलिए छींकने या खांसने से ज़्यादातर फैलता है. लेकिन, छींकने या खांसने के दौरान वायरस के कपड़ों पर रह जाने की आशंका रहती है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कैरोल विनर के हवाले से इस रिपोर्ट में कहा गया है कि कुछ घंटों से कुछ दिनों के बीच कपड़ों पर वायरस सर्वाइव कर सकता है. हालांकि अन्य रिपोर्टों में कहा गया है कि इस वायरस के सख्त सतहों पर रहने की गुंजाइश ज़्यादा है, बजाय कपड़ों जैसी नर्म सतहों के. फिर भी सावधानी बरतना गलत नहीं है क्योंकि अभी विज्ञान भी इस कोरोना वायरस के बारे में पूरी तरह से नहीं जानता है.
किस तरह के फैब्रिक पहनना ठीक है?
कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिहाज़ से विशेषज्ञ बता रहे हैं कि इस तरह के कपड़े पहनें जिनकी परत मोटी हो यानी वो कम पोरस या छिद्रित हों. लैदर या विनायल जैसे फेब्रिक पहनना बचाव के लिहाज़ से ज़्यादा उपयुक्त है क्योंकि कम पोरस कपड़ों में कोरोना वायरस बहुत कम देर ही सक्रिय रह सकता है.
लॉकडाउन के दौरान देश में ज़रूरी चीज़ों की सप्लाई जारी है और उनकी खरीदारी पर रोक नहीं है. (फाइल फोटो)
कपड़े बदलने और धोने के तरीके
यह तय है कि अभी इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है कि रूटीन के बाज़ार से लौटकर आपको कपड़े तुरंत बदलने और धोने ही चाहिए, लेकिन हफपोस्ट और ईटी की रिपोर्ट के अनुसार सावधानी के लिहाज़ से आप कुछ स्थितियों में ऐसा करें.
1. अपने कपड़े बदलें अगर आप ज़्यादा भीड़-भाड़ के बीच से लौटे हैं. अगर आपको लगे कि आप कुछ लोगों के निकट संपर्क में आए या आपने स्टील की रेलिंग या दीवार जैसी कुछ सतहों को छुआ है या आपके कपड़े ऐसी सतहों से संपर्क में आए हैं तो कपड़े बदलें.
2. अगर आपके बहुत पास किसी व्यक्ति ने खांसा या छींका हो, तो घर आकर कपड़े बदलना बुद्धिमानी होगा.
3. कपड़े बदलने से पहले ध्यान रखें कि अपने हाथ अच्छी तरह से धो लें या सैनिटाइज़ कर लें.
4. संक्रमण का खतरा महसूस होने पर कीटाणुनाशक मिलाकर गर्म पानी में कपड़े धोएं. इन तमाम उपायों के साथ ही सबसे पहले ध्यान यही रखें कि जब भी बाहर या बाज़ार जाएं तो भीड़ का हिस्सा बनने से बचें और किसी भी व्यक्ति से कम से कम एक मीटर की दूरी बनाकर रखें.
क्या पैकेटों से फैलता है कोरोना वायरस?
फैशन बेस्ड न्यूज़ के पोर्टल बसल ने लिखा है कि कई सरकारी स्रोतों का कहना है कि बाज़ार के पैकेटों के ज़रिए संक्रमण फैलने की गुंजाइश बहुत कम है. इसके बावजूद आप सावधानी बरतने के लिहाज़ से बाज़ार से लाए गए पैकेटों जैसे दूध या किराने के सामान के पैकेटों को कीटाणुनाशक और कुनकुने पानी से धो सकते हैं, बशर्ते वो पैकेट कागज़ के न हों.