बड़ा खतरा बनता जा रहा महाचक्रवात अम्फान, बंगाल में एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

बड़ा खतरा बनता जा रहा महाचक्रवात अम्फान, बंगाल में एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया

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कोलकाता. पश्चिम बंगाल (West Bengal) के तटों के निकट महाचक्रवात ‘अम्फान’(Cyclone Amphan) के पहुंचने के बीच राज्य सरकार ने तटीय जिलों से एक लाख लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है और डेढ़ लाख और लोगों को निकाले जाने की प्रक्रिया चल रही है.

आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद खान ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि सुंदरबन (Sunderban) समेत तटीय जिलों पूर्वी मिदनापुर (East Midnapur), उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना (North South 24 parganas) को सतर्क किया गया है.

Cyclonic storm rising rapidly towards West Bengal people removed ...

पहले ही सुरक्षित पहुंचाए गए लोग
उन्होंने कहा, ‘‘हम पहले ही लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा चुके है, जो ज्यादातर निचले इलाकों से हैं और अभी मंगलवार की रात तक डेढ़ लाख और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का लक्ष्य है.’’

उन्होंने कहा, ‘‘निकाले गये लोगों को चक्रवात शिविरों, स्कूलों और कॉलेजों में रखा गया है.’’

Government prepares against Super Cyclone Amphan 36 teams of NDRF deployed ANN

दो लाख से ज्यादा मास्क बांटे गए
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 महामारी (Covid-19 Pandemic) के मद्देनजर सरकार ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाये गये लोगों को दो लाख से अधिक मास्क वितरित किये है और जोखिम वाले क्षेत्रों में तैनात राज्य आपदा राहत बल (एसडीआरएफ) के कर्मियों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) किट दी गई है.

मछुआरों को अगले दो दिन समुद्र में न जाने की सलाह दी गई
आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने कहा, ‘‘एसडीआरएफ के लगभग चार हजार कर्मी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने संबंधी अभियान की निगरानी कर रहे हैं. मछुआरों को अगले दो दिन तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है और जो लोग समुद्र में हैं, उन्हें वापस लौटने को कहा गया है.’’

अधिकारी ने कहा, ‘‘हम किसी भी घटना से निपटने के लिए हर संभव उपाय कर रहे हैं. स्थिति पर नजर रखने के लिए विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं.’’

महाचक्रवात में बदला अम्फान
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि चक्रवात ‘अम्फान’ सोमवार को महाचक्रवात में बदल गया है और वह उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ सकता है तथा 20 मई को दीघा और हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तटों को पार करेगा. भीषण चक्रवाती तूफान का रूप ले चुका “अम्फान” बंगाल की खाड़ी के ऊपर और शक्तिशाली होकर धीरे-धीरे तट की तरफ बढ़ रहा है.

भोजन, पीने के पानी और दवाइयों की व्यवस्था बनाएं रखें

 

राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए, कैबिनेट सचिव ने राज्य सरकारों से कहा कि वे चक्रवात के रास्ते में निचले इलाकों से लोगों की समय पर और पूरी तरह से निकासी सुनिश्चित करें. साथ ही पर्याप्त मात्रा में आवश्यक आपूर्ति जैसे कि भोजन, पीने के पानी और दवाइयों आदि को बनाए रखें. उन्होंने यह भी सलाह दी कि सड़क निकासी और अन्य बहाली के काम के लिए टीमों को तैयार रखा जाए.

 

इस समीक्षा बैठक के दौरान केंद्रीय कैबिनेट सचिव को अधिकारियों की ओर से बताया गया कि NDRF की 36 टीमें वर्तमान में दोनों राज्यों में तैनात हैं. नौसेना, वायु सेना और तटरक्षक बल के जहाजों और वायुयानों के साथ सेना और नौसेना के बचाव और राहत दल को स्टैंडबाय पर रखा गया है. आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने के लिए दूरसंचार विभाग और ऊर्जा मंत्रालय की एजेंसियों के अधिकारी भी राज्यों में तैनात किए गए हैं.

 

समीक्षा बैठक के दौरान मुख्य सचिव ओडिशा और पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने NCMC को उनके ओर से उठाए गए प्रारंभिक उपायों से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि निचले इलाकों से लोगों को बाहर निकाला जा रहा है. खाद्यान्न, पेयजल और अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति के लिए सभी कार्रवाई की गई है. पावर और टेलीकॉम सेवाओं के रखरखाव और बहाली के लिए टीमें भी तैनात की गई हैं.

 

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि सुपर साइक्लोन अम्फान का 20 मई की दोपहर या शाम तक पश्चिम बंगाल तट पर असर पड़ने की उम्मीद है. 155-165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 185 किमी प्रति घंटे तक चलने वाली बहुत तेज हवा चलने के आसार हैं, साथ ही राज्य के तटीय जिलों में भारी बारिश और 4-5 मीटर की तेज हवाएं चल सकती हैं.

 

पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना, हावड़ा, हुगली और कोलकाता के जिलों पर प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.चक्रवात की क्षति संभावित चक्रवात “बुलबुल” की तुलना में अधिक होने की उम्मीद है, जो 9 नवंबर 2019 को पश्चिम बंगाल तट से टकरा गई थी. चक्रवात ओडिशा के तटीय जिलों जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, जाजपुर और बालासोर में भारी वर्षा, स्क्वैली हवाओं और तूफान को भी लाएगा. केंद्रीय कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में अगली समीक्षा बैठक फिर से की जाएगी.

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