कोरोना का कहर / आईपीएल की उम्मीद बेहद कम, बीसीसीआई को 2 हजार करोड़ और हर एक फ्रेंचाइजी को 100 करोड़ रु. का नुकसान हो सकता है
इस साल मई की शुरुआत में आईपीएल कराने का आखिरी मौका होगा, 2009 की तरह 37 दिन में 59 मुकाबले हो सकते हैं बीसीसीआई ने आईपीएल को 29 मार्च से टालकर 15 अप्रैल कराने का फैसला किया था, इसके रद्द होने पर किसी को मुआवजा नहीं
नई दिल्ली। देश में लगातार बढ़ रहे कोरोनावायरस के प्रकोप के कारण इस साल आईपीएल होने की संभावना बेहद कम है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने हाल ही में टूर्नामेंट को 29 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था। हालांकि, अभी यह भी तय नहीं है कि यह टूर्नामेंट होगा भी या नहीं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा कि मई की शुरुआत में आईपीएल कराने का आखिरा मौका रहेगा। यदि ऐसा नहीं हुआ तो इस साल इसके होने उम्मीद नहीं है। अगर ऐसा होता है तो बीसीसीआई को 2 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान होगा। जबकि हर एक फ्रेंचाइजी को 100-100 करोड़ रु. की हानि हो सकती है। आईपीएल रद्द होने की स्थिति में फ्रेंचाइजी को मुआवजा भी नहीं मिलेगा।
आईपीएल को लेकर बीसीसीआई और सभी फ्रेंचाइजियों के बीच मंगलवार को बैठक होनी थी। कोरोनावायरस के कारण इसे अगले हफ्ते तक टाल दिया गया है। इससे पहले खेल मंत्रालय ने भी साफ कर दिया है कि आईपीएल को लेकर कोई भी फैसला सरकार की अगली एडवाइजरी के बाद ही लिया जा सकता है। यह एडवाइजरी 15 अप्रैल के बाद जारी हो सकती है।
बीसीसीआई भी इन हालात में आईपीएल कराने के पक्ष में नहीं
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए आईपीएल के इस साल होने की उम्मीद बेहद कम है। हालांकि, बीसीसीआई भी इन हालात में आईपीएल कराने के पक्ष में नहीं है। उधर, बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, ‘‘भविष्य में क्या होना है, यह कोई नहीं जानता। हम नहीं जानते कि जब यात्रा और वीजा प्रतिबंध लागू होंगे, ऐसी स्थिति में टूर्नामेंट किस प्रकार कराया जाएगा। फिलहाल किसी के पास कोई पक्का प्लान नहीं है। आईपीएल समेत सभी टूर्नामेंट्स से बड़े इवेंट ओलिंपिक पर भी खतरा मंडरा रहा है। मेजबान जापान इसे टालने पर विचार कर रहा है।’’
सितंबर में एशिया कप और अक्टूबर में टी-20 वर्ल्ड कप होना है
बीसीसीआई अधिकारी के मुताबिक, ‘‘उम्मीद जताई जा रही है कि आईपीएल अप्रैल के आखिर या मई के शुरुआत में हो सकता है। ऐसी स्थिति में इसका फॉर्मेट भी छोटा होगा। जिस तरह बोर्ड ने 2009 में लोकसभा चुनाव के समय टूर्नामेंट कराया था, ठीक वैसा ही इस बार भी हो सकता है। तब 37 दिन में 59 मुकाबले हुए थे।’’ कुछ अधिकारियों ने आईपीएल को सितंबर में कराए जाने की बात भी रखी है, लेकिन इसमें ज्यादा दम नहीं दिखा। क्योंकि इस दौरान एशिया कप और फिर अक्टूबर में टी-20 वर्ल्ड कप भी होना है।
आंकड़ों की मानें तो आईपीएल रद्द होने पर बीसीसीआई को 4000 करोड़ का नुकसान उठाना पड़ सकता है। बोर्ड को अकेले ब्रॉडकास्टर से एक सीजन के 3 हजार 269 करोड़ मिलते हैं।
- एक मैच के लिए 55 करोड़ मिलते: स्टार ने आईपीएल के ब्रॉडकास्टिंग राइट्स 5 साल के लिए 16,347.5 करोड़ रुपए में खरीदे। एक मैच के लिए 55 करोड़ यानी प्रति बॉल 23.3 लाख रुपए।
- ब्रॉडकास्टर स्टार को 3300 करोड़ का नुकसान: ब्रॉडकास्टर स्टार को उम्मीद थी कि 3300 करोड़ रुपए का टीवी, डिजिटल एड रेवेन्यू जेनरेट करेगा। उसने पहले ही 90% विज्ञापन स्लॉट बेच दिए थे।
- फेसबुक से डिजिटल राइट्स का 399 करोड़ का करार: बीसीसीआई ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मैच के टेलीकास्ट के लिए फेसबुक से 399 करोड़ का करार किया था। टूर्नामेंट नहीं हुआ तो बोर्ड को घाटा उठाना पड़ेगा।
- खिलाड़ियों को करीब 680 करोड़ का नुकसान: एक फ्रेंचाइजी को खिलाड़ियों को देने के लिए 85 करोड़ की राशि मिलती है। आईपीएल नहीं होने पर 8 टीमों को खिलाड़ियों को 680 करोड़ नहीं देने पड़ेंगे।
- फ्रेंचाइजी को 2.5 से 4 करोड़ का नुकसान: आईपीएल रद्द होने पर फ्रेंचाइजी को हर मैच से ढाई से 4 करोड़ का नुकसान हो सकता है। फ्रेंचाइजी होर्डिंग, जर्सी विज्ञापन से प्रति मैच इतनी कमाई करती हैं।
- टाइटल स्पॉन्सर भी 439 करोड़ नहीं देगा: वीवो ने पांच साल के लिए आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप 2 हजार 199 करोड़ रुपए में हासिल की थी। यानी एक सीजन के लिए करीब 439 करोड़ रुपए।