सीतारमण बोलीं- राहुल सड़क पर मजदूरों से बात करके उनका वक्त खराब कर रहे थे; हाथ जोड़कर यह भी कहा- सोनिया जिम्मेदारी समझें
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा- प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्ष को राजनीति करने की जगह साथ मिलकर काम करना चाहिए राहुल गांधी कल दिल्ली में मजदूरों के साथ बैठे थे, इस पर सीतारमण बोलीं- ये ड्रामेबाजी है, बेहतर होता कि वे मजदूरों के साथ चलते
नई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत रविवार को आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने मजदूरों के घर वापसी के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा। उन्होंने कहा कि प्रवासी मुद्दे पर विपक्ष को राजनीति करने की जगह मिलकर काम करना चाहिए। मैं सोनिया गांधी से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि इस मुद्दे पर राजनीति न करें।
वित्त मंत्री ने कहा कि हम प्रवासियों को ट्रेन में बिठाकर, उनके खाने का इंतजाम कर घरों तक पहुंचा रहे हैं। जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं या उनके सहयोगियों की सरकारें वहां वे और ट्रेनें मंगवाकर और इतनी सुविधाएं देकर और ज्यादा प्रवासियों को घर भेजें। इस दौरान उन्होंने मजदूरों के घर वापसी मुद्दे पर बात करते हुए दो बार हाथ जोड़ा और विपक्ष से साथ काम करने की अपील की।
राहुल का बिना नाम लिए कहा- वो ड्रामेबाज नहीं हैं क्या?
वित्त मंत्री ने बिना नाम लिए राहुल गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “प्रवासी जब पैदल जा रहे हैं तो उनके साथ बैठकर बात करने की बजाय बेहतर होगा कि उनके बच्चों या उनके सूटकेस को उठाकर पैदल चलें। दुख के साथ कह रहूं इस बात को, जबकि आराम से भी कह सकती हूं। कांग्रेस अपनी सरकारों वाले राज्यों को क्यों नहीं बोलती कि और ट्रेन मंगवाओ। मैं कांग्रेस के ही शब्दों में कह रही हूं कि कांग्रेस हर दिन ड्रामेबाजी कर रही है। कल प्रवासियों के साथ रास्ते पर बैठकर बात करने की जो घटना हुई, क्या ये ऐसा करने का समय है? वो ड्रामेबाज नहीं हैं क्या? दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी शनिवार को दिल्ली में सुखदेव विहार के पास प्रवासी मजदूरों से मिलने पहुंचे थे।”‘
सोनिया गांधी जी से कह रही हूं कि प्रवासियों के मुद्दे पर जिम्मेदारी से बयान दें’
निर्मला सीतारमण ने कहा, “मैं विपक्ष को हाथ जोड़कर विनम्रता के साथ कहना चाहती हूं कि प्रवासियों के मुद्दे पर हमें साथ मिलकर काम करना है। पूरे देश में लोग दुख के साथ ये बात कर रहे हैं कि प्रवासियों का क्या हाल हो गया है। इतने राज्यों के साथ मिलकर जब हम कदम उठा रहे हैं तो ये फिर ये क्या तरीका है। ऐसा दिखा रहे हैं जैसे कि उनके राज्यों में प्रवासियों को सभी सुविधाएं मिल रही हैं बाकी में नहीं मिल रहीं। मैं हाथ जोड़कर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी से कह रही हूं कि प्रवासियों के मुद्दे पर जिम्मेदारी से बयान दें, इस मामले को जिम्मेदारी से डील करें। आई एम सॉरी।”
‘राहुल शनिवार को प्रवासी मजदूरों से मिले थे
राहुल गांधी ने शनिवार को दिल्ली में सुखदेव विहार फ्लाईओवर के पास प्रवासी मजदूरों से मुलाकात की थी। अपने घर जा रहे देवेंद्र ने बताया कि राहुल ने करीब 30 मिनट तक मजदूरों का हाल जाना। मास्क, खाना और पानी दिया। उन्होंने कार्यकर्ताओं से बोलकर गाड़ियां मंगवाईं और कहा कि इनसे आप सभी लोगों को घर तक पहुंचाया जाएगा।
राहुल ने मजदूरों पर कहा था- जो सड़कों पर उनकी सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है
राहुल गांधी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी। इसमें उन्होंने कहा था कि किसी पर दोष मढ़ने का यह वक्त नहीं है। आज देश के सामने बड़ी समस्या है जिसका हमें हल निकालना है। मजदूरों की बात बहुत ही चुनौतीपूर्ण है। जो लोग सड़कों पर हैं उनकी मदद करना और उनकी सुरक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। उनके जेब में सीधे पैसा भेजना होगा। इससे ज्यादा मुश्किल वक्त उनके जीवन में नहीं आएगा। हमें उन्हें यह एहसास कराना होगा कि हम उनके साथ हैं और उनका सम्मान कम नहीं होने देंगे।