चंडीगढ़। कत्ल और बलात्कार के दोषी सिरसा डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की पैरोल लेने की कोशिश को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। राम रहीम की मां नसीब कौर ने अपनी बीमारी का हवाला देते हुए रोहतक जेल में पैरोल के लिए अर्ज़ी लगाई थी। इस पर आज जेल प्रसासन ने पैरोल देने से साफ़ इंकार कर दिया है। हालाँकि इससे पहले जेल प्रसासन की तरफ से सिरसा जिला और पुलिस प्रशासन से फीडबैक भी लिया गया था कि पैरोल दी जाये या नहीं।
गौरतलब बात यह भी है कि आज शुक्रवार प्रातःकाल श्री अकाल तख़्त साहब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने गुरमीत राम रहीम को पैरोल देने का अंदेशा जताया था। उन्होंने कहा था कि डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को पैरोल देने के साथ पंजाब और हरियाणा में शान्ति का माहौल भंग हो सकता है। जत्थेदार की अपील कि थी कि सिक्ख कौम की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए यह पैरोल न दी जाए।
यह पहली बार नहीं है जब गुरमीत राम रहीम ने जेल से बाहर निकलने की कोशिश की हो। उससे पहले भी उसने पैरोल लेने की कई कोशिशें की हैं परन्तु हर बार जेल प्रशासन की तरफ से उसकी अर्ज़ी को रद्द कर दिया गया। इस बार भी लगभग एक हफ़्ता पहले नसीब कौर ने 3 हफ़्तों की पैरोल के लिए जेल प्रसासन को विनती भेजी थी जिसे आज प्रशासन ने रद्द कर दिया है। राम रहीम रोहतक की सुनारिया जेल में 20 सालों की सजा भुगत रहा है।