रक्षा / भारतीय सेना हर दिन जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध का सामना कर रही है: सेना प्रमुख
मालदीव के दौरे पर पहुंचे सेना प्रमुख रावत ने रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों और कर्मचारियों को संबोधित किया जनरल रावत ने कहा- भारत उभरती हुई जिम्मेदार शक्ति के तौर पर अपने क्षेत्रीय और सुरक्षा दायित्वों को पूरा करेगा
नई दिल्ली. सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने बुधवार को मालदीव की राजधानी मेल में रणनीतिक मामलों के विशेषज्ञों और रक्षा कर्मचारियों के एक कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने कहा- भारतीय सेना हर दिन जम्मू-कश्मीर में छद्म युद्ध का सामना कर रही है। भारत को अपने पड़ोस से पैदा होने वाले किसी भी प्रकार के सुरक्षा खतरे से निपटने के लिए अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने का अधिकार है।
इस बीच भारतीय सेना प्रमुख ने मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह से भी मुलाकात की। उन्होंने कहा- भारत की अपनी सीमा से बाहर की महत्वाकांक्षा नहीं है। भारत अपने विचारों को दूसरों पर थोपना नहीं चाहता। भारत उभरती हुई जिम्मेदार शक्ति के तौर पर अपनी क्षेत्रीय और सुरक्षा दायित्वों को पूरा करेगा।
भारत अपनी रणनीतिक आजादी के लिए प्रतिबद्ध
जनरल रावत ने कहा कि भारत अपनी रणनीतिक आजादी और फैसला लेने की अपनी स्वायत्तता के लिए प्रतिबद्ध है। मौजूदा समय में पूरी दुनिया आतंक के अंतहीन खतरे की चुनौतियों का सामना कर रही है। व्यापक स्तर पर तबाही करने वाले हथियारों का प्रसार और अंतरराष्ट्रीय नियमों पर बढ़ते दावे दूसरी प्रमुख चुनौतियां हैं।