भोपाल: मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के 22 विधायक बेंगलुरु के होटल में ठहरे हैं. कांग्रेस ने इन विधायकों को मनाने के लिए वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा को बेंगलुरु भेजा और अब वर्मा ने भोपाल लौटने के बाद दावा किया है कि एक भी विधायक सिंधिया के साथ नहीं हैं.
उन्होंने कहा, ”कोई भी विधायक सिंधिया जी के साथ नहीं जाएंगे. सभी सिंधिया के एक्शन से नाराज हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें गुमराह किया गया और बेंगलुरु ले जाया गया, ज्यादातर ने कहा कि वे बीजेपी में शामिल होने के लिए तैयार नहीं हैं.
सज्जन सिंह वर्मा ने एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत में कहा, ”मैं सुबह बेंगलुरु से लौटा. अभी सभी विधायकों को जयपुर लेकर जा रहा हूं. उसके बाद मैं फिर बेंगलुरु जाऊंगा. वहां डीके शिवकुमार मोर्चा संभाले हुए हैं. सिंधिया जी जो 19 विधायकों के नाम ले रहे हैं, कई विधायकों से हमने उनकी पत्नी और बेटे से बातचीत की है. सभी का स्पष्ट कहना है कि मुझे धोखे में रखकर सिंधिया जी ले गए हैं.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर भड़के संजय निरुपम, कहा-पुराने नेताओं को जबरन किया जाए रिटायर
- कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने कहा ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) एक बड़े नेता और प्रखर वक्ता हैं. उनको एक महत्वपूर्ण पद की जरूरत थी. इसकी जानकारी हमारे शीर्ष संगठन को थी.
नई दिल्ली. मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजनीति में जिस तरह से सियासी उठापटक चल रही है उसे देखने के बाद कांग्रेस (Congress) नेताओं का दर्द सामने आने लगा है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम (Sanjay Nirupam) ने कहा कि मैं सबसे पहले कमलनाथ (Kamal Nath) को शुभकामना देना चाहता हूं कि वो इस सियासी घमासान के बीच सरकार बचाएंगे और अपनी सरकार पूरी ताकत के साथ चलाएंगे. उन्होंने कहा कि मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) का कभी भी फैन नहीं रहा लेकिन ये जानता हूं कि वो दुखी थे.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने कहा, ज्योतिरादित्य सिंधिया एक बड़े नेता और प्रखर वक्ता हैं. उनको एक महत्वपूर्ण पद की जरूरत थी. इसकी जानकारी हमारे शीर्ष संगठन को थी. ऐसे में उनका जाना पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पहले भी इस तरह की नाराजगी देखने को मिलती रही है और दिल्ली में बैठे पार्टी के वरिष्ठ सदस्य इस तरह की नाराजगी दूर करते रहे हैं लेकिन अब ऐसा नहीं है.
मैं इसके लिए उन्हीं को जवाबदार मानता हूं तो जो पार्टी चला रहे हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी को कांग्रेस की कमान अपने हाथ में लेनी होगी और पुराने नेताओं को जबरन रिटायर दे देना चाहिए. महाराष्ट्र गठबंधन के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा, महाराष्ट्र की सरकार स्थिर सरकार नहीं है और बीजेपी क्या कर रही है इसकी जानकारी नहीं है. कांग्रेस को ऐसी सरकार को हिस्सा नहीं बनना चाहिए था. अगर ऐसे में सरकार गिरेगी तो सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को होगा. अब समय आ गया है नई जनरेशन को मौका दिया जाए.
कांग्रेस नेता संजय निरुपम से जब यह पूछा गया कि क्या वह बीजेपी में शामिल हो सकते हैं, तो उन्होंने इस बात से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा, मुझे पार्टी नहीं छोड़नी. उन्होंने अपना दर्द बताते हुए कहा कि पार्टी हमारे जैसे लोगों को भूमिका विहीन स्थिति में छोड़ देंगी तो हम क्या करेंगे. हालांकि मैं पार्टी नहीं छोड़ रहा हूं.