आप की जीत पर चिदंबरम ने किया ट्वीट तो शर्मिष्ठा बोलीं- क्या कांग्रेस को दुकान बंद कर लेनी चाहिए?

पी चिदंबरम ने कहा था, ‘’आप की जीत, बेवकूफ बनाने और फेंकने वालों की हार हुई. दिल्ली के लोग जो भारत के सभी हिस्सों से हैं, उन्होंने बीजेपी के ध्रुवीकरण, विभाजनकारी और खतरनाक एजेंडे को हराया है. मैं दिल्ली के लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने 2021 और 2022 में अन्य राज्यों (जहां चुनाव होंगे) के लिए मिसाल पेश की है.’’

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  • इससे पहले शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा है कि बीजेपी विभाजनकारी और केजरीवाल ‘स्मार्ट पॉलिटिक्स’ कर रहे हैं, हम क्या कर रहे हैं?
  • साल 2015 की तरह इस बार भी कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई है. पार्टी को एक सीट भी नसीब नहीं हुई.
  • 66 विधायकों में से पार्टी को 63 विधायकों की जमानत जब्त हो गई. पार्टी की इस हार पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की रणनीति पर ही सवाल खड़े कर दिए.

नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की शानदार जीत पर विपक्ष भी बधाई दे रहा है. चुनाव में एक सीट भी नहीं पाने वाली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने आम आदमी पार्टी की तारीफ करते हुए कहा है कि दिल्ली का परिणाम विपक्ष का हौसला बढ़ाने वाला है. चिदंबरम के ट्वीट पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूछा है कि क्या कांग्रेस को दुकान बंद कर लेनी चाहिए?

चिदंबरम के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पूछा, ‘’सम्मान के साथ चिदंबरम सर, मैं बस जानना चाहती हूं कि कांग्रेस ने राज्यों में बीजेपी को हराने का काम आउटसोर्स किया है क्या? यदि नहीं, तो फिर हम अपनी हार के बजाय आप की जीत पर गर्व क्यों कर रहे हैं? और यदि आउटसोर्स किया है तो हमें (पीसीसी) अपनी दुकान को बंद कर देना चाहिए.’’

चिदंबरम ने क्या ट्वीट किया था?

 

पी चिदंबरम ने कहा था, ‘’आप की जीत, बेवकूफ बनाने और फेंकने वालों की हार हुई. दिल्ली के लोग जो भारत के सभी हिस्सों से हैं, उन्होंने बीजेपी के ध्रुवीकरण, विभाजनकारी और खतरनाक एजेंडे को हराया है. मैं दिल्ली के लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने 2021 और 2022 में अन्य राज्यों (जहां चुनाव होंगे) के लिए मिसाल पेश की है.’’

 

66 विधायकों में से पार्टी के 63 विधायकों की जमानत जब्त

 

बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने सत्ता बरकरार रखने के साथ-साथ 2015 के प्रदर्शन को दोहराते हुए 62 सीटें जीतीं. बची हुई 8 सीटें बीजेपी के खाते में गईं. साल 2015 की तरह इस बार भी कांग्रेस की शर्मनाक हार हुई है. पार्टी को एक सीट भी नसीब नहीं हुई. इतना ही नहीं 66 विधायकों में से पार्टी को 63 विधायकों की जमानत जब्त हो गई. पार्टी की इस हार पर कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की रणनीति पर ही सवाल खड़े कर दिए. इससे पहले शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा है कि बीजेपी विभाजनकारी और केजरीवाल ‘स्मार्ट पॉलिटिक्स’ कर रहे हैं, हम क्या कर रहे हैं?

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