मेहुल चौकसी के वकील से बातचीत:मेहुल के एंटीगुआ से अपहरण में भारतीय एजेंसियों का हाथ, भारत आने पर राजनीतिक ताकतों से उसे जान का खतरा

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नई दिल्ली। PNB घोटाले के आरोपी मेहुल चौकसी का मामला इस समय फिर चर्चा में है। मेहुल को एंटीगुआ से डोमिनिका लाया गया है और वहां से उसे भारत लाने की कोशिश की जा रही है।

सुप्रीम कोर्ट में चल रहे पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के केस में मेहुल के वकील विजय अग्रवाल का कहना है कि एंटीगुआ से मेहुल का अपहरण भारतीय एजेंसियों ने ही किया, क्योंकि वे एंटीगुआ में केस हार रही हैं।

आखिर मेहुल चौकसी भारत क्यों नहीं आना चाहता है? क्या उसे अपने देश के कानून पर भरोसा नहीं है? दैनिक भास्कर ने मेहुल चौकसी के वकील विजय अग्रवाल के सामने कुछ ऐसे ही सवाल रखे। पढ़िए, इस बातचीत के कुछ हिस्से…

सवाल: मेहुल चौकसी ने एंटीगुआ से अपना अपहरण होने की शिकायत की है। इसके लिए अपनी एक महिला मित्र पर भी आरोप लगाया है, लेकिन वे इसका खंडन कर रही हैं। सच क्या है?
जवाब: सच यह है कि यह भारतीय एजेंसियों का ऑपरेशन था। भारतीय एजेंसियां एंटीगुआ में केस हार रही थीं। यह देख कर उनका एंटीगुआ से अपहरण कराया गया कि मेहुल को किसी दूसरे देश में डाल दो। फिर वहां से निष्कासित करवाकर उन्हें भारत लाने की कोशिश करो। इसीलिए मेहुल को डोमिनिका लाया गया। इसके लिए कई लोगों की मदद ली गई।

सवाल: लेकिन अब मेहुल को डोमिनिका में भी अवैध प्रवासी माना गया है। उनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
जवाब: अभी डोमिनिका में कोर्ट से हमारे पक्ष में रोक लग गई है। ये सब जो बातें कही जा रही हैं वो 25 मई के एक लेटर के आधार पर कही जा रही हैं। जबकि डोमिनिका ने बाद में बताया कि चौकसी 26 मई को मिले थे। अदालत में यह भी बताया गया कि 27 तारीख तक तो उन्हें ये पता ही नहीं था कि जो आदमी मिला है और जिसे चोट लगी हुई है उसका नाम मेहुल चौकसी है।

जब अदालत में यह बातें कही गई हैं तो लेटर 25 मई को कैसे तैयार हो सकता है। इस लेटर की आखिरी लाइन में यह भी लिखा है कि उनके पास जिस देश का पासपोर्ट मिला है उन्हें वहां वापस भेजा जाएगा। मेहुल के पास एंटीगुआ का पासपोर्ट है। ऐसे में उन्हें डोमिनिका से भारत कैसे भेजा जा सकता है।

सवाल: यह पूरा मामला 13 हजार करोड़ से ज्यादा का है। पूरे देश की निगाहें इस मामले पर हैं। बतौर वकील इस केस में आगे आपकी क्या रणनीति होगी?
जवाब: जब से चौकसी के अपहरण वाली बात हुई है। उसके बाद से हम वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सुनवाई करवाना चाहते हैं। हम सुनवाई के लिए तैयार हैं, लेकिन चौकसी भारत में नहीं आना चाहते। दूसरी बात यह भी है कि वह बीमार हैं और यात्रा नहीं कर सकते, क्योंकि हवाई यात्रा में 14 घंटे का समय लगता है।

सवाल: पंजाब नेशनल बैंक के साथ 13 हजार करोड़ से भी ज्यादा की धोखाधड़ी हुई है। वह पैसा कैसे मिलेगा।
जवाब: जितना पैसा था उससे भी ज्यादा की प्रॉपर्टी को ED ने जब्त कर रखा है। अगर सिर्फ पैसे की बात है तो उससे ही बैंक का पैसा वसूल हो जाएगा।

सवाल: क्या सेहत ठीक होने के बाद मेहुल चौकसी खुद भारत आ जाएंगे?
जवाब: अभी तो ऐसा नहीं है। अगर स्वास्थ्य ठीक हो जाएगा तो इस बारे में सोचा जा सकता है, लेकिन एंटीगुआ में अपहरण की हरकत के बाद उनके परिवार का कहना है कि अब हम अपने आप को भारत में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं। जब एंटीगुआ में उनको टॉर्चर किया जा रहा है तो भारत में तो उन्हें हमेशा खतरा रहेगा। चौकसी के मानवाधिकार भारत में सुरक्षित नहीं हैं, इसलिए वह यहां नहीं आना चाहते।

सवाल: आप बार-बार खतरे की बात कर रहे हैं। आखिर मेहुल को भारत में किससे खतरा है?
जवाब: मेहुल को यहां सभी राजनीतिक ताकतों से खतरा है। जांच एजेंसियों से भी खतरा है। उनकी कंपनियों में बड़ी संख्या में कर्मचारी थे। उनका वेतन तक नहीं मिला, सप्लायर तक को पैसे नहीं देने दिए गए। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि मेहुल को यहां कितना खतरा है।

सवाल: ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से क्या जांच एजेंसियां ठीक से पूछताछ कर पाएंगी?
जवाब: ऑनलाइन पूछताछ में क्या दिक्कत है? हां, आमने-सामने की पूछताछ में जांच एजेंसियां टॉर्चर करती हैं वो नहीं कर पाएंगी।

सवाल: आपको क्या लगता है, इस केस का कब तक निपटारा हो जाएगा?
जवाब: ये तो सिर्फ भगवान को पता है। मैं 2जी केस में भी वकील रहा। मेरे सभी क्लाइंट अदालत से बरी हुए। उस केस में भी इसी तरह की बातें होती थीं कि एक लाख अस्सी हजार करोड़ रुपए खा गए हैं। आरुषि या तरुण तेजपाल के केस में भी ऐसी बातें उठती रही हैं। मेरा काम है अपने क्लाइंट की पैरवी करना और उसको निर्दोष साबित कराना।

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