सीमा पर तनाव के बीच पाकिस्तान ने क्रूज मिसाइल ‘राड-2 किया लॉन्च, जानें कितना ताकतवर है राड-2
राड-2 (Ra'ad- 2) के सफल परीक्षण के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि भारत के लिए ये क्रूज मिसाइल (Cruise Missile) कितना खतरनाक हो सकता है और ये भारत के किन टारगेट को हिट कर सकता है?
पाकिस्तान (Pakistan) अपनी सैन्य ताकत (Military Power) में इजाफा कर रहा है. मंगलवार को उसने क्रूज मिसाइल राड-2 (Cruise Missile Ra’ad-2) का सफल परीक्षण किया. पाकिस्तान की राड-2 मिसाइल 600 किलोमीटर तक सटीक मार करती है. पाकिस्तान की मिलिट्री मीडिया आईएसपीआर के मुताबिक ये क्रूज मिसाइल जमीन और समुद्र के हमलों का नाकाम कर सकती है. बताया जा रहा है कि राड-2 क्रूज मिसाइल परमाणु शक्ति से भी लैस है.
पाकिस्तान की सेना ने इसके सफल परीक्षण पर खुशी जाहिर की है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी वैज्ञानिकों को इस सफल परीक्षण के लिए बधाई दी है. बताया जा रहा है कि ये पाकिस्तान का अत्याधुनिक क्रूज मिसाइल है. इस परीक्षण में इसके गायडेंस और नैविगेशन सिस्टम पर काम किया गया है. क्रूज मिसलाइल के सफल परीक्षण के बाद कहा गया है कि ये अपने टारगेट को भेदने में सफल रही है.
स्ट्रेटेजिक प्लान्स डिवीजन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल नदीम ज़की मंज ने इस सफल प्रक्षेपण को पाकिस्तान का हमलों को रोकने की क्षमता बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम करार दिया. उन्होंने पाकिस्तान के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों की तकनीकी क्षमता की सराहना की जिन्होंने इस शस्त्र प्रणाली को विकसित किया है और प्रक्षेपण को सफल बनाया है.
राड-2 के सफल परीक्षण के बाद अब सवाल उठने लगे हैं कि भारत के लिए ये क्रूज मिसाइल कितना खतरनाक हो सकता है और ये भारत के किन टारगेट को हिट कर सकता है?
पाकिस्तान ने कैसे बनाया राड-2 क्रूज मिसाइल
पहली बार 2007 में पाकिस्तान के सालाना परेड में राड-2 को सामने लाया गया था. उस वक्त राड-2 की मारक क्षमता 550 किलोमीटर बताई गई थी. इसके डिजाइन में बदलाव किया गया है और इसके इंजन की क्षमता भी बढ़ाई गई है, जिसके बाद अब ये 600 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है.
इसके पहले पाकिस्तान ने राड-1 का सफल परीक्षण किया था. राड-1 की मारक क्षमता 350 किलोमीटर है. राड-1 की टेक्नोलॉजी पर आगे काम करके इसकी क्षमता बढ़ाई गई है. इसी के बाद इसका नया वर्जन राड-2 सामने आया है.इसकी क्षमता को लेकर अभी सही आकलन नहीं किया जा सका है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को राड-2 के परीक्षण के जो वीडियो सामने आए हैं, वो काफी लो रेजोल्यूशन के हैं. इसलिए इसके बारे में ठीक-ठाक अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. लेकिन इतना है कि इसे पूरी तरह से रिडिजाइन किया गया है.
पाकिस्तान की पांचवी पीढ़ी के फाइटर प्रोग्राम का हिस्सा है राड-2
राड-1 में बड़े ट्वीन टेल थे. राड-2 में इसे हटाकर कॉम्पैक्ट X कनफिगरेशन वाले ले आउट को अपनाया गया है. इस रेंज की मिसाइल का पिछला हिस्सा इसी तरह का होता है. इस बदलाव के बाद राड-2 की मारक क्षमता बढ़ गई है.
राड-2 पाकिस्तान की पांचवी पीढ़ी के फाइटर प्रोग्राम का हिस्सा है. इस प्रोग्राम को प्रोजेक्ट अज्म नाम दिया गया है. पाकिस्तान इस प्रोग्राम के जरिए अपनी सेना के लिए अत्याधुनिक हथियारों का निर्माण कर रहा है.
भारत के लिए कितना खतरनाक है राड-2 क्रूज मिसाइल
राड-2 क्रूज मिसाइल को पाकिस्तान का स्ट्राइक फाइटर मिराज-3 ढो सकता है. मिराज-3 इस तरह के मिसाइल को ले जाने और टारगेट को हिट करने में सक्षम है. राड-2 क्रूज मिसाइल पाकिस्तान से भारत के कई हिस्सों को टारगेट कर सकता है. मोटे तौर पर लाहौर से नई दिल्ली की दूरी करीब 430 किलोमीटर है. इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि राड-2 क्रूज मिसाइल भारत के लिए कितना खतरनाक हो सकता है.
भारत की मजबूत सैन्य ताकत से मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान ऐसी तैयारी कर रहा है. भारत अपने हवाई हमले और डिफेंस सिस्टम को मजबूत कर रहा है. रूस के S-400 को इसलिए भारतीय सेना में शामिल किया जा रहा है. भारत की ऐसी तैयारी का जवाब देने के लिए पाकिस्तान राड-2 क्रूज मिसाइल जैसे हथियार तैयार कर रहा है.
हालांकि भारतीय सेना से मुकाबला करना पाकिस्तान के लिए आसान नहीं है. भारत अमेरिका के साथ सैन्य सहयोग करके इंटीग्रेटेड एयर डिफेंस सिस्टम हासिल करने वाला है. वाशिंगटन ने इसे लेकर हरी झंडी भी दे दी है. इसके बाद भारत का एयर डिफेंस सिस्टम और भी मजबूत हो जाएगा. इसके अलावा भारत निर्भय क्रूज मिसाइल के प्रोजेक्ट में भी लगा है. रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक पाकिस्तान का राड-2 क्रूज मिसाइल भारत के निर्भय क्रूज मिसाइल के जवाब के तौर पर तैयार किया गया है.