28 हजार परिवारों पर सर्वे / ICMR ने कहा- देश में अभी कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं, प्रभावित जिलों में 0.73% आबादी ही कोरोना की चपेट में; लॉकडाउन की वजह से असर कम
आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने गुरुवार को सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘इस शब्द (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) पर बहस जोरों पर है। डब्ल्यूएचओ ने इसके मायने नहीं बताएं हैं। हमारे देश में कोरोना का असर बेहद कम है। यह 1% आबादी से भी कम है। शहरी इलाकों में असर ज्यादा है। कंटेनमेंट जोन में उससे भी ज्यादा असर है। लेकिन यह बात साफ है कि हमारे यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है।’’
नई दिल्ली. देश में अभी कोरोना का कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू नहीं हुआ है। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने यह दावा किया है। इसी के साथ आईसीएमआर ने एक सर्वे के नतीजे भी देश के सामने रखे हैं।
यह सर्वे अप्रैल-मई में देश के 83 जिलों के 28 हजार परिवारों पर किया गया। आईसीएमआर के मुताबिक, कोरोना से प्रभावित जिलों में 0.73% आबादी ही वायरस की चपेट में आई। यानी लॉकडाउन कोरोना को फैलने से रोकने में कामयाब साबित हुआ।
आईसीएमआर के डायरेक्टर जनरल डॉ. बलराम भार्गव ने गुरुवार को सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘इस शब्द (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) पर बहस जोरों पर है। डब्ल्यूएचओ ने इसके मायने नहीं बताएं हैं। हमारे देश में कोरोना का असर बेहद कम है। यह 1% आबादी से भी कम है। शहरी इलाकों में असर ज्यादा है। कंटेनमेंट जोन में उससे भी ज्यादा असर है। लेकिन यह बात साफ है कि हमारे यहां कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है।’’
देश में रिकवरी रेट बेहतर हुआ: स्वास्थ्य मंत्रालय
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि अब देश में संक्रमितों से ज्यादा ठीक होने वालों की संख्या है। पिछले एक महीने में रिकवरी रेट में 11% की बढ़ोतरी हुई है। 11 मई को यह 38.29% थी। आज यह 49.21% हो गई है। अब तक देश में 1 लाख 41 हजार 129 लोगों को ठीक करके घर भेजा जा चुका है।